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लंबी चल सकती है गज़ा में कार्रवाई | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इसराइल के प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट ने कहा है कि उनका इरादा गज़ा पट्टी में जारी सैनिक कार्रवाई को अनिश्चितकाल तक जारी रखने का है. इसराइली कैबिनेट की एक बैठक में प्रधानमंत्री को यह कहते हुए उद्धत किया गया है कि इसराइली सेना की कार्रवाई काफी लंबे समय तक चल सकती है और इसराइल इसके लिए जो संभव होगा वो करेगा. अभी तक इसराइली सेना की कार्रवाई में 40 से अधिक फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं. इसराइल ने अपने एक सैनिक को फ़लस्तीनी चरमपंथियों के चंगुल से छुड़ाने के लिए कार्रवाई शुरु की थी.इसराइली सैनिक को क़रीब दो हफ्ते पहले फ़लस्तीनी चरमपंथियों ने अगवा कर लिया था. रविवार की शाम इसराइली विमानों ने एक बार फिर गज़ा पट्टी में कई नए स्थानों पर हमला किया. सेना के अनुसार जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया वो हथियारों के गोदाम हैं. इसके अलावा हथियार ले जा रही एक वैन को भी निशाना बनाया गया जिसमें पांच फ़लस्तीनी घायल हुए हैं. जवाबी कार्रवाई में फ़लस्तीनी चरमपंथियों ने इसराइल के सीमावर्ती शहर सडेरत में दो रॉकेट दागे. इससे पहले शनिवार को इसराइली सरकार ने गज़ा में जारी लड़ाई को रोकने के हमास के नेतृत्व वाले फ़लस्तीनी सरकार के प्रस्ताव को इसराइल ने ठुकरा दिया था. फ़लस्तीनी सरकार के प्रमुख इस्माइल हानिया ने कहा था कि वर्तमान संकट का हल इसी में है कि सभी पक्ष युद्धविराम करके शांति बहाल करें. लेकिन इसराइली प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट ने इस प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा था कि जब तक बंधक इसराइली सैनिक मुक्त नहीं हो जाता कोई समझौता नहीं हो सकता. | इससे जुड़ी ख़बरें इसराइल को मंगलवार तक का समय03 जुलाई, 2006 | पहला पन्ना अगवा किया गया 'सैनिक जीवित है'04 जुलाई, 2006 | पहला पन्ना ग़ज़ा में बड़ी सैनिक कार्रवाई को हरी झंडी05 जुलाई, 2006 | पहला पन्ना इसराइली हमले में 22 फ़लस्तीनी मरे, संघर्ष जारी06 जुलाई, 2006 | पहला पन्ना सैनिक को रिहा करने की अपील07 जुलाई, 2006 | पहला पन्ना 'गज़ा में सेना का अनुपातहीन उपयोग'07 जुलाई, 2006 | पहला पन्ना | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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