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अन्नान की शांति सेना के मुद्दे पर बैठक | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
यूरोपीय संघ के देशों के विदेश मंत्री शुक्रवार को दक्षिणी लेबनान में शांति सेना जुटाने के प्रयास के तहत ब्रसेल्स में संयुक्त राष्ट्र महासचिव से मिल रहे हैं. माना जा रहा है कि कई देश इस बारे में पुख़्ता आश्वासन देंगे. दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र की सेना की संख्या बढ़ाने के लिए हज़ारों यूरोपीय सैनिकों को वहाँ भेजे जाने की बात हो रही है. उधर फ्रांस के राष्ट्रपति ज़्याक शिराक ने कहा है कि वे लेबनान में 1600 और शांति सैनिक भेजने के लिए तैयार है. शुरु में फ़्रांस ने सिर्फ़ 200 अतिरिक्त जवान भेजने की घोषणा की थी. संयुक्त राष्ट्र ने और यूरोपीय सैनिकों को भेजने का आहवान इसलिए किया है ताकि यूरोपीय देशों से भी कम से कम उतने सैनिक तो हों जितने मुस्लिम देशों से आ रहे हैं. इटली तीन हज़ार सैनिक भेजने की पेशकश कर सकता है. स्पेन, ग्रीस और स्वीडन ने भी सैनिक भेजने की अपनी इच्छा जताई है. बीबीसी संवाददाता क्रिस मॉरिस का कहना है कि पर्याप्त संख्या वाला अंतरराष्ट्रीय दल लेबनान पहुँचाने में जितनी ज़्यादा देर लगती है, उतना ही इसराइल और हिज़्ज़बुल्ला में लड़ाई दोबारा छिड़ जाने की संभावना होगी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफ़ी अन्नान ब्रसेल्स में ये घोषणा कर सकते हैं कि संयुक्त राष्ट्र शांति दल का नेतृत्व कौन करेगा. | इससे जुड़ी ख़बरें अमरीका लेबनान को 23 करोड़ डॉलर देगा21 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना यहूदी बस्तियाँ हटाने की योजना स्थगित18 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना युद्ध के बाद निराशा झेल रहे हैं ओल्मर्ट18 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना 'यूरोपीय देश तुरंत शांति सैनिक भेजें'18 अगस्त, 2006 | पहला पन्ना इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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