ललिता के ललित और फिर पिता बनने की कहानी
ये कहानी है एक ऐसे शख़्स की है जिसकी पहचान जन्म के समय एक लड़की की थी. लेकिन बाद में डॉक्टरों ने उसे बताया कि वो महिला नहीं पुरुष हैं.
हालांकि अपनी नई पहचान में खुद को ढालने के लिए उन्हें कई सर्जरी करानी पड़ी और तब जाकर ललिता साल्वे को नई पहचान मिली ललित साल्वे के रूप में.
लेकिन उनका संघर्ष यहीं खत्म नहीं हुआ. उन्हें असल राहत तब मिली जब वो पिता बने. बीबीसी संवाददाता श्रीकांत बंगाले की रिपोर्ट.
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