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सद्दाम पर मुक़दमा इराक़ में ही चलेगा
इराक़ी शासकीय परिषद के प्रमुख ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि सद्दाम हुसैन पर इराक़ में ही मुक़दमा चलाया जाएगा. अब्दुल अज़ीज़ अल-हाकिम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक चाहें तो वे मुक़दमे पर नज़र रख सकते हैं. अल-हकीम के अनुसार ये मुक़दमा अंतरराष्ट्रीय वैधानिक मानकों के अनुरूप ही होगा. उन्होंने इस बात पर कोई टिप्पणी नहीं की कि सद्दाम हुसैन को सज़ा-ए-मौत भी दी जा सकती है या नहीं? इससे पहले इराक़ी परिषद के एक अन्य सदस्य ने कहा था कि सद्दाम हुसैन को बग़दाद के ही इलाक़े में रखा गया है. अल-हाकिम ने ब्रितानी विदेश मंत्री जैक स्ट्रॉ से बातचीत के बाद सद्दाम हुसैन के मुक़दमे पर ये बयान दिया है.
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, "सद्दाम हुसैन पर मुक़दमा चलाया जाएगा और उसके बाद हम वही करेंगे जो न्यायाधीश और अदालत फ़ैसला देंगे." अल-हाकिम के अनुसार, "अदालत सद्दाम और बाथ पार्टी के अन्य अपराधियों के विरुद्ध लगे आरोपों की जाँच करेगी और उसके बाद तय करेगी कि अंतरराष्ट्रीय वैधानिक मानकों के अनुरूप इनसे कैसे निबटना है." सद्दाम हुसैन की गिरफ़्तारी से कुछ ही दिन पहले इराक़ी शासकीय परिषद ने घोषणा की थी कि इराक़ के पूर्व शासन के लोगों पर मामला एक विशेष ट्रिब्यूनल के तहत चलाया जाएगा. यूँ तो ब्रिटेन मौत की सज़ा के ख़िलाफ़ है मगर अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने कहा है कि इराक़ी नेता को उनके अपराधों के लिए 'सबसे कड़ी सज़ा' मिलनी चाहिए. इसे संकेत माना जा रहा है कि बुश मृत्युदंड के पक्ष में हैं. |
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