|
बुश ने अपनी इराक़ नीति को सही बताया | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अपनी इराक़ नीति को सही ठहराते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को इराक़ को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए और क़दम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा, "दुनिया के नवजात लोकतंत्रों के प्रति हम सब की ज़िम्मेदारी है." संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए बुश ने कहा कि लोकतांत्रिक राष्ट्रों को आतंकवाद का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में मानवाधिकारों के दुश्मन हिंसा का सहारा ले रहे हैं. इस सिलसिले में उन्होंने ख़ासतौर पर रूस में बेसलान के स्कूल कांड, मैड्रिड बम विस्फोटों तथा येरुशलम और बग़दाद की हिंसा का ज़िक्र किया. बुश ने कहा कि इन जगहों में बेक़सूर लोगों को मारा गया है. इससे पहले महासभा की वार्षिक बैठक की शुरुआत करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफ़ी अन्नान ने अमरीका को आड़े हाथों लिया. आलोचना अन्नान ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के महत्व पर ज़ोर दिया है और अमरीकी नीतियों की कड़ी आलोचना की है.
कोफ़ी अन्नान ने कहा, "जो देश क़ायदे-क़ानून की बात करते हैं उन्हें ख़ुद भी उनका पालन करना चाहिए." अबू ग़रेब जेल में इराक़ी कैदियों के साथ दुर्व्यवहार और इराक़ में विदेशी बंधकों की हत्या के मामलों का ज़िक्र करते हुए अन्नान ने कहा, "दोनों घटनाएँ ही मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं." अन्नान ने कहा कि एक तरफ़ इराक़ में आम नागरिकों को योजनाबद्ध तरीक़े से मारा जा रहा है, दूसरी ओर, राहत कर्मचारियों और पत्रकारों का अपहरण करके उन्हें बर्बर तरीक़े से मौत के मुँह में धकेला जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सूडान में दारफूर, उत्तरी युगांडा और फ़लस्तीनी इलाक़ों में क़ायदे-क़ानून तोड़े जाने की आलोचना की. कोफ़ी अन्नान ने कहा, "दुनिया में शांति के लिए ज़रूरी है कि सभी देश संयुक्त राष्ट्र के नियमों का बिना भेदभाव और पक्षपात के पालन करें." उन्होंने कहा कि क़ानूनों को ठीक ढंग से लागू कराने, युद्ध से तबाह हुए समुदायों को सहारा देने, बेक़सूर नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने, मानवाधिकारों की रक्षा करने और युद्ध अपराध रोकने की संयुक्त राष्ट्र की ज़िम्मेदारी है. कोफ़ी अन्नान ने कहा, "अगर संयुक्त राष्ट्र अपने इन उद्देश्यों से भटका तो इतिहास उसके साथ रहम नहीं करेगा." संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि सूडान के दारफूर क्षेत्र की गंभीर घटनाओं ने पूरी मानवता को झकझोर दिया है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर के देशों को चाहिए कि वे अफ्रीकी यूनियन को इस समस्या से निबटने में पूरा सहयोग दें. |
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||