शनिवार, 07 अप्रैल, 2007 को 10:06 GMT तक के समाचार
ब्रिटेन में ईरान के राजदूत रोसुल मोवाहिदीन ने कहा है कि 15 ब्रितानी नौसैनिकों को रिहा किए जाने पर ब्रिटेन को सकारात्मक प्रतिक्रिया देनी चाहिए.
रोसुल मोवाहिदीन ने फ़ाइनेंशिइल टाइम्स को दिए इंटरव्यूह में ये बात कही.
उन्होंने कहा, " ईरान इराक में पकड़े गए पाँच ईरानियों को रिहा करवाने और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय जगत में चिंताएँ कम करवाने
में मदद चाहता है."
रोसुल मोवाहिदीन ने कहा, हमने नौसैनिकों को छोड़कर सदभावना का परिचय दिया.अगर ब्रिटेन हमारी मदद करना चाहता है तो हम उसका स्वागत करते हैं.
हाल ही में ईरान ने ब्रिटेन के 15 नौसैनिकों को बंधक बना लिया था और
तेरह दिनों तक बंधक बनाए रखने के बाद उन्हें रिहा कर दिया था.
ईरानी राजदूत ने इस बात से इनकार किया कि नौसैनिकों की रिहाई इराक़ में पकड़े गए ईरानी लोगों के मामले से जुड़ी हुई है.
रिहा किए गए ब्रितानी नौसैनिकों ने शुक्रवार को बताया कि बंधक बनाए जाने के बाद ईरानी सैनिकों ने उनसे बार-बार पूछताछ की और मानसिक दबाव में रखा.
रिहाई के बाद ब्रिटेन पहुँचे इन नौसैनिकों का कहना है कि बंधक रहने के दौरान उनकी आँखों पर पट्टियाँ बाँधी गई और अधिकतर समय अलग-अलग रखा गया.
ईरान का आरोप था कि ब्रितानी नौसैनिक अवैध तरीके से उसकी जलसीमा में घुस गए थे जिसके बाद ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड ने उन्हें पकड़ लिया.
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर ब्रितानी नौसेना पुर्नविचार कर रही है.