पत्रकार मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ़्तारी पर राहुल गांधी और सीताराम येचुरी ने क्या कहा

ऑल्ट न्यूज़ के सह संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ़्तारी पर प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं.

लाइव कवरेज

भूमिका राय and विभुराज

  1. पत्रकार मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ़्तारी पर राहुल गांधी और सीताराम येचुरी ने क्या कहा

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    ऑल्ट न्यूज़ के सह संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ़्तारी पर प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं.

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा, "हर वो शख़्स जिसने बीजेपी की नफ़रत, उसकी कट्टरता और झूठों का पर्दाफाश किया है, वो उनके लिए एक ख़तरा है. सच की एक आवाज़ को गिरफ़्तार करने से हज़ारों और आवाज़ें सामने आएंगी. सच की अन्याय पर हमेशा जीत होती है."

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    समाजशास्त्री योगेन्द्र यादव ने लिखा, "मोदी के भारत में मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ्तारी को सच्ची, दृढ़ और साहसी पत्रकारिता के लिए पुलित्ज़र पुरस्कार के रूप में देखा जाना चाहिए. ये बताता है कि पत्रकिरिता की अपनी अहम जगह है. ऑल्ट न्यूज़ को मुबारकबाद."

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    सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर कहा, "मोहम्मद ज़ुबैर को तुरंत छोड़ा जाए. मोदी सरकार असुरक्षित है और भ्रामक ख़बरें फैलाने वाली नफरत की उनकी मशीन के बारे में सच दिखाने वाले से डर गई है."

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    टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने भी इसे लेकर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, "साहब लोगों खुश करने के लिए दिल्ली पुलिस झुक गई है. मोहम्मद ज़ुबैर को एक मामले में बिना नोटिस गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक मामले उन्हें हाई कोर्ट से सुरक्षा मिली हुई है."

    नूपुर शर्मा की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "इसी तरह के अपराध के लिए करदाताओं के पैसों पर मिस फ्रिंज शर्मा सुरक्षित ज़िंदगी जी रही हैं."

    नूपुर शर्मा के बयान को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना होने के बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड किया था.

    खाड़ी देशों को दी अपनी सफाई में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ये टिप्पणी "फ्रिंज एलिम्नेट्स यानी कुछ शरारती तत्वों" की विचारधारा करार दिया था.

  2. उद्धव ठाकरे या एकनाथ शिंदे की, किसकी होगी शिव सेना

    उद्धव ठाकरे

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    शिव सेना के बाग़ी नेता एकनाथ शिंदे के अलग राह चुनने के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है. शिव सेना के कुल 55 विधायकों में से 39 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं.

    दो-तिहाई विधायकों का समर्थन होने की वजह से एकनाथ शिंदे महाविकास अघाड़ी से बाहर निकलने के लिए अलग दल बनाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसा करना पूरी तरह क़ानूनी होगा, ऐसा दावा शिंदे की तरफ़ से किया जा रहा है.

    दूसरी तरफ़ शिव सेना ने बाग़ी विधायकों को अपात्र घोषित करने के लिए क़दम आगे बढ़ा दिए हैं. दोनों ही गुट अपने-अपने दावे कर रहे हैं.

    ऐसी स्थिति में आगे क्या हो सकता है बीबीसी मराठी ने यही समझने की कोशिश की.

  3. बाइडन की मध्य पूर्व यात्रा से पहले बहरीन में छह देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक

    बाइडन और किंग सलमान

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    अमेरिका, इसराइल और अरब जगत के चार देशों के विदेश मंत्रियों की सोमवार को हुई बैठक में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है.

    समाचार एजेंसी एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की पहली मध्य पूर्व यात्रा से दो हफ़्ते पहले इन देशों के विदेश मंत्रियों की ये बैठक हुई है.

    बहरीन ने छह देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी की.

    संयुक्त अरब अमीरात और मोरक्को अमेरिकी अगुवाई में हुए अब्राहम अकॉर्ड्स के तहत इसराइल से संबंध बनाए हैं जबकि मिस्र ने साल 1979 में ही इसराइल से शांति स्थापित कर ली थी.

    सोमवार की बैठक से पहले मार्च के महीने में भी नेगेव के रेगिस्तान में विदेश मंत्रियों की एक मीटिंग हुई थी. राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी प्रस्तावित मध्य पूर्व यात्रा में इसराइल, वेस्ट बैंक और सऊदी अरब के दौरे पर जाने वाले हैं.

    बाइडन की ये यात्रा 13 जुलाई से 16 जुलाई तक चलेगी.

  4. ब्रेकिंग न्यूज़, धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में पत्रकार मोहम्मद जु़बैर गिरफ़्तार

    मोहम्मद जु़बैर

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    दिल्ली पुलिस ने ऑल्ट न्यूज़ के सह संस्थापक पत्रकार मोहम्मद जु़बैर को गिरफ़्तार किया है.

    मोहम्मद जु़बैर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और नफ़रत फैलाने के आरोप है.

    पत्रकार मोहम्मद जु़बैर बीजेपी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा का वीडियो क्लिप साझा करने और साधुओं को 'नफ़रत फैलाने वाले' कहने के बाद चर्चा में आए थे.

    समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ओर 295ए के (जानबूझकर दुर्भावनापूर्ण इरादे से समुदायों के बीच सद्भाव भंग करने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने और विद्वेषपूर्ण इरादे से धार्मिक भावनाओं का अपमान करने या करने की कोशिश करने) तहत गिरफ़्तार किया गया है.

    ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट कर कहा है कि "2020 के एक मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को मोहम्मद ज़ुबैर को पूछताछ के लिए बुलाया था."

  5. महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट, बीजेपी विधायकों को राज्य से बाहर नहीं जाने का निर्देश

    महाराष्ट्र बीजेपी के नेता सुधीर मुनगंटीवार

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    महाराष्ट्र बीजेपी के नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता पर बीजेपी की पैनी नजर है.

    उन्होंने मुंबई में मीडिया से बातचीत में कहा, "हम शिवसेना के किसी विधायक को बागी नहीं मानते. अगर शिवसेना की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो हमारी कोर टीम उस पर फैसला करेगी. एकनाथ शिंदे की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है."

    सोमवार को मुंबई में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक हुई.

    सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि भाजपा विधायकों को राज्य या देश से बाहर नहीं जाने का आदेश दिया गया है.

    उन्होंने कहा, "अदालत के फैसले पर भाजपा की कोर टीम में चर्चा हुई. फिलहाल हमें अविश्वास प्रस्ताव लाने की जरूरत नहीं महसूस हो रही है."

  6. कर्नाटक: मंदिर में मुस्लिम केला व्यापारी को लेकर क्यों हुआ विवाद?

    श्री अनन्तपद्मनाभ मंदिर

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    कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ ज़िले में मुसलमान व्यापारियों के मंदिर में होने वाले त्योहारों में हिस्सा न लेने देने को लेकर चले अभियान के बाद अब वहां एक नई मांग उठ रही है.

    कुछ हिंदू संगठनों ने मांग की है कि मंदिर में केले की सप्लाई करने वाले व्यापारी मुसलमान हैं, इसलिए उनका लाइसेंस रद्द होना चाहिए.

    मंगलुरू शहर से क़रीब दस किलोमीटर दूर कोडुपू में मौजूद श्री अनन्तपद्मनाभ मंदिर ने टेंडर में सबसे कम क़ीमत बताने वाले एक मुसलमान व्यापारी को मंदिर में केले की सप्लाई का ठेका दिया है. अब कुछ हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया है और इसे रद्द करने की मांग की है.

    लेकिन ज़िला प्रशासन ने साफ़ कर दिया है कि ये कॉन्ट्रैक्ट 30 जून तक ही मान्य है इसलिए इसे रद्द नहीं किया जा सकता.

    बजरंग दल के जिला अध्यक्ष शरन पंपवेल ने बीबीसी हिंदी को बताया, "हिंदू संगठनों ने मंदिर समिति को कहा है कि इस तरह के ठेके केवल हिंदू व्यापारियों को दिया जाना चाहिए, किसी और समुदाय के व्यापारी को नहीं देना चाहिए."

  7. संजय राउत को अपनी जुबान पर काबू रखना चाहिए: श्रीकांत शिंदे

    श्रीकांत शिंदे

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    शिवसेना के बाग़ी नेता एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे ने सोमवार को कहा कि पार्टी नेता संजय राउत को अपनी जुबान पर काबू रखना चाहिए.

    एक दिन पहले संजय राउत ने गुवाहाटी में कैंप कर रहे बाग़ी विधायकों को 'ज़िंदा लाश' कहा था जिसे लेकर महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में काफी विवाद हुआ है.

    शिवसेना के मरहूम नेता आनंद दिघे की समाधि पर थाणे में पत्रकारों से बात करते हुए श्रीकांत शिंदे ने कहा कि संजय राउत को अपने कहे शब्दों को लेकर एहतियात बरतना चाहिए क्योंकि वे भी किसी के पिता हैं और उनका परिवार भी उनकी टिप्पणी देखता-सुनता है.

    उन्होंने कहा, "ये महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है. जिस तरह से वे बयान दे रहे हैं, महाराष्ट्र उन्हें देख रहा है. ये तब होता है जब उसे एहसास होता है कि सत्ता उसके हाथों से फिसल रही है. एक बॉलीवुड फ़िल्म के लिए ये अच्छा मसाला है. महाराष्ट्र के लोग इस तरह के असंसदीय बयानों का उचित जवाब देंगे."

    संजय राउत को ईडी के समन भेजे जाने पर श्रीकांत शिंदे ने कहा, "मुझे इसके बारे में आप से ही जानकारी मिली है. उन्हें मेरी शुभकामनाएं."

    रविवार को शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए संजय राउत ने कहा था, "हमने ये सबक सीखा है कि किस पर भरोसा करना है... वे केवल शरीर हैं जिनकी आत्मा मर चुकी है. उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है. असम से 40 शव आएंगे और उन्हें सीधे ही पोस्टमॉर्टम के लिए मुर्दाघर भेज दिया जाएगा."

    संजय राउत ने ये बयान एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में कैंप कर शिवसेना के विधायकों के लिए दिया था.

  8. शापोर मोइनियान: वो अमेरिकी पूर्व सैनिक जो चीन के लिए करता था जासूसी

    अमेरिकी रक्षा विभाग

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    अमेरिकी सेना में पायलट के तौर पर काम करके रिटायर हो चुके शापोर मोइनियान ने माना है कि उन्होंने अमेरिका की एविएशन टेक्नोलॉजी से जुड़ी क्लासिफाइड यानी गोपनीय जानकारी चीन को बेची है.

    अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने कहा है कि 67 वर्षीय शापोर मोइनियान ने बाद में सेना में एक कॉन्ट्रैक्टर के तौर पर काम किया था.

    उन्होंने चीन के साथ अपने औपचारिक संबंधों की जानकारी दिए बगैर कॉन्ट्रैक्टरों के साथ काम करते हुए सेना की एविएशन टेक्नोलॉजी से जुड़ी ख़ुफिया जानकारी जुटाई और उसे हज़ारों डॉलर में बेच दिया.

    उन्हें यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के गैर-आपराधिक रिकॉर्ड में अपने बारे में गलत जानकारी देने का भी दोषी पाया गया है.

    एफ़बीआई के सैन डिएगो कार्यालय के प्रभारी विशेष एजेंट स्टेसी फोय ने कहा, "यह एक और उदाहरण है कि कैसे चीनी सरकार अमेरिकी टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग करके अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ा रही है''.

  9. जी-7 देशों ने कहा- यूक्रेन जब तक चाहेगा तब तक वो उसे समर्थन देते रहेंगे

    जो बाइडन और बोरिस जॉनसन

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    जी-7 देशों का कहना है कि यूक्रेन जब तक चाहेगा तब तक वो उसे समर्थन देते रहेंगे.

    जर्मनी में हो रहे शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने वर्चुअली हिस्सा लिया.

    जी-7 देशों के नेताओं ने कहा कि वे सैन्य, आर्थिक और कूटनीतिक रूप से यूक्रेन का समर्थन करते रहेंगे.

    उन्होंने रूस पर प्रतिबंध कड़े करने का भी वादा भी किया.

    वीडियो कैप्शन, ये बताना मुश्किल है कि अब तक कुल कितने आम लोगों की मौत हुई है

    उधर, यूक्रेन के अधिकारियों ने पूर्वी शहर लिसिचांस्क के लोगों से तुरंत शहर छोड़ कर चले जाने के लिए कहा है.

    लुहांस्क के गवर्नर हैदेइ ने कहा कि शहर में लोगों का जीवन खतरे में है.

    भारी बमबारी के बाद रूसी सेना ने पिछले दिनों युक्रेंन के सेवेरोडनेत्स्क शहर पर नियंत्रण कर लिया.

  10. चंद्रकांत पंडित: जानिए घरेलू क्रिकेट के सबसे कामयाब क्रिकेट कोच को

    चंद्रकांत पंडित

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    इमेज कैप्शन, 1986 की तस्वीर में चंद्रकांत पंडित

    पूरा नाम चंद्रकांत सीताराम पंडित, उम्र 60 साल, भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज़. लेकिन क्रिकेटर के तौर पर नहीं बल्कि कोच के तौर पर आज हर तरफ़ इनके नाम की गूंज है.

    उन्होंने अपनी कोचिंग में उस मध्य प्रदेश को पहली बार 'रणजी ट्रॉफ़ी' का चैंपियन बनाकर ही दम लिया है, जिसे बतौर कप्तान 23 साल पहले यानी 1999 में वह नहीं कर सके थे. हालांकि तब भी टीम को उन्होंने फ़ाइनल तक पहुंचाया ही था.

    इसे इत्तेफ़ाक़ ही कहा जा सकता है कि वह फ़ाइनल भी उसी चिन्नास्वामी स्टेडियम बंगलुरू में खेला गया था जहां इस बार का रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल खेला गया.

    हालांकि 23 साल बाद फ़र्क़ इतना था कि तब चंद्रकांत पंडित की कप्तानी में खेलने वाली मध्य प्रदेश फ़ाइनल में कर्नाटक से हार गई थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ.

  11. 27 जून 2022 का ‘दिनभर: पूरा दिन, पूरी ख़बर’, सुनिए मोहम्मद शाहिद और अंजुम शर्मा के साथ

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  12. एकनाथ शिंदे और राज ठाकरे की बातचीत, महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में कयासों का दौर शुरू

    राज ठाकरे और एकनाथ शिंदे

    इमेज स्रोत, Getty Images

    मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच चार दिन पहले फोन पर बातचीत हुई थी. मनसे नेता और एकनाथ शिंदे समर्थकों ने राज ठाकरे और शिंदे के बीच बातचीत की पुष्टि की है. दोनों नेताओं के बीच 15 मिनट तक चर्चा हुई.

    मनसे के एक नेता ने बीबीसी मराठी को बताया कि राज ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की भूमिका के बारे में पूछा. उन्होंने शिंदे के विद्रोह का कारण जानने की कोशिश की.

    बीबीसी मराठी से बात करते हुए मनसे नेता ने कहा, "राज ठाकरे और शिंदे के बीच चर्चा हुई है, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि दोनों नेताओं के बीच क्या हुआ."

    एकनाथ शिंदे और राज ठाकरे के बीच शुरू से ही अच्छे संबंध रहे हैं. राज ठाकरे के शिवसेना छोड़ने के बाद भी, एकनाथ शिंदे ने राज के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है. बीबीसी मराठी ने शिंदे समर्थक विधायकों से इस पर चर्चा की.

    वीडियो कैप्शन, महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट पर असदुद्दीन ओवैसी ने तंज़ कसा है.

    नाम न छापने की शर्त पर शिंदे के कुछ समर्थकों ने कहा है कि, "एकनाथ शिंदे ने कई लोगों से चर्चा की थी. उन्होंने राज ठाकरे से भी चर्चा की थी. लेकिन ये चर्चाएं राजनीतिक नहीं थीं."

    राज ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच बातचीत के बाद ये चर्चा शुरू हुई कि शिंदे समूह के पास मनसे में विलय का विकल्प है. इसका कारण यह है कि शिंदे ने हिंदुत्व के मुद्दे पर बगावत की है और मनसे भी हिंदुत्व के मुद्दे पर लगातार आक्रामक होती दिख रही है.

    चर्चा इसलिए शुरू हुई क्योंकि शिवसेना ने दावा किया कि शिंदे समूह को नियमानुसार किसी अन्य पार्टी के साथ विलय करना होगा, तभी उनकी सदस्यता बरकरार रह पाएगी.

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    मनसे के राजू पाटिल विधानसभा में एकमात्र विधायक हैं. इस बारे में बात करते हुए राज ठाकरे के करीबी नेता कहते हैं, "मुझे नहीं लगता कि शिंदे मनसे में शामिल होंगे. क्योंकि बीजेपी ऐसा नहीं होने देगी."

    उन्होंने आगे कहा, "अगर शिंदे मनसे में शामिल होते हैं, तो मनसे को फायदा होगा. लेकिन अगर मनसे मजबूत होती है तो बीजेपी को चुनाव में मुश्किल होगी. बीजेपी नहीं चाहेगी कि मनसे भी मजबूत हो. इसलिए शिंदे के मनसे में शामिल होने की कोई संभावना नहीं है."

    हालांकि शिवसेना के बाग़ी विधायक और एकनाथ शिंदे के करीबी दीपक केसरकर ने मीडिया के सामने ये साफ़ किया है कि, "किसी अन्य पार्टी में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता. हम शिवसेना नहीं छोड़ेंगे."

    यही सवाल शिवसेना नेता संजय राउत के सामने भी रखा गया कि पार्टी के असंतुष्ट विधायकों के सामने मनसे में विलय का विकल्प है.

    इस सवाल पर संजय राउत ने कहा, "वे किसी भी पार्टी में विलय कर सकते हैं. उन्हें विलय करना होगा. अगर मनसे को इस तरह से मुख्यमंत्री का पद मिलता है, तो यह ऐतिहासिक होगा."

  13. ओवैसी का एलान, राष्ट्रपति चुनाव में एआईएमआईएम करेगी यशवंत सिन्हा का समर्थन

    ओवैसी

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    एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि राष्ट्रपति चुनावों में उनकी पार्टी विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करेगी.

    उन्होंने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा है, "राष्ट्रपति चुनाव में एआईएमआईएम के विधायक और सांसद विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के वोट देंगे. यशवंत सिन्हा ने मुझसे फोन पर बात की थी."

    पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार के रूप में सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया है. 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उनका मुकाबला केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से है.

    यशवंत सिन्हा के समर्थक इस चुनाव को विचारधारा की लड़ाई बता रहे हैं. उनके नामांकन के समय 15 विपक्षी पार्टियों के नेता मौजूद थे. इनमें राहुल गांधी, शरद पवार, अखिलेश यादव, फारूक़ अब्दुल्लाह और केटी रामाराव भी शामिल थे.

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  14. आज़मगढ़-रामपुर सीट बीजेपी के खाते में, क्या रही मायावती की भूमिका?

    मायावती

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    लोकसभा उपचुनावों में समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले आज़मगढ़ में भाजपा के प्रत्याशी निरहुआ की जीत और अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव की हार के कारणों की तलाश शुरू हो गई है.

    कुछ लोग अखिलेश के आज़मगढ़ में प्रचार न करने को इस हार का एक कारण बताते हैं. लेकिन जब उनके भाई धर्मेंद्र यादव से अपनी हार के कारणों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की ओर इशारा किया.

    नतीजों के तुरंत बाद स्थानीय मीडिया द्वारा धर्मेंद्र यादव से पूछा गया कि उनकी हार के दो बड़े कारण क्या गुड्डू जमाली-बीएसपी-बीजेपी और प्रशसन हैं? तो इसके जवाब धर्मेंद्र यादव ने कहा, "शाह आलम उर्फ़ गुड्डू जमाली तो एक मोहरा हैं. गुड्डू जमाली के बारे में मैंने पूरे चुनाव अभियान में कुछ नहीं कहा. क्योंकि वो एक मोहरा हैं. इनके बड़े खिलाड़ी और लोग हैं. जो राष्ट्रपति चुनाव में फ़ैसले लिए हैं दो दिन पहले और भी कई मौक़ों पर फ़ैसले लिए हैं. चार बार मुख्यमंत्री भी बने हैं. यह भी कहा है कि सपा को हराने के लिए भाजपा को जिताना पड़े तो जीता दो."

    धर्मेंद्र यादव ने इशारों-इशारों में कह डाला कि उन्हें गुड्डू जमाली की वजह से उन्हें मुस्लिम वोट गंवाने पड़े.

    मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "हम लोग इतनी बात कह सकते हैं कि, हम लोग शायद अपने माइनॉरिटी (मुसलमान) भाइयों को समझाने में असफल हुए. प्रयास बहुत किया, लेकिन आज मुझे उम्मीद है कि इस परिणाम के बाद शायद हमारे माइनॉरिटी भाइयों और बहनों की ज़रूर आँख खुलेगी कि आख़िर बहुजन समाज पार्टी जिन उम्मीदवारों के साथ जिस तरह से चुनाव लड़ रही थी, उसका कारण क्या था. कम से कम आज आखें खुल जाएं."

  15. चौबीस साल में पहली बार समय पर क़र्ज़ चुकाने में नाकाम रहा रूस

    रूस

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    साल 1998 के बाद पहली बार रूस के बारे में ये कहा जा रहा है कि वो क़र्ज़ के भुगतान में डिफ़ॉल्ट कर गया है. रूस को 100 मिलियन डॉलर का भुगतान करना था और इसकी मियाद रविवार को ख़त्म हो रही थी.

    लेकिन पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के कारण रूस अंतरराष्ट्रीय क़र्ज़दाताओं को इस क़र्ज़ का समय पर भुगतान नहीं कर पाया. इस डिफ़ॉल्ट को टालने के लिए रूस ने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया था.

    माना जा रहा है कि इस डिफ़ॉल्ट से रूस की वित्तीय साख को धक्का लगेगा.

    मॉस्को की कंसल्टेंसी फ़र्म मैक्रो एडवाइजरी के चीफ़ एग्ज़िक्यूटिव क्रिस वीफ़र का कहना है कि रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैसे जुटाने की ज़रूरत नहीं थी. उसे तेल और गैस जैसी महंगी चीज़ों के निर्यात से काफी कमाई हो रही है.

    वीडियो कैप्शन, .वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के मुताबिक दुनिया के लगभग चार करोड़ लोग भुखमरी के शिकार हो सकते हैं

    लेकिन क्रिस वीफ़र का ये भी कहना है कि यूक्रेन के साथ हालात नहीं सुधरे और अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों से राहत नहीं मिली तो रूस पर दूरगामी असर हो सकता है. उनका कहना है कि इससे रिकवरी और मुश्किल हो सकती है.

    रूस को 27 मई को 100 मिलियन डॉलर की रकम ब्याज के रूप में भरनी थी. रूस का कहना है कि ये रकम यूरोक्लियर नाम के एक बैंक को भेज दी गई थी जहां से ये पैसा निवेशकों को भुगतान होना था.

    ब्लूमबर्ग न्यूज़ के अनुसार, यूरोक्लियर के पास ये पैसा फंस गया और क़र्ज़दाताओं को इसका भुगतान नहीं हो पाया है.

    वीडियो कैप्शन, लावरोव को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे क़रीबी सलाहकारों में से एक माना जाता है

    समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूस का बॉन्ड रखने वाले ताइवान के कुछ निवेशकों को भी ब्याज का भुगतान नहीं मिला है. उन्होंने रूस के बॉन्ड यूरो में खरीदे थे.

    निर्धारित तारीख़ के 30 दिनों के भीतर ये पैसा निवेशकों तक नहीं पहुंच पाया. इसकी मियाद रविवार शाम तक ख़त्म हो गई. और इसी वजह से इसे रूस के डिफॉल्ट के रूप में देखा जा रहा है.

    यूरोक्लियर का कहना है कि वो प्रतिबंधों का पालन करने के लिए बाध्य है. ये प्रतिबंध यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी देशों ने लगाए थे.

    दूसरी तरफ़, रूस का कहना है कि उसकी तरफ़ से कोई डिफॉल्ट नहीं हुआ है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने ये स्पष्ट किया है कि उनकी ओर से मई में ही भुगतान कर दिया गया था और यूरोक्लियर ने प्रतिबंधों की वजह से पेमेंट रोक दिया और प्रतिबंध हमारी समस्या नहीं हैं.

  16. भारतीय महिला क्रिकेट टीम तीसरा टी-20 मैच हारी, लेकिन श्रीलंका से सिरीज़ जीती

    हरमनप्रीत कौर

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    भारतीय महिला क्रिकेट टीम श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीसरा टी-20 मैच हार गई है. लेकिन महिला टीम ने सिरीज़ 2-1 से जीत ली है. श्रीलंका की महिला टीम ने दम्बुला में हुआ तीसरा टी-20 मैच सात विकेट से जीता.

    भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी चुनी. लेकिन भारत की टीम 20 ओवरों में पाँच विकेट पर 138 रन ही बना पाई.

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    भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत कौर ने सर्वाधिक 39 रन बनाए, जबकि जेमाइमा रोड्रिगेज़ ने 33 रनों की पारी खेली. जवाब में श्रीलंका की महिला टीम ने 17 ओवर में तीन विकेट के नुक़सान पर ही लक्ष्य हासिल कर लिया.

    श्रीलंका की कप्तान चमरी अटापट्टू ने सर्वाधिक 80 रन बनाए और वो नाबाद रहीं. उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया. जबकि भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर को प्लेयर ऑफ़ सिरीज़ चुना गया.

  17. यशवंत सिन्हा ने कहा- ऐसा व्यक्ति राष्ट्रपति भवन में जाए, जो सरकार के क़ब्ज़े में न हो

    यशवंत सिन्हा

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    कई विपक्षी पार्टियों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा है कि राष्ट्रपति भवन में वैसा ही व्यक्ति जाए, जो इन ज़िम्मेदारियों को निभा सके. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि ये बहुत महत्वपूर्ण है.

    उन्होंने कहा- अगर कोई ऐसा व्यक्ति जाता है, जो सरकार के क़ब्ज़े में है, तो उसकी हिम्मत ही नहीं होगी कि वो सलाह भी दे. फिर इस पद का कोई फ़ायदा नहीं बचेगा.

    तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल पर क़रीब 17 विपक्षी पार्टियों ने यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. यशवंत सिन्हा ने कहा है कि वे उन सभी विपक्षी पार्टियों को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने साथ आकर उन्हें उम्मीदवार के रूप में चुना.

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    उन्होंने कहा- ये कहा जा रहा है कि मैं चौथी पसंद था. लेकिन मैं ये कहना चाहता हूँ कि अगर पर 10वीं पसंद भी रहता, तो मैं इसे स्वीकार कर लेता, क्योंकि ये बड़ी लड़ाई है. विपक्षी दलों ने पहले शरद पवार को उम्मीदवार बनाने की कोशिश की थी, लेकिन पवार ने इससे इनकार कर दिया. बाद में गोपाल कृष्ण गांधी और फ़ारूक़ अब्दुल्लाह का भी नाम आया. लेकिन आख़िरकार यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति बनी.

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    यशवंत सिन्हा ने ये भी कहा कि वे बीजेपी में अपने पुराने सहयोगियों के पास भी समर्थन के लिए जाएँगे. उन्होंने कहा- राष्ट्रपति चुनाव पूर्ण सत्ता की विचारधारा और आज़ादी की विचारधारा के बीच एक संघर्ष है. यशवंत सिन्हा के सामने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू हैं. मुर्मू को नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस का भी समर्थन हासिल है.

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    यशवंत सिन्हा बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे हैं. 2018 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वे वित्त मंत्री और विदेश मंत्री रहे. बीजेपी छोड़ने के बाद 2021 में वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए. बाद में ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया.

  18. जैकलीन फर्नांडीस से मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी की पूछताछ

    जैकलीन फर्नांडीज़

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    प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीस से मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ की है.

    समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, ये मनी लॉन्ड्रिंग केस जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर से जुड़ा हुआ है. जैकलीन फर्नाडीस ईडी के मुख्यालय पर सोमवार को पेश हुईं.

    ईडी ने उन्हें इस मामले में अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था.

    अप्रैल महीने के आख़िर में ईडी ने जैकलीन की 7.27 करोड़ रुपए की संपत्ति ज़ब्त कर ली थी.

    उनके ख़िलाफ़ प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, 2002 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

    इस मामले में जैकलीन के साथ ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है.

  19. महाराष्ट्र संकट LIVE: सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद अब क्या रणनीति अपनाएंगे गुवाहाटी में डटे शिवसेना के बागी विधायक, बता रहे हैं बीबीसी संवाददाता मयंक भागवत

  20. शिवसेना के बाग़ी विधायकों पर बोले आदित्य ठाकरे- जो दगाबाज़ी करते हैं, वे कभी जीतते नहीं...

    आदित्य ठाकरे

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    महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा समन किए जाने पर कहा है कि 'ये राजनीति नहीं है, ये अब सर्कस बन गया है.'

    शिवसेना के बागी विधायकों और फ्लोर टेस्ट के सवाल पर उन्होंने कहा, "सबसे बड़ा टेस्ट यही है कि जो बागी हैं, जो भाग के गए हैं, जो खुद को बागी कह रहे हैं अगर बगावत करनी होती तो यहां करते, इस्तीफा देते और सामने चुनाव के लिए खड़े रहते."

    महाविकास अघाड़ी की सरकार बच पाएगी या नहीं, इस सवाल पर उन्होंने कहा, "हम जीतने को लेकर आश्वस्त हैं. जो दगेबाज़ी करते हैं, वो जीतते नहीं. जो भाग जाते हैं, वो नहीं जीतते."

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    उद्धव ठाकरे की सरकार के मंत्री उदय सामंत के गुवाहाटी जाकर बाग़ी विधायकों के साथ मिल जाने के सवाल पर आदित्य ठाकरे ने कहा, "ये उनका फ़ैसला है. लेकिन वे किसी रोज़ हमारे सामने आएंगे. एक दिन उन्हें हमसे आंख मिलानी पड़ेगी. हम देखेंगे."