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बगदाद में पाँच गिरजाघरों में विस्फोट | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक की राजधानी बगदाद में पाँच गिरजाघरों पर बम हमले किए गए हैं जिनमें इन गिरजाघरों को ख़ासा नुकसान पहुँचा है अलबत्ता कोई हताहत नहीं हुआ है. ये बम विस्फोट सुबह एक घंटे के अंतराल में ही विभिन्न गिरजाघरों के पास हुए. मुसलमानों के पवित्र महीने रमज़ान की शुरुआत में ये धमाके हुए है. अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि ये विस्फ़ोट किसने किए हैं. ये हमले सेंट जोसफ़्स चर्च, सेंट जैकब्स चर्च, सेंट जॉर्ज चर्च, सेंट थॉमस चर्च और सेंट रम्स चर्चों पर हुए हैं. एक ईसाई मैरलीन मिखाइल का कहना था, "यह ठीक नहीं हो रहा है. हम वैसे ही डरे हुए है. अब गिरजाघर जाने में भी डर लगता है." अमरीकी सेना ने इन हमलों के लिए जॉर्डन के चरमपंथी अबू मुसाब अल ज़रक़ावी को ज़िम्मेदार ठहराया है. अगस्त महीने में भी बग़दाद में चार गिरजाघरों पर बम हमले किए गए थे जिनमें 11 लोगों की मौत हो गई थी. उत्तरी शहर मूसल के एक गिरजाघर में भी विस्फोट हुए थे. एक अन्य घटना में बग़दाद में ही एक अस्पताल के अहाते में मोर्टार से हमला किया गया जिसमें अस्पताल के एक कर्मचारी की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए. इराक में क़रीब साढ़े छह लाख ईसाई रहते हैं. सद्दाम हुसैन को सत्ता से हटाए जाने के बाद अधिकतर ईसाई पड़ोसी देशों की ओर पलायन कर गए. |
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