अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ से कहा है कि वो अपने लोगों को और स्वतंत्रता प्रदान करें.
व्हाइट हाउस लॉन में अपने स्वागत भाषण में राष्ट्रपति बुश ने कहा कि चीन इसलिए सफल हो सका क्योंकि वहाँ लोगों को अपने उत्पाद ख़रीदने और बेचने की स्वतंत्रता है.
बुश का कहना था कि चीन और भी सफल हो सकता है यदि वह अपने लोगों को एक जगह एकत्र होने, बोलने और पूजा अर्चना की स्वतंत्रता प्रदान कर दे.
इसके बाद चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ बोले लेकिन उन्होंने मानवाधिकारों के संबंध में कोई बात नहीं की.
लेकिन यह ज़रूर कहा कि चीन ईरान और कोरिया के साथ परमाणु विवाद को सुलझाने में मदद कर सकता है.
हू जिंताओ के भाषण के दौरान एक शख्स ने मानवाधिकारों को लेकर अपना विरोध भी प्रदर्शित किया.
चिंताएँ
जब उनसे पूछा गया कि चीन मे लोकतंत्र की स्थापना कब तक होगी, तो उन्होंने जवाब दिया कि प्रश्न करने वाले व्यक्ति का लोकतंत्र से क्या आशय है वो नहीं जानते.
लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि उनका विश्वास है कि इसके बिना चीन का आधुनिकीकरण नही हो सकता.
इसके साथ ही राष्ट्रपति बुश ने चीन और अमरीका के बीच व्यापार असंतुलन को कम करने के लिए ज़रूरी उपायों पर भी चर्चा की.
व्यापार असंतुलन के मुद्दे को लेकर अमरीकी संसद और उद्योग जगत में रोष व्याप्त है.
कुछ अमरीकी राजनीतिज्ञों का कहना है कि चीन की मुद्रा का मूल्य कृत्रिम रूप से कम रखा गया है और चीन से होने वाले सस्ते निर्यात की वजह से अमरीका के निर्माण उद्योग को नुक़सान हो रहा है
चीनी राष्ट्रपति का कहना था कि वो व्यापार असंतुलन,चीनी मुद्रा युआन के मूल्यांकन और बौद्धिक संपदा पर अमरीकी चिंताओं को समझते हैं.
उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थिति में सुधार के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे लेकिन ये कैसे होगा हमेशा की तरह इसका विवरण उन्होंने नही दिया.