अंधेरे की ज़िंदगी

भारत में कोयले की खदानों में काम करने वाले खनिकों की ज़िंदगी को कैमरे में क़ैद किया है अरिंदम मुखर्जी ने.

कोयला खदान
इमेज कैप्शन, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक देश है और कोयला देश की 60 प्रतिशत ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करता है, लेकिन कोयला उद्योग के नियमन का हाल बहुत ही खस्ता है.
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इमेज कैप्शन, फ़रवरी 2001 में सुनीता देवी के पति संतराज प्रसाद 25 अन्य खनिकों के साथ मारे गए थे. झारखंड की बागदिगी कोइलरी में पानी घुस गया था. वो अब झरिया में कोयला खदान के अधिकारी के घर गार्ड का काम करती हैं.
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इमेज कैप्शन, बागदिगी दुर्घटना में बचने वाले सलीम अंसारी अकेले खनिक हैं. वो अंदर एक खाली जगह में सात दिन तक फंसे रहे, जब तक कि बचावकर्मियों ने उन्हें खोज नहीं निकाला.
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इमेज कैप्शन, लगातार होने वाली दुर्घटनाओं के पीछे खदानों का ख़राब रखरखाव एक बड़ा कारण है. एक बार नीचे जाने के बाद एक खनिक का बाकी दुनिया से केवल इंटरकॉम से ही सम्पर्क होता है.
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इमेज कैप्शन, अधिकांश खनिकों के दिन सुरंग खोदने और कोयला निकालने में बीतता है. पश्चिम बंगाल के रानीगंज ज़िले में यह खनिकों का समूह अपने काम में जुटा हुआ है. हर समूह की ज़िम्मेदारी एक मुखिया पर होती है जिसे सरदार कहते हैं.
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इमेज कैप्शन, कोयला खनन बहुत ही जोख़िम भरा हो सकता है और सालों से खादानों में होने वाली दुर्घटनाओं में सैकड़ों खनिक मारे जा चुके हैं. झारखंड की इस तरह की कोयला खदानों के अंदर कई मंजिलों पर कोयले की चौबीसो घंटे खुदाई होती है.
कोयला खदान
इमेज कैप्शन, दिन भर कोयले की धूल फांकते रहने के कारण अधिकांश खनिक फेफड़े की बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं.
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इमेज कैप्शन, भारत के पूर्वी राज्यों- ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छ्त्तीसगढ़ और देश के मध्य और दक्षिणी हिस्से में कोयला के अकूत भंडार हैं, लेकिन खनिकों के औद्योगिक और सामाजिक सुरक्षा की हालत बेहद ख़राब है.
कोयला खदान
इमेज कैप्शन, रानीगंज में सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड में लखन तांती लोडर का काम करते हैं. वो कहते हैं कि कंपनी लागत कम करने के लिए अब ठेका मज़दूरों को काम पर रख रही है.
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इमेज कैप्शन, महिला मज़दूरों को कोयला साफ करने और रेलवे लाइन के किनारे कोयला इकट्ठा करने के लिए काम पर लगाया जाता है. अधिकांश महिलाएं पीड़ित खनिकों की पत्नियां होती हैं और उनके पतियों की मृत्यु के बाद मानवीय आधार पर काम दिया जाता है.
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इमेज कैप्शन, भारत में बिजली, सीमेंट और स्टील बनाने का यह मुख्य ईंधन है, लेकिन खनन पर्यावरणीय प्रदूषण, धुआं और घातक गैसों का एक बड़ा कारक भी है.