गुरुवार, 06 जुलाई, 2006 को 17:49 GMT तक के समाचार
इसराइली सैनिकों का फ़लस्तीनी इलाक़े में अंदर तक दाख़िल होना जारी है और इस दौरान ग़ज़ा पट्टी में भारी लड़ाई होने की ख़बरें हैं.
इस लड़ाई में कम से कम 22 फ़लस्तीनी मारे गए हैं जिनमें कुछ आम लोग हैं.
अस्पताल के सूत्रों का कहना है कि इनमें से सात आदमी उत्तरी ग़ज़ा में एक ही हवाई हमले में मारे गए.
इसराइली सैनिकों ने बीती रात जिस क्षेत्र पर क़ब्ज़ा किया वहाँ उन्होंने अपनी स्थिति ख़ासी मज़बूत कर ली है.
इसराइली सैनिक अब रिहायशी इलाक़ों की तरफ़ बढ़ गए हैं जहाँ उनका सामना फ़लस्तीनी बंदूकधारियों से हुआ है.
ग़ज़ा में मौजूद एक बीबीसी संवाददाता का कहना है कि इसराइली हेलीकॉप्टर लगातार चक्कर लगाते हुए हमलों के लिए निशानों की तलाश कर रहे हैं.
इसराइली सैनिकों ने तीन पूर्व यहूदी बस्तियों पर क़ब्ज़ा कर लिया है और बेत लाहिया नगर में फ़लस्तीनियों से उनका टकराव हुआ जिसमें कम से कम एक फ़लस्तीनी मारा गया.
बफ़र ज़ोन
ग़ज़ा में बीबीसी संवाददाता का कहना है कि इसराइली उत्तरी ग़ज़ा में एक बफ़र ज़ोन क़ायम करना चाहते हैं जिससे फ़लस्तीनी चरमपंथियों को इसराइली सीमा से दूर रखा जा सके.
हालाँकि इसराइल ने इन ख़बरों का खंडन किया है कि वह ग़ज़ा पर फिर से अपना क़ब्ज़ा करना चाहता है.
फ़लस्तीनी सरकार ने इसराइली कार्रवाई की यह कहते हुए आलोचना की है कि वह यह कार्रवाई करके आम फ़लस्तीनियों को सामूहिक दंड दे रहा है.
इसराइली सैनिक 25 जून को फ़लस्तीनी चरमपंथियों के हाथों अपने एक सैनिक को बंधक बनाए जाने के बाद से ग़ज़ा में दबाव बनाए हुए हैं.
इससे पहले रात में इसराइली शहर अशकेलोन में एक और फ़लस्तीनी रॉकेट गिरा जो ग़ज़ा से लगभग 12 किलोमीटर दूर है. उसमें कोई हताहत नहीं हुआ.
बीबीसी संवाददाता का कहना है कि हर मिनट बंदूकों से गोलियाँ चलने की आवाज़ें आ रही हैं.
फ़लस्तीनी बंदूकधारियों ने इमारतों के बीच सुरक्षित ठिकानों पर मोर्चा संभाला हुआ है और उन्होंने नक़ाब पहने हुए हैं.
कुछ खड़े हुए हैं और वे अपने मोबाइल टेलीफ़ोनों के ज़रिए अन्य बंदूकधारियों के साथ संपर्क में हैं.
कुछ फ़लस्तीनियों के पास रॉकेट दागने वाले लांचर भी हैं. एक गुट को बारूदी सुरंगें ले जाते हुए भी देखा गया है.
इसराइली सैनिक उन इमारतों के दूसरी तरफ़ तैनात हैं. इसराइली सैनिकों और फ़लस्तीनियों के बीच ये ताज़ा लड़ाई का हिस्सा है.
इसराइल ने पिछले सप्ताह ज़मीनी हमले शुरू किए थे. सितंबर 2005 में ग़ज़ा से यहूदी बस्तियाँ हटाए जाने के बाद से इसराइल की यह बड़ी सैनिक कार्रवाई है.