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अल क़ायदा नेता ज़रक़ावी मारे गए | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ के प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी ने घोषणा की है कि इराक़ में अल क़ायदा की गतिविधियाँ चलाने वाले अबू मुसाब अल ज़रक़ावी एक हवाई हमले में मारे गए हैं. प्रधानमंत्री मलिकी ने राजधानी बग़दाद में आयोजित एक पत्रकारवार्ता में ज़रक़ावी के मारे जाने की घोषणा की. उनका कहना था कि इराक़ी लोगों के सहयोग से उन्हें मारा जा सका. इस घोषणा के दौरान उनके साथ इराक़ में अमरीकी राजदूत खलीलज़ाद और विदेशी सेनाओं के संयुक्त कमांडर अमरीकी जनरल जॉर्ज केसी भी मौजूद थे. इराक़ी प्रधानमंत्री ने कहा कि ज़रक़ावी का मारा जाना सभी के लिए संदेश है कि हिंसा और तबाही के रास्ते पर चल रहे लोग इससे बाज आएँ. अमरीकी जनरल केसी ने कहा कि ज़रक़ावी उत्तरी बक़ूबा से आठ किलोमीटर दूर एक हवाई हमले में मारे गए और उनकी पहचान उंगलियों के निशान और चेहरे से की गई. अमरीकी राजदूत का कहना था कि ज़रक़ावी का मारा जाना इराक़ में चरमपंथी गतिविधियों के ख़िलाफ़ संघर्ष में एक बड़ी सफलता है. उन्होंने ज़रक़ावी को जातीय हिंसा भड़काने का ज़िम्मेदार बताया है और कहा कि इससे इराक़ में हिंसा ख़त्म तो नहीं होगी लेकिन उसे ख़त्म करने की दिशा में यह एक अच्छा क़दम है. बड़े चरमपंथी नेता मुसाब अल ज़रक़ावी को इराक़ में अमरीकी सेना के ख़िलाफ़ लड़ने वाले अल क़ायदा छापामारों का सबसे बड़ा नेता माना जाता है.
जॉर्डन के अल ज़रका शहर से ताल्लुक रहने वाले अबू मुसाब को अहमद अल ख़लील के नाम से भी जाना जाता है. ज़रक़ावी को अमरीकी सैनिकों ने इराक़ में 'मोस्ट वांटेड' की सूची में सबसे ऊपर रखा था. ज़रक़ावी को कई आत्मघाती बम हमलों और विदेशी नागरिकों के अपहरण और हत्या का दोषी ठहराया जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इराक़ी चरमपंथियों के बीच ज़रक़ावी का सिक्का चलता था और कई चरमपंथी उन्हें प्रेरणास्रोत के रूप में देखते थे. अब तक ज़रक़ावी को पकड़ने की हर अमरीकी कोशिश नाकाम रही थीं. कई बार घिर जाने के बाद भी ज़रक़ावी हाथ नहीं आए थे. जॉर्डन ने ज़रक़ावी की ग़ैर मौजूदगी में उनके ख़िलाफ़ मुक़दमा चलाकर उन्हें मौत की सज़ा सुनाई थी. ज़रक़ावी का कार्यक्षेत्र सिर्फ़ इराक़ रहा हो ऐसा नहीं है, मोरक्को और तुर्की में हुई कई चरमपंथी घटनाओं के लिए उन्हें ज़िम्मेदार माना जाता है. | इससे जुड़ी ख़बरें 'ग़लती से छोड़ दिया ज़रक़ावी को'16 दिसंबर, 2005 | पहला पन्ना वेबसाइट पर 'ज़रक़ावी का वीडियो'25 अप्रैल, 2006 | पहला पन्ना अल ज़वाहिरी की चिट्ठी पकड़ने का दावा07 अक्तूबर, 2005 | पहला पन्ना 'ज़रक़ावी' का दावा, चोट मामूली31 मई, 2005 | पहला पन्ना 'ज़रक़ावी का प्रमुख सहयोगी' पकड़ा गया24 जनवरी, 2005 | पहला पन्ना कई देशों में सक्रिय रहे हैं ज़रक़ावी13 अक्तूबर, 2004 | पहला पन्ना | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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