अमरनाथ: जहां जुटते हैं हिंदू-मुसलमान

हिंदू धर्म के लिए महत्पूर्ण अमरनाथ यात्रा में हर साल केवल हिंदू ही भर नही जाते. देखिए अमरनाथ यात्रा की तस्वीरें

अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, अमरनाथ यात्रा के दौरान हिंदू श्रद्धालु महिला को संगम से अमरनाथ की पवित्र गुफा ले जाते कश्मीरी मुस्लिम कहार. हर साल हज़ारों श्रद्धालु अमरनाथ के दर्शन के लिए यह कठिन चढ़ाई चढ़ते हैं.
अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, अमरनाथ यात्रा के दौरान कश्मीरी मुस्लिम हिंदू यात्रियों का सामान ढोते हैं. यह उनकी आमदनी का एक ज़रिया है. अमरनाथ की पवित्र गुफा 3857 मीटर की उंचाई पर है. ज़्यादा सामान से यात्रा में परेशानी हो सकती है.
अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, बालटाल बेस कैंप से पवित्र अमरनाथ की गुफा की ओर बढ़ता श्रद्धालुओं का एक जत्था. हिंदू मान्यताओं के अनुसार अमरनाथ गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को जीवन और अमरत्व के बारे में विस्तार से समझाया था.
अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, बाबा अमरनाथ की गुफा तक पहुँचने के लिए लकड़ी से बने रास्ते से गुज़रते श्रद्धालु. गुफा तक पहुँचने के लिए ग्लेशियर वाली झील और बर्फ से अटे मार्ग से गुज़रकर जाना पड़ता है.
अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, घोड़ों की सहायता से एक ग्लेशियर से गुज़रते तीर्थयात्री. अमरनाथ गुफा में प्राकृतिक रूप से बर्फ का शिवलिंग बन जाता है. हर साल मई से अगस्त के बीच में यह यात्रा होती है.
अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, अमरनाथ यात्रा के रास्ते की सुरक्षा के लिए तैनात भारतीय अर्धसैनिक बल. अमरनाथ गुफा तक पहुँचने में एक अनुमान के तौर पर पांच दिन लगते हैं. यह समय मौसम और भू-स्खलन पर भी निर्भर करता है.
अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, जम्मू बेस कैंप में बरसाती पहनकर यात्रा के लिए आगे बढ़ते तीर्थयात्री. अमरनाथ यात्रा उन्हें ही करने की सलाह दी जाती है जो शारीरिक रूप से स्वस्थ हों. यात्रा के दौरान हर साल ऑक्सीजन की कमी की वजह से दम घुटकर मरने के मामले सामने आते हैं.
अमरनाथ यात्रा
इमेज कैप्शन, अमरनाथ की पवित्र गुफा का बाहर से दृश्य. ऐसा माना जाता है कि जब भगवान शिव माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य समझा रहे थे तब माता पार्वती को बीच में ही नींद आ गई और वो पूरी कथा नहीं सुन सकीं.