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'ईरान मामले पर कोशिशों का स्वागत' | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत ने ईरान के परमाणु संकट को सुलझाने के लिए चल रहे प्रयासों का स्वागत किया है और सभी पक्षों से अनुरोध किया है कि टकराव के रास्ते पर चलने से बचें. भारतीय विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि भारत सभी प्रयासों का समर्थन करता है, ख़ास तौर रूस की कोशिशों का. रूस ने सुझाव दिया है कि वह ईरान के लिए अपनी धरती पर यूरेनियम संवर्धन इकाई की स्थापना करने को तैयार है. भारत का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि अगले सप्ताह वियना में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की बैठक होने वाली है. इस बैठक में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर मतदान होने की संभावना है, इस मतदान के ज़रिए तय होना है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के हवाले किया जाए या नहीं. अगर मामले को सुरक्षा परिषद के हवाले किया गया तो ईरान के ख़िलाफ़ आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. दबाव इससे पहले गुरूवार को केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे वामपंथी मोर्चे ने कहा था कि भारत को ईरान के मामले को सुरक्षा परिषद में ले जाने के समर्थन में वोट नहीं देना चाहिए. अब विदेश मंत्रालय के ताज़ा बयान में कहा गया है कि भारत पिछले दो सप्ताह से आईएईए के निदेशक मंडल के सदस्य देशों और ईरान के साथ व्यापक चर्चा की गई है ताकि मामले पर आम सहमति बनाकर टकराव को टाला जा सके. इस बयान में यह भी कहा गया है कि ईरान का परमाणु ऊर्जा तैयार करने का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप ही है इसलिए उसका सम्मान किया जाना चाहिए. भारत का कहना है कि ईरान आईएईए के साथ मिलकर विवादास्पद मुद्दों को सुलझाने को तैयार है, उसके इस रुख़ का स्वागत किया जाना चाहिए. | इससे जुड़ी ख़बरें 'इसराइल हर चुनौती के लिए तैयार'21 जनवरी, 2006 | पहला पन्ना ईरानी वार्ताकार का चीन दौरा26 जनवरी, 2006 | पहला पन्ना ईरान आतंकवाद को समर्थन बंद करे: बुश21 फ़रवरी, 2005 | पहला पन्ना ईरान और सीरिया ने बनाया संयुक्त मोर्चा16 फ़रवरी, 2005 | पहला पन्ना परमाणु कार्यक्रम जारी रखेगा ईरान09 फ़रवरी, 2005 | पहला पन्ना 'ईरान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है'08 फ़रवरी, 2005 | पहला पन्ना 'अमरीकी हमले का जवाब दिया जाएगा'07 फ़रवरी, 2005 | पहला पन्ना इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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