शुक्रवार, 19 जनवरी, 2007 को 03:02 GMT तक के समाचार
अमरीकी सांसदों के एक गुट ने अमरीकी कांग्रेस में एक विधेयक पेश किया है ताकि राष्ट्रपति जॉर्ज बुश संसद की स्वीकृति के बिना ईरान पर हमला न कर सकें.
महत्वपूर्ण है कि ये विधेयक राष्ट्रपति बुश की रिपब्लिकन पार्टी के एक सदस्य वॉलटर जोन्स ने दस अन्य सांसदों के समर्थन से पेश किया है. इन सांसदों में डेमोक्रैटिक पार्टी के सदस्य भी शामिल हैं.
ये कदम उस समय उठाया गया है जब राष्ट्रपति बुश के ईरान के प्रति रवैए पर कुछ हलकों में चिंता बढ़ रही है.
टकराव से चिंता
उन्होंने हाल में इराक़ में स्थिति के बारे में ईरान के रवैए पर आपत्ति जताई है और इराक़ में अमरीकी सेना ने पाँच ईरानी अधिकारियों को गिरफ़्तार किया है.
ईरान का कहना है कि ये लोग राजनयिक हैं और उसने अमरीका को चुनौती दी है कि वह साबित करे कि वे इराक़ी चरमपंथियों की मदद कर रहे हैं.
ग़ौरतलब है कि डेमोक्रैटिक पार्टी के सदस्य पहले ही राष्ट्रपति बुश के ईरान के साथ टकराव के रवैए के बारे में चिंता जता चुके हैं. उनका मानना है कि ईरान के साथ कूटनीतिक तरीके से निपटा जाए.
पेश किए गए ताज़ा विधेयक के बारे में एक डेमोक्रैटिक सांसद का कहना था कि नए प्रस्ताव की ज़रूरत इसलिए थी क्योंकि इराक़ युद्ध से पहले बुश प्रशासन कई बार 'झूठ' बोल चुका है.
लेकिन ये मात्र एक प्रतीकात्मक कदम हो सकता है क्योंकि ये विधेयक तब ही क़ानून की शक्ल लेगा जब ये सीनेट और प्रतिनिधि सभा में पारित होता है और फिर राष्ट्रपति बुश ख़ुद इस पर हस्ताक्षर करते हैं.