|
फ़लूजा में शांति वार्ता टूटी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
फ़लूजा में इराक़ी विद्रोहियों और अमरीका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना के बीच सुलह की कोशिशों में लगे सुन्नी मौलवी ने कहा है कि शांति वार्ता टूट गई है. फ़लूजा में मध्यस्थता निभा रहे ख़ालिद अल जुमेली को कई दिनों तक अमरीकी हिरासत में रखे जाने के बाद सोमवार को छोड़ दिया गया. अपनी रिहाई के बाद बात करते हुए जुमेली ने कहा कि शांति वार्ता में प्रगति हुई थी लेकिन शहर के लोगों ने अब इसे स्थगित कर दिया है. उन्होंने इसके लिए अमरीका की नीतियों को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि फ़लूजा के लोगों ने अपने हितों का ध्यान रखते हुए यह फ़ैसला किया है. जुमेली को पिछले शुक्रवार को फ़लूजा के निकट एक मस्जिद के पास गिरफ़्तार किया गया था. इराक़ी गृह मंत्रालय का कहना है कि अंतरिम प्रधानमंत्री ईयाद अलावी के आदेश पर उन्हें छोड़ा गया है. दूसरी ओर राजधानी बग़दाद में हुए एक बम धमाके में कम से कम सात लोग मारे गए हैं और 20 से ज़्यादा घायल हैं. योजना इस समय अमरीका फ़लूजा में एक बड़ी कार्रवाई की योजना बना रहा है ताकि अगले साल जनवरी में प्रस्तावित चुनाव से पहले इसे अपने नियंत्रण में लिया जा सके.
इसी योजना के तहत अमरीकी लड़ाकू विमान पिछले कई दिनों से विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी कर रहे हैं. रविवार रात को हुई कार्रवाई के दौरान तीन नागरिकों के मारे जाने की ख़बर है. दूसरी ओर राजधानी बग़दाद में एक कैफ़े के बाहर हुए कार बम धमाके में कम से कम सात लोग मारे गए हैं और 20 से ज़्यादा घायल हैं. यह कैफ़े ऑस्ट्रेलियाई दूतावास के क़रीब है और इराक़ी पुलिस के जवान यहाँ अक्सर आते हैं. मारे गए लोगों में चार इराक़ी पुलिस के जवान हैं. इसके कुछ देर के बाद उसी इलाक़े में एक और विस्फोट हुआ. लेकिन किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है. |
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||