रविवार, 01 अक्तूबर, 2006 को 16:20 GMT तक के समाचार
ग़ज़ा में अस्पताल सूत्रों के मुताबिक हमास और फ़तह गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़पों में आठ फ़लस्तीनी मारे गए हैं और कम से कम 60 लोग घायल हुए हैं.
झड़पें तब शुरू हुईं जब पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारी वेतन न मिलने के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे थे. ये लोग फ़लस्तीनी संसद के पास प्रदर्शन कर रहे थे.
इसी दौरान सत्ताधारी पार्टी हमास के प्रति वफ़ादर मिलिशिया के लोगों ने प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की.
हमास के लोगों ने पहले हवा में गोलियाँ चलाईं. इसके बाद हमास के कार्यकर्ताओं और फ़तह के प्रति वफ़ादार पुलिसकर्मियों के बीच गोलबारी हुई.
उधर फ़तह के समर्थकों ने रमल्ला में प्रधानमंत्री इसमाइल हानिया के कार्यालय को आग लगा दी.
इससे पहले ग़ज़ा के खान यूनुस में भी हिंसक घटना हुई.
समझौता
हमास सरकार के प्रवक्ता ग़ाज़ी हमाद ने कहा है कि सड़कों पर मिलिशिया का होना ज़रूरी था ताकि ग़ज़ा में व्यवस्था कायम रहे.
फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के कार्यालय ने कहा है कि उन्होंने आदेश दिया है कि कोई भी सुरक्षाकर्मी प्रदर्शन में हिस्सा न लें.
बीबीसी संवाददाता का कहना है कि पिछले कुछ समय से ग़ज़ा में माहौल तनावपूर्ण था और सरकारी कर्मचारियों को छह महीने से वेतन नहीं मिला था.
हिंसा न त्यागने और इसराइल को मान्यता न देने के चलते हमास की नेतृत्व वाली सरकार को यूरोपीय संघ और अमरीका वित्तीय मदद नहीं दे रहे हैं.
फ़तह और हमास के सरकार गठन को लेकर सहमति बनाने की कोशिशें चल रही हैं.
लेकिन संवाददाताओं का कहना है कि कि रविवार को हिंसक वारदातों के बाद समझौता हो पाना थोड़ा मु्श्किल लग रहा है..