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अमन पर ज़ोर देंगे दोनों नेता | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और कश्मीर सहित सभी द्विपक्षीय मामलों को सुलझाने की दिशा में प्रयास करने पर ज़ोर दिया है. न्यूयॉर्क में चार घंटे तक चली दोनों नेताओं की बैठक में संकल्प व्यक्त किया गया कि आतंकवाद से शांति प्रक्रिया को बाधित नहीं होने दिया जाएगा. दोनों नेताओं ने एक साझा बयान पर हस्ताक्षर किए हैं जिसे मनमोहन सिंह की मौजूदगी में पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवरेज़ मुशर्रफ़ ने पढ़कर सुनाया. परवेज़ मुशर्रफ़ ने कहा कि अप्रैल में दिल्ली में हुई दोनों नेताओं की मुलाक़ात के बाद से रिश्तों में हुई बेहतरी की समीक्षा की गई. लिखित बयान में कहा गया है, "हमने 6 जनवरी 2004 और 18 अप्रैल 2005 के साझा बयानों पर चर्चा की और इस संकल्प को दोहराया कि आतंकवाद को शांति प्रक्रिया के आड़े नहीं आने देंगे." दोनों नेताओं ने दिल्ली में इसी वर्ष अप्रैल में किए गए फ़ैसलों के प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराई और उन्हें लागू करने की दिशा में काम तेज़ करने की बात की. मनमोहन सिंह और परवेज़ मुशर्रफ़ ने आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए चल रही व्यापक शांति वार्ताओं में हुई प्रगति का स्वागत किया जिसमें व्यापार-वाणिज्य और जनता से जनता के रिश्तों को मज़बूत बनाने के क्षेत्र में हुई प्रगति शामिल है. पिछले दिनों दोनों देशों के 500 से अधिक बंदियों की रिहाई का भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने स्वागत किया और कहा कि मानवीय आधार पर यह प्रक्रिया जारी रहेगी. बयान में कहा गया है, "हमने जम्मू कश्मीर सहित सभी आपसी मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीक़े से आपसी सहमति के साथ सुलझाने के प्रति अपनी वचनबद्धता प्रकट की है." दोनों नेताओं ने इस पर सहमति प्रकट की कि "समस्याओं के शांतिपूर्ण समाधान के लिए ईमानदारी से सार्थक प्रयास किए जाते रहने चाहिए." परवेज़ मुशर्रफ़ ने भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. इस मौक़े पर भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि आपसी बातचीत में बहुत सारे मुद्दों पर चर्चा हुई और "मैं इस बातचीत के परिणाम से बहुत संतुष्ट हूँ." दोनों नेताओं ने पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं दिया. पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा, "यह बयान इस समय के लिए काफ़ी है, बाक़ी बातें बाद में होंगी." पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर चुके हैं जबकि भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बारी आज है. |
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