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'अवैध भुगतान की जानकारी नहीं' | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ में संयुक्त राष्ट्र के 'तेल के बदले अनाज' कार्यक्रम की जाँच रिपोर्ट में जर्मनी की डेमलर-क्राइस्लर, सीमन्स और स्वीडन की वॉल्वो के नाम उन विदेशी कंपनियों में हैं जिन पर सद्दाम हुसैन की सरकार को अवैध भुगतान करने का आरोप लगा है. लेकिन इन सभी कंपनियों ने कहा है कि उनकी जानकारी में ये नहीं है कि ऐसा कोई अवैध भुगतान किया गया है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में मलेशियाई उद्योग समूह मास्टेक का भी नाम है और साथ ही फ़्रांसीसी बैंक पारिबास की इस कार्यक्रम का ख़ाता चलाने के लिए आलोचना हुई है. पारिबास ने स्पष्ट तौर पर अपनी आलोचना को ख़ारिज कर दिया है. रिपोर्ट में कुछ व्यक्तियों का नाम भी है जिनमें फ्रांस के संयुक्त राष्ट्र में पूर्व राजदूत याँ बर्नर्ड मैरिमी शामिल हैं. रूसी सांसद व्लादीमिर ज़िरिनौस्की और ब्रितानी सांसद जॉर्ज गैलोवे का नाम भी आया है लेकिन उन्होंने इन आरोपों को ख़ारिज किया है. | इससे जुड़ी ख़बरें 'जाँच रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र पर उठे सवाल'07 सितंबर, 2005 | पहला पन्ना अन्नान और आलोचना के लिए तैयार05 सितंबर, 2005 | पहला पन्ना संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी का इस्तीफ़ा08 अगस्त, 2005 | पहला पन्ना सेवान ने रिश्वत ली थी: जाँच समिति08 अगस्त, 2005 | पहला पन्ना | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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