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लिब्बी की गिरफ़्तारी बड़ी उपलब्धि: बुश | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने अल क़ायदा के संदिग्ध वरिष्ठ नेता लीबियाई नागरिक अबू फ़राज अल लिब्बी की पाकिस्तान में गिरफ़्तारी का स्वागत किया है. राष्ट्रपति बुश ने इसे 'आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई' में एक प्रमुख उपलब्धि बताया. अल क़ायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन और ऐमान अल ज़वाहिरी के बाद अबू फ़राज अल लिब्बी को इस संगठन के सबसे बड़े नेता माना जाता है. बताया गया है कि लिब्बी को पाकिस्तान के सूबा सरहद से कुछ दिन पहले गिरफ़्तार किया गया. पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ पर दो जानलेवा हमलों के प्रयास में भी लिब्बी की खोज की जा रही थी. पाकिस्तान ने लिब्बी को पकड़ने के लिए दो करोड़ रुपये के ईनाम की घोषणा की थी. वॉशिंगटन में आतंकवाद निरोधक दस्ते के अधिकारी ने कहा कि ये अमरीका और पाकिस्तान का संयुक्त ऑपरेशन था. लेकिन पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री आफ़ताब ख़ान शेरपाओ ने बीबीसी को बताया कि ये गिरफ़्तारी पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसियों के काम के कारण संभव हुई. बताया गया है कि वर्ष 2003 में ख़ालिद शेख़ मोहम्मद की गिरफ़्तारी के बाद लिब्बी अल क़ायदा नेतृत्व में तीसरे नंबर पर पहुँच गए थे. |
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