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बुश ने सीरिया पर लगाए आरोप | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने सीरिया पर हिज़बुल्ला के ज़रिए लेबनान में अपना प्रभाव बढ़ाने का आरोप लगाया है. वाशिंगटन में मध्य पूर्व संकट पर अपनी राय रखते हुए बुश ने कहा कि लेबनान और इसराइल के बीच जारी संघर्ष का फायदा उठाकर सीरिया हिज़बुल्ला की मदद से अपना प्रभाव बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा कि हिज़बुल्ला की गतिविधियां सीरिया से नियंत्रित हो रही हैं. पिछले एक हफ्ते से इसराइल ने लेबनान में सक्रिय चरमपंथी संगठन हिज्बुल्ला के कब्ज़े से अपने दो सैनिकों को छुड़ाने के लिए लेबनान पर हमले जारी रखे हैं. इन हमलों में अब तक ढाई सौ से अधिक लेबनानी मारे जा चुके हैं जबकि हिज्बुल्ला के हमलों में 12 सैनिकों समेत 25 इसराइलियों की मौत हुई है. कुछ एजेंसियों का कहना है कि संघर्ष के कारण एक हफ्ते में पचास हज़ार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं. राष्ट्रपति बुश ने कहा कि लेबनान में कुछ लोग ऐसे हैं जो चाहते हैं कि वहां सीरियाई प्रभुत्व फिर से स्थापित हो. राष्ट्रपति का कहना था कि हिज़बुल्ला इस पूरे झगड़े की जड़ है. उन्होंने कहा " मुझे लगता है कि संघर्ष के कारण लेबनान में स्थायित्व को ख़तरा पहुंचेगा और फिर लोग सीरिया को आने का न्यौता देंगे." बुश ने कहा कि ऐसे में ज़रुरी है कि पिछले साल सीरियाई सैनिकों की लेबनान से वापसी के बाद सत्ता में आई लेबनानी सरकार सत्ता में बनी रहे और स्थिति पर नियंत्रण करे.
वाशिंगटन में बीबीसी संवाददाता का कहना है कि अमरीकी रुख से साफ हो रहा है कि वो लेबनान पर इसराइल के ज़बर्दस्त हमलों से लोगों का ध्यान हटा कर उसे सीरिया और हिज़बुल्ला की तरफ ले जाना चाहते हैं. अमरीकी विदेश मंत्री कोंडोलीत्सा राइस जल्दी ही मध्य पूर्व का दौरा करने वाली हैं. ईरान पर आरोप इससे पहले इसराइली प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट ने कहा था कि सीमापार से हुए जिस हमले में आठ इसराइली सैनिक मारे गए और दो का अपहरण कर लिया गया, उसमें ईरान का सहयोग था. उनका कहना है कि इस कार्रवाई के लिए जो समय चुना गया है, वह कोई संयोग भर नहीं है. इसराइली प्रधानमंत्री का कहना है कि ऐसा इस समय इसलिए किया गया ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर नज़र न रखकर यह देखने लगे कि लेबनान में क्या हो रहा है. उनका कहना था कि ईरान इसमें सफल भी हुआ क्योंकि जी-8 देशों की बैठक में ईरान की जगह लेबनान का मुद्दा ही हावी रहा. बीबीसी संवाददाता रॉब नॉरिस का कहना है कि एहुद ओल्मर्ट ने पहली बार इस तरह खुलकर ईरान पर आरोप लगाए हैं. |
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