गुरुवार, 03 फ़रवरी, 2005 को 22:23 GMT तक के समाचार
अप्रैल 2003 में सद्दाम हुसैन के शासन के ख़त्म होते ही इस तरह के आरोप सामने आने लगे थे कि वहाँ 1996 से चल रहे 'तेल के बदले अनाज' कार्यक्रम में काफ़ी भ्रष्टाचार था. ये कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र की देख रेख में चल रहा था.
संयुक्त राष्ट्र की ही एक जाँच रिपोर्ट में इस कार्यक्रम को दाग़दार बताते हुए इस कार्यक्रम के प्रभारी अधिकारी बेनन सेवन की भी आलोचना की गई है.
सवाल - तेल के बदले अनाज कार्यक्रम क्या था?
जवाब - लगभग 60 अरब डॉलर की इस योजना के तहत इराक को उसके नियमबद्ध तेल बिक्री के बदले अनाज, दवा और दूसरी मानवीय आवश्यकताओं को ख़रीदने की छूट थी. इससे उस पर 1990 में कुवैत पर किए गए हमले के बाद जो प्रतिबंध लगे थे, उनका उल्लंघन भी नहीं होता था और आम इराक़ियों की ज़िदगी भी चलती रहती थी. सद्दाम हुसैन का शासन ख़त्म होते ही ये योजना बंद कर दी गई थी.
सवाल - तो भ्रष्टाचार का क्या मामला है?
जवाब - ये मामला 2004 के शुरू में सामने आया था जब एक इराक़ी अख़बार ने 270 ऐसे लोगों की सूची प्रकाशित की जिन पर आरोप था कि उन्होंने इस योजना के दौरान अवैध तरीके से इराक़ी तेल बेच कर धन कमाया. इस सूची में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी, कई नेता और बड़ी-बड़ी कंपनियों के अधिकारियों के नाम थे.
बाद में अमरीकी सीनेट की जाँच समिति ने पाया कि सद्दाम हुसैन की सरकार ने इसका उल्लंघन करके सत्रह अरब डॉलर से भी कुछ ज़्यादा की राशि अर्जित की. सीनेट का कहना था कि इसमें से लगभग साढ़े तेरह अरब डॉलर की कमाई पड़ोसी देशों को सस्ती दर पर तेल बेचकर की गई जो इराक़ पर लगे प्रतिबंध का सीधा उल्लंघन था.
सवाल - वो कौन लोग हैं जिन पर उंगली उठी है?
जवाब - कई देशों के नेताओं और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने रिश्वत लेकर इराक़ पर लगे प्रतिबंधों को ख़त्म करने की मुहिम चलाई. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने इराक़ में हो रहे उल्लंघनों को रोकने की कोशिश नहीं की.
इस पूरे कांड में सबसे बड़ा नाम उभर कर आया है इस योजना के प्रमुख रह चुके बेनॉन सेवन का लेकिन उन्होंने इन आरोपों से साफ़ इनकार किया है. पिछले साल संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफ़ी अन्नान के बेटे कोजो पर भी आरोप लगा था कि उन्होंने एक ऐसी स्विस कंपनी से पैसे लिए जिस पर इस कांड के तहत जाँच चल रही थी.
सवाल - अब इस पूरे मामले में क्या हो रहा है?
जवाब - इस समय तीन अलग-अलग जाँच चल रही है. संयुक्त राष्ट्र की एक तीन सदस्यों वाली समिति इसकी जाँच कर रही थी जिसने तीन फ़रवरी को महासचिव कोफ़ी अन्नान को सौंपी इस रिपोर्ट में इस कार्यक्रम के प्रबंधन और इसके अधिकारियों की तीखी आलोचना की है.
दूसरी जाँच अमरीकी सीनेट कर रही है और इराक़ की अंतरिम सरकार भी एक अलग जाँच कर रही है.