|
'सूनामी चेतावनी प्रणाली एक साल में' | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों का कहना है कि वे हिंद महासागर में सूनामी चेतावनी प्रणाली तैयार करने पर तत्काल काम शुरु करने के लिए तैयार हैं. इन एजेंसियों का कहना है कि एक साल के भीतर ऐसी प्रणाली को तैयार करना संभव होगा. उधर दिसंबर के अंत में हिंद महासागर में आए भूकंप और उसके बाद सूनामी लहरों की विनाशलीला में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर दो लाख 20 हज़ार हो गई है. बीबीसी संवाददाता का कहना है कि ये माना जा रहा है कि यदि ऐसी प्रणाली हिंदी महासागर में मौजूद होती तो हज़ारों लोगों को बचाया जा सकता था. जापान में सम्मेलन सूनामी से प्रभावित देशों और राहत काम के लिए धनराशि देने वाले देशों ने संयुक्त राष्ट्र से हिंद महासागर में ऐसी व्यवस्था कायम करने का अनुरोध किया था.
जापान के कोबे शहर में ऐसी त्रासदी दोबारा होने से रोकने के लिए हुए सम्मेलन के दौरान ये फ़ैसला किया गया. फ़िलहाल जापान ने कहा है कि वह अपने उपकरणों के इस्तेमाल से ऐसी चेतावनी देने की कोशिश करेगा. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि ये पूरी दुनिया में सूनामी चेतावनी प्रणाली कायम करने की शुरुआत होगी. आँकड़े मृतकों की संख्या में बढ़ोत्तरी इंडोनेशिया की सरकार के नए आंकड़ें जारी करने के बाद हुई है. इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सूनामी के कारण वहाँ मारे जाने वालों की संख्या एक लाख 66 हज़ार से ज़्यादा हो गई है.
इंडोनेशिया की ओर से जारी नए आँकड़े पहले के आधिकारिक आँकड़ों की तुलना में 50 हज़ार ज़्यादा हैं. इंडोनेशिया में मृतकों की संख्या में बढ़ोत्तरी आचे और उत्तरी सुमात्रा प्रांत से दर्ज की गई है. सूनामी से हुई तबाही के बाद सबसे ज़्यादा यही प्रांत प्रभावित हुए हैं. इन दोनों प्रांतों में आठ लाख से ज़्यादा लोग बेघर हो गए हैं. इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक दोती इंद्रासांतो ने बताया कि मृतकों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने का कारण है लापता लोगों को मृत घोषित करने की स्वास्थ्य अधिकारियों की घोषणा. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब लापता लोगों की संख्या 77 हज़ार से घटकर 6,245 रह गई है. यानी बाक़ी लोग अब मृत घोषित कर दिए गए हैं. |
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||