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रूस-यूक्रेन विवाद से भारत का नाता
पूर्वी यूक्रेन में आधे दशक से जारी संघर्ष को सुलझाने के लिए रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति पेरिस में मुलाक़ात कर रहे हैं.
इस विशेष पेशकश में हम आपको इस संघर्ष की पूरी कहानी बताएंगे. साथ ही ये भी बताएंगे कि भारत का इस मसले से क्या नाता है.
दरअसल ये विवाद पूर्वी यूक्रेन पर कब्ज़े की लड़ाई को लेकर है जिसे लेकर यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोही आमने-सामने हैं.
अब बातचीत से पहले इस इलाके के लूहांस्क, डोनेत्स्क और पेट्रिव्स्के नाम की इन जगहों से यूक्रेन की सेना ने पीछे हटने का फ़ैसला किया है.
पेरिस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली मुलाकात में फ़्रांस और जर्मनी के नेता भी मौजूद होंगे.
ज़ेलेंस्की इसी साल की शुरुआत में भारी मतों से जीतकर यूक्रेन के राष्ट्रपति बने थे.
पूर्वी यूक्रेन में शांति स्थापित करना उनके चुनावी वादों में से एक था. और ऐसा करने के लिए उन्होंने रूस से बातचीत की पहल की.
यूक्रेन ने रूस की कई शर्तें मानीं जिसकी वजह से उन्हें अपने देश में भारी विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है.
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