गुरुवार, 20 अप्रैल, 2006 को 14:28 GMT तक के समाचार
चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ की अमरीका यात्रा के मौक़े पर यह दिलचस्पी जागी है कि चीनी लोग अमरीका के बारे में क्या सोचते हैं?
चीन और अमरीका पुराने दुश्मन रहे हैं. टैक्सी ड्राइवर पंग शिंग फ़ा के स्वर में अब भी संदेह झलकता है, "दोनों देशों के संबंध बुरे नहीं हैं लेकिन अमरीका अब भी अपने आप को दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण देश मानता है. वह शांति का रास्ता अपनाने की जगह दूसरे देशों के ख़िलाफ़ अपने सैन्य बल का इस्तेमाल करता है."
लेकिन चीन की नई पीढ़ी का रवैया अमरीका की तरफ़ तेज़ी से बदल रहा है. हार्ली डेविडसन अमरीका की मशहूर मोटर साइकिल है लेकिन इसे ख़रीदने वाले ग्राहक कम ही दिखाई देते हैं क्योंकि एक मोटर साइकिल का दाम लगभग पचास हज़ार अमरीकी डॉलर है.
तो कौन लोग हैं जो इसे ख़रीदते होंगे. शोरूम के मैनेजर हॉलिस झ़ाओ कहते हैं, "जो बहुत सफल हों और इतनी क़ीमती मोटर साइकिल ख़रीदने की हैसियत रखते हों. एक बात यह भी है ये लोग अमरीकी जीवन शैली को पसंद करते हैं. हार्ली डेविडसन का मतलब है आज़ादी. यह वो जज़्बा है जो दशकों से चीनियों के दिल में दफ़्न रहा है."
यानी चीन का नव-धनाड्य वर्ग, अमरीकी जीवन शैली पसंद करता है लेकिन चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के लोग अमरीका के बारे में क्या सोचते हैं?
बेजिंग के हाए दियान इलाक़े में चीन की सर्वोच्च शैक्षिक संस्थाएं हैं. कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकांश उभरते नेता पीपल्स यूनिवर्सिटी में पढ़े हैं. यहाँ की छात्रा किटी अमरीका के बारे में कहती हैं, "मैं अभी तक अमरीका नहीं गई हँ लेकिन किसी दिन मैं दुनिया का दूसरा हिस्सा देखने जाना चाहूंगी. मेरे ख़याल से ज़्यादातर अमरीकी लोग चीनियों को पसंद करते होंगे."
किटी के साथ लॉरी भी हैं जो सोचती हैं कि चीन की सरकार को इस दिशा में बहुत कुछ करने की ज़रूरत है. लॉरी कहती हैं, "मेरे ख़याल से चीन को अधिक सकारात्मक रुख़ अपनाना चाहिए. चीन की सरकार को अमरीकियों को आश्वस्त करने की ज़रूरत है कि चीन ख़तरनाक नहीं है, उन्हें चीन से कोई ख़तरा नहीं है.
अगर ये सोच है चीन के भावी नेतृत्व की, तो वह दिन दूर नहीं कि दोनों देशों के रिश्तों में और सुधार आए. चीन में लोग अब यह समझने लगे हैं कि दोनों देशों के भविष्य एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं ख़ासतौर से व्यापार के क्षेत्र में.
व्यापार संबंध
हर साल दोनों के बीच अरबों डॉलरों का व्यापार होता है. चीन के कुल निर्यात का एक तिहाई, अमरीका के बाज़ारों तक पहुंचता है.
जॉन्गुआनकुल, बेजिंग का प्रमुख हाईटैक बाज़ार है जहाँ उच्च तकनीक वाले उत्पाद बनाने वाली कम्पनियां भरी पड़ी हैं. आईजीओ उनमें से एक है. इसके उत्पाद चीन में काफ़ी मशहूर हैं और साल 2006 के लिए उसका लक्ष्य है अमरीकी बाज़ार तक पहुंचना.
आईजीओ की एक अधिकारी एक उत्पाद दिखाते हुए कहती हैं, "यह हमारा सबसे अधिक बिकने वाला उत्पाद है. यह ऐमपैग फ़ोर उत्पाद है जिसपर फ़िल्मों की फ़ाइलों से लेकर संगीत और टैक्स्ट फ़ाइलें भी बजाई जा सकती हैं. इसका डिज़ाइन भी बड़ा आकर्षक है.
चीन की उच्च तकनीक वाली कंपनियों का मानना है कि अगर अमरीकी बाज़ार में सफलता मिल जाए, तो समझ लीजिए कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता मिल सकती है.
बेजिंग के बाज़ारों में अमरीका के कितने ही प्रतीक दिखाई देते हैं जैसे स्टारबक्स कैफ़े, मैक्डॉनल्ड्स. पता नहीं यह अमरीकी जीवन शैली की नक़ल करने की कोशिश है, शिक्षा का असर या व्यापार का, इतना तय है कि अमरीका, चीनियों के जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है.