रविवार, 17 अक्तूबर, 2004 को 15:33 GMT तक के समाचार
संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफ़ी अन्नान ने कहा है कि इराक़ युद्ध से आतंकवाद पर लगाम नहीं लग सकी है.
अन्नान ने कहा कि दुनिया भर में आतंकवाद की जो गतिविधियाँ जारी हैं उनको देखकर साफ़ लगता है कि इराक़ युद्ध से न तो दुनिया में सुरक्षा का माहौल सुधरा है और न ही आतंकवाद पर क़ाबू ही लग पाया है.
साथ ही उन्होंने अमरीका के नेतृत्ववाले एक अध्ययन के इन दावों को मानने से भी इंकार किया है कि फ़्राँस, रूस और चीन ने इराक़ पर लगे प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार कर रहे थे.
दरअसल, अमरीका के नेतृत्ववाले इराक़ सर्वे ग्रुप ने कहा था कि ये देश इराक़ युद्ध से ठीक पहले तेल के अनुबंधों के बदले प्रतिबंधों में ढील देने को तैयार हो गए थे.
सद्दाम और रिश्वत
रिपोर्ट में ये आरोप लगाए गए थे कि इराक़ के तत्कालीन राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन ने संयुक्त राष्ट्र के "तेल के बदले भोजन" कार्यक्रम में कुछ फ़ायदे देकर फ़्राँस, रूस और चीन जैसे देशों से कूटनीतिक समर्थन लेने की कोशिश की थी.
अमरीका के प्रमुख हथियार निरीक्षक चार्ल्स ड्यूल्फ़र ने भी पहले आरोप लगाया था कि इराक़ी ख़ुफ़िया एजेंसी ने कुछ देशों के अधिकारियों को तेल के वाउचर देकर उनसे कूटनीतिक समर्थन लेने की कोशिश की थी.
लेकिन अमरीका के नेतृत्ववाले इराक़ी सर्वे ग्रुप ने एक क़दम आगे बढ़कर कहा था कि ये देश प्रतिबंधों में ढील देने को तैयार हो गए थे.
विशेषज्ञों का मानना है कि अमरीका का नाम लिए बिना कोफ़ी अन्नान ने उसे आड़े हाथों लिया है और उस पर अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए दबाव बनाया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने ये बातें अपने चार दिवसीय आयरलैंड दौरे में कही हैं.