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बुश की इराक़ नीति की आलोचना | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अमरीका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जॉन कैरी ने बुश प्रशासन की इराक़ मुद्दे पर कड़ी आलोचना की है. उनका कहा है कि बुश प्रशासन की इराक़ नीति से 'आतंकवाद' के ख़िलाफ़ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समर्थन घटा है. अमरीका के सिएटल शहर में दिए गए कैरी के भाषण को उनके बहुत महत्वपूर्ण बता रहे हैं. जॉन कैरी का कहना था कि यदि वे राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए तो दुनिया के अन्य देशों के साथ नए गठबंधन बनाएँगे. उनका ये भी कहना है कि वे अमरीका की कूटनीतिक और आर्थिक ताक़त का बेहतर इस्तेमाल करेंगे. उनके भाषण में एक महत्वपूर्ण बात उनका ये कहना है कि वे अमरीका की मध्य पूर्व के तेल पर निर्भरता ख़त्म करेंगे. राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के चुनाव प्रचार के प्रवक्ता ने जॉन कैरी के भाषण को महज़ राजनीतिक बयानबाज़ी बताया और कहा इस विषय में कोई नई पहल करने की बात नहीं कही गई है. कैरी का कहना था कि पूरी दुनिया में अब भी इच्छा है कि अमरीका एक ऐसी ताक़त हो जो अन्य देशों की बात सुने और उसकी इज़्ज़त हो. उन्होंने कहा कि अमरीका ऐसी ताक़त न हो जिससे दुनिया केवल डरती ही हो. |
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