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अहमदीनेजाद ने बुश को चुनौती दी | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने स्पष्ट किया है कि उनके देश को शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम जारी रखने से कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने इस मसले पर अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश को टेलीविज़न पर खुली बहस करने की चुनौती दी है. अहमदीनेजाद ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टेलीविज़न पर बहस के सीधे प्रसारण से लोगों को दोनों नेताओं के बेबाक विचार सुनने को मिलेंगे जिसमें कोई काट-छांट नहीं होगी. ग़ौरतलब है कि ईरान को यूरोनियम संवर्धन रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 31 अगस्त तक का समय दिया हुआ है. यह समयसीमा दो दिनों बाद ख़त्म हो जाएगी. संयुक्त राष्ट्र की अवहेलना करने के बाद ईरान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. इसके बावजूद अहमदीनेजाद के तेवर में कोई नरमी नहीं दिखी. उन्होंने साफ किया कि ईरान शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु कार्यक्रम चलाता रहेगा. ईरानी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि अमरीका और ब्रिटेन सुरक्षा परिषद में अपने प्रभाव का नाजायज़ फ़ायदा उठा रहे हैं. अमरीका और ब्रिटेन को संदेह है कि ईरान यूरोनियम संवर्धन के जरिए परमाणु बम बनाने की योजना बना रहा है. उल्लेखनीय है कि सुरक्षा परिषद के पाँचों स्थायी सदस्य देश और जर्मनी मिल कर ईरान के परमाणु मसले का हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं. पिछली बार जब यह मामला सुरक्षा परिषद में गया था, तब चीन और रूस ने ईरान के ख़िलाफ़ तुरंत प्रतिबंध लगाने के बजाए उसे और समय देने की वकालत की थी. | इससे जुड़ी ख़बरें ईरान ने परमाणु प्लांट का उदघाटन किया26 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना चीन, रूस ने बातचीत की हिमायत की23 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना ईरान के जवाब का इंतज़ार22 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना पश्चिमी देशों के साथ 'गंभीर' बातचीत 22 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना 'ईरान का परमाणु कार्यक्रम जारी रहेगा'21 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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