शुक्रवार, 07 अप्रैल, 2006 को 08:06 GMT तक के समाचार
फ़्रांस के पूर्व आंतरिक मामलों के मंत्री शार्ल पसकवा ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के तेल के बदले अनाज कार्यक्रम के सिलसिले में उनके ख़िलाफ़ औपचारिक रूप से जाँच शुरू हो गई है.
बीबीसी संवाददाता के मुताबिक इराक़ में चले तेल के बदले अनाज कार्यक्रम में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते शार्ल पसकवा को जाँच के दायरे में लाया गया है.
शार्ल पसकवा फ़्रांसीसी सीनेट के सदस्य है और पिछले साल संयुक्त राष्ट्र ने कार्यक्रम से जुड़ी जो जाँच शुरू की थे उसमें पूर्व मंत्री का भी नाम था.
जाँच के दायरे में लाए जाने की बात पूर्व फ़्रांसीसी मंत्री ने ख़ुद बताई है.
शार्ल पसकवा ने बताया कि एक फ़्रांसीसी मजिस्ट्रेट के साथ हुई डेढ़ घंटे की बातचीत के बाद उनके ख़िलाफ़ जाँच की कार्रवाई शुरू की गई.
'आधारहीन'
शार्ल पसकवा ने इराक़ के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन की सरकार से तेल मिलने के आरोपों से इनकार किया है.
उनका कहना है कि ये आरोप अमरीका की अगुआई में चल रहे अभियान के तहत लगाए गए हैं जिसमें वे फ़्रांसीसी राष्ट्रपति ज़्याक शिराक की छवि खराब करना चाहते हैं.
शार्ल पसकवा का कहना है कि ये आरोप बिल्कुल आधारहीन हैं.
ये पहली बार नहीं है जब तेल के बदले अनाज कार्यक्रम के सिलसिले में शार्ल पसकवा का नाम सामने आया हो.
इससे पहले हुई संयुक्त राष्ट्र की जाँच में भी उनका नाम सामने आया था.
संयुक्त राष्ट्र ने जाँच के बाद कहा था कि शार्ल पसकवा ने सद्दाम हुसैन की सरकार से करीब एक करोड़ बैरल तेल रिश्वत के तौर पर लिया.
शार्ल पसकवा 80 और 90 के दशक में दो बार फ़्रांस के आंतरिक मामलों के मंत्री रह चुके हैं. भ्रष्ट्राचार के कई अन्य मामलों में भी उनके ख़िलाफ़ जाँच चल रही है.