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कश्मीर में सेना के ऑपरेशन का बीसवां दिन, चरमपंथियों का सुराग़ नहीं

पाकिस्तान की सीमा से लगे पुंछ और राज़ौरी ज़िलों के जंगलों में भारतीय सेना सघन तलाशी अभियान चला रहा है. यहां हुए दो अलग-अलग एनकाउंटर में नौ भारतीय सैनिकों की मौत हो चुकी है.

लाइव कवरेज

  1. त्रिपुरा में सांप्रदायिक हिंसा के मामले अचानक क्यों बढ़ गए हैं?

    त्रिपुरा के उत्तर त्रिपुरा ज़िले में गुरुवार को एक बार फिर मुसलमान समुदाय पर हमले की घटना सामने आई है.

    ये हमला उस जगह से थोड़ी ही दूर पर हुआ जहां 48 घंटा पहले एक मस्जिद तोड़ दी गई थी, दुकानें जला दी गईं थीं और अल्पसंख्यकों के घरों में तोड़फोड़ की गई थी.

    इस हमले के लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को ज़िम्मेवार ठहराया जा रहा है. हालांकि पुलिस ने इस मामले में किसी को गिरफ़्तार नहीं किया है.

    वीएचपी के वरिष्ठ नेता पूर्णाचंद्रा मंडल के मुताबिक त्रिपुरा के कुल 51 जगहों पर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले की घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किए गए थे.

    उनके मुताबिक हिंसा तब शुरू हुई जब एक प्रदर्शनकारी पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने पत्थर से हमला किया और अशोक कुमार सरकार नाम के एक व्यक्ति को अस्पताल ले जाना पड़ा.

  2. कश्मीर में सेना के ऑपरेशन का बीसवां दिन, चरमपंथियों का सुराग़ नहीं

    जम्मू और कश्मीर के पुंछ सेक्टर में छुपे हुए चरमपंथियों की तलाश में चल रहा सैन्य अभियान आज बीसवें दिन में पहुंच गया.

    पाकिस्तान की सीमा से लगे पुंछ और राज़ौरी ज़िलों के जंगलों में भारतीय सेना सघन तलाशी अभियान चला रहा है. यहां हुए दो अलग-अलग एनकाउंटर में नौ भारतीय सैनिकों की मौत हो चुकी है.

    पूंछ के मेंढर के भट्टी दूरियां और सुरानकोटे और नज़दीक ही राजौरी के राजामंडी इलाक़ों में भारतीय सेना ने 11 अक्तूबर को अभियान शुरू किया था.

    24 अक्तूबर को भारतीय जेल में बंद एक पाकिस्तानी चरमपंथी की भी मौत हो गई थी. सेना का कहना है कि कोट भलावल सेंट्रल जेल में बंद क़ैदी को इलाक़े की पहचान के लिए ले जाया गया था और इस दौरान चरमपंथियों ने सेना के दल पर हमला कर दिया जिसमें क़ैदी की मौत हो गई.

    अभी तक सेना और चरमपंथियों के बीच दो बार मुठभेढ़ हुई है. पहली बार 11 अक्तूबर को सुरानकोटे और दूसरी बार 14 अक्तूबर को थानामंडी इलाक़े में एनकाउंटर हुआ था.

    इन मुठभेड़ों में भारतीय सेना को दो जेसीए (जूनियर कमिश्नंड अधिकारी) समेत नौ जवानों की मौत हुई है.

    पांच की मौत सुरानकोटे में और चार की मौत मेंढर में हुई थी. 24 अक्तूबर को भट्टी दूरियां में हुई गोलीबारी के बाद से चरमपंथियों और सेना के बीच कोई गोलीबारी नहीं हुई है.

    सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान में चरमपंथियों का एक ठिकाना खोज निकाला जहां से एके-47 राइफल बरामद हुई. यहां से जूतों और कंबल के अलावा खाने-पीने की चीज़ें भी मिली थीं.

    सेना के अधिकारियों का कहना है कि जंगल में छुपे हुए चरमपंथी परिस्थितियों का फ़ायदा उठाकर बच निकल रहे हैं. उन्हें जंगल घना होने की वजह से खोजने में मुश्किलें आ रही हैं.

    समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि जंगल के समूचे क्षेत्र की नाकेबंदी कर ली गई है और चरमपंथियों को मारने या पकड़ने का अभियान जारी है.

    अधिकारियों का कहना है कि जंगल में कुछ जगह धुआं उठता दिखा था जिसकी वजह गोलीबारी से सूखी घास का जलना था. खोजी दलों ने इस आग को बुझा दिया है.

    अधिकारियों का कहना है कि चरमपंथियों की मदद करने के आरोप में दो महिलाओं समेत 12 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इन पर रहने की जगह और खाने का सामान मुहैया कराने के आरोप हैं.

    सेना के अभियान की वजह से मेंढर के भिंबर गली और जेरा वाली गली इलाक़ों के बीच यातायात पिछले पंद्रह दिनों से बंद है. हाल के महीनों में राजौरी और पुंछ ज़िलों में पाकिस्तान की तरफ़ से घुसपैठ के मामले बढ़े हैं. सेना का कहना है कि जून के बाद से अब तक 9 चरमपंथी मारे जा चुके हैं.

  3. भारत की न्याय व्यवस्था में कैसे होगा सुधार?, बीबीसी इंडिया बोल, 30 अक्टूबर 2021

  4. हसरंगा की हैट्रिक पर भारी पड़े मिलर के छक्के, एक गेंद रहते हुआ रोमांचक मैच का फ़ैसला

    टी20 वर्ल्ड कप में शनिवार को श्रीलंकाई गेंदबाज़ वानिंदु हसरंगा ने हैट्रिक लेने का कारनामा किया. अपनी तीन लगातार गेंदों पर तीन विकेट ले कर उन्होंने अफ़्रीकी टीम को मुश्किल में डाल दिया लेकिन वे श्रीलंका को हार से नहीं बचा सके.

    आखिरी ओवर में डेविड मिलर ने दो छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई. दक्षिण अफ़्रीकी टीम एक गेंद रहते चार विकेट से मैच जीती.

    मैच में अफ़्रीकी टीम की बल्लेबाज़ी के दौरान 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर हसरंगा ने मर्कराम को बोल्ड किया. दो ओवरों के बाद जब उन्हें 18वां ओवर डालने के लिए गेंद दी गई तो पहले अफ़्रीकी कप्तान तेम्बा बावुमा और फिर ड्वेन प्रीटोरियस को पहले दो गेंदों पर आउट कर हैट्रिक बनाई.

    टी20 वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेने वाले हसरंगा तीसरे खिलाड़ी बने. 2007 में ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली और आयरलैंड के कर्टिस कैंफर उनसे पहले हैट्रिक ले चुके हैं. साथ ही टी20 क्रिकेट के इतिहास का यह 23वीं हैट्रिक है.

    श्रीलंकाई पारी का आकर्षण पाथुम निसांका की बल्लेबाज़ी

    यह टी20 वर्ल्ड कप 2021 का 25वां मुक़ाबला था. दक्षिण अफ़्रीका ने टॉस जीत कर श्रीलंका को पहले बल्लेबाज़ी के लिए उतारा.

    श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और विकेट तेज़ी से गिरते रहे. एक वक़्त स्कोर 91 रन पर पांच विकेट था. हालांकि सलामी बल्लेबाज़ पाथुम निसांका (72) ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी की और अपनी टीम का स्कोर 142 रनों तक ले जाने में बड़ा किरदार निभाया.

    अफ़्रीकी की ओर से एनरिक नॉर्त्ज ने दो, जबकि श्मसी और प्रीटोरियस ने तीन-तीन विकेटें लीं.

    डेविड मिलर ने दिलाई जीत

    जवाब में दक्षिण अफ़्रीका की शुरुआत भी बहुत अच्छी नहीं हुई. 49 रन तक तीन और 112 रन बनाने तक उसके छह खिलाड़ी आउट हो चुके थे.

    हालांकि दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान तेम्बा बावुमा की 46 रनों की पारी ने मैच में टीम की वापसी कराई. इसके बाद डेविड मिलर ने हसरंगा के दिए झटके से टीम को उबारा और 13 गेंदों पर नाबाद 23 रनों की पारी खेली.

    अंतिम ओवर में जब दक्षिण अफ़्रीका को जीतने के लिए 15 रन बनाने थे और जीतना मुश्किल दिख रहा था तब मिलर ने ही दो छक्के जमाए और श्रीलंका को टूर्नामेंट में दूसरी हार का सामना करना पड़ा.

  5. कांग्रेस छोड़ने का फ़ैसला आख़िरी है: कैप्टन अमरिंदर सिंह

    पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को उन रिपोर्टों को खारिज किया जिनमें ये दावा किया गया था कि कैप्टन की कांग्रेस से पर्दे के पीछे बातचीत कर रही है.

    उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ सुलह-सफ़ाई का वक़्त गुजर गया है और कांग्रेस छोड़ने के उनके फ़ैसले में अब कोई बदलाव नहीं होने वाला है.

    कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये दोहराया कि वे जल्द ही नई राजनीतिक पार्टी का एलान करेंगे और वे ये चाहते हैं कि पंजाब के हित में एक मजबूत सामूहिक शक्ति का गठन किया जाए.

    कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार ने उनके हवाले से ट्विटर पर लिखा है, "कांग्रेस के साथ पिछले दरवाजे की बातचीत की ख़बरें ग़लत हैं. सुलह सफ़ाई का समय ख़त्म हो गया है. पार्टी से अलग होने का फ़ैसला काफी सोच समझकर लिया गया है और ये अंतिम फ़ैसला है. मैं सोनिया गांधी के समर्थन के लिए आभारी हूं लेकिन अब कांग्रेस में और नहीं रुकने जा रहा हूं."

  6. भारत में बढ़ती गर्मी से निजात पाने की कोशिशें

    ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से भारत में लगातार गर्मी बढ़ती जा रही है. अगर आप बस्ती वाले इलाके में रहते हैं तो आपका इस गर्मी से बचना नामुमकिन है.

    शकीला बानो अपने पोते मोहम्मद को आराम से सुला नहीं पाती हैं, उनके घर में इतनी गर्मी होती है कि घर के सभी सदस्य परेशान रहते हैं. बीबीसी की ख़ास सिरीज़ लाइफ़ एट 50 डिग्री सेल्सियस में हमने इस गर्मी का हल तलाशने की कोशिश की.

  7. आर्यन ख़ान चार हफ़्ते बाद जेल से आए बाहर

    अभिनेता शाहरुख ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान लगभग एक महीने बाद आज मुंबई की आर्थर रोड जेल से रिहा हो गए हैं.

    उन्हें एक क्रूज़ शिप पार्टी से ड्रग मामले में गिरफ़्तार किया गया था. जेल के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ था और सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी भी मौजूद थे.

    आर्यन ख़ान को जेल से निकलते ही तुरंत गाड़ी में बैठाया गया और वो रवाना हो गए.

    गुरुवार को 23 साल के आर्यन ख़ान को बॉम्बे हाई कोर्ट ने तीन दिनों तक चली सुनवाई के बाद ड्रग मामले ज़मानत दे दी थी लेकिन एक रात और उन्हें जेल में गुज़ारनी पड़ी थी.

  8. अरुण खेत्रपाल, जिन्होंने पाकिस्तान के चार टैंक तबाह किए - Vivechna

    1971 युद्ध के 50 वर्ष की पांचवी कड़ी में बता रहे हैं रेहान फ़ज़ल अरुण खेत्रपाल की कहानी जिन्होंने मात्र 21 साल की उम्र में पाकिस्तान के चार टैंक तबाह कर भारत का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र हासिल किया था.

  9. जब डाकुओं के सरदार मलखान सिंह ने किया था आत्मसमर्पण

    80 के दशक में मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले की चंबल घाटी में डाकू मलखान सिंह एक दुर्दांत नाम था. फ़ोटोग्राफ़र प्रशांत पंजियार ने मध्य भारत के इस सूखे पथरीले इलाके में पैदल लंबी यात्रा की और देश के कुछ नामचीन डाकुओं की ज़िंदगी के बारे में काफ़ी विस्तार से लिखा.

    अधिकतर डाकू चंबल इलाके में रहते थे जो पुलित्ज़र पुरस्कार विजेता लेखक पॉल सलोपेक के अनुसार "एक दुर्गम उबड़-खाबड़ पहाड़ों और मिट्टी-रेत से भरी नदियों वाला इलाक़ा था जहाँ ठग, लुटेरे, हत्यारे, गुंडे भरे थे और जहाँ हाइवे पर कुख्यात लुटेरे होते थे जिन्हें डकैत कहा जाता था".

    कई महीनों की कोशिशों के बाद पंजियार और उनके दो साथी पत्रकारों की मई 1982 में डकैतों के सरदार मलखान सिंह से मुलाक़ात हुई.

  10. पाकिस्तानी पत्रकार ने घुमाकर पूछा सवाल, अफ़ग़ान कप्तान का ये जवाब

    पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच शुक्रवार को हुए टी20 विश्व कप के रोमांचक मुक़ाबले में पाकिस्तान ने जीच दर्ज की.

    कड़ी टक्कर के इस मैच में अफ़ग़ानिस्तान ने भी अंत तक अपनी पकड़ बनाए रखी लेकिन पाकिस्तानी बल्लेबाज आसिफ़ अली के चार छक्कों ने मैच का रुख़ बदल दिया.

    मैच के बाद अफ़ग़ानिस्तान के कप्तान मोहम्मद नबी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मीडिया के सवालों का जवाब दिया. लेकिन, वो पाकिस्तान के एक पत्रकार के सवाल से सहमत नहीं दिखे.

    प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के एक पत्रकार ने मोहम्मद नबी से सवाल पूछा, "क्या कुछ ऐसा खौफ़ है कि सरकार बदली है, हालात बदले हैं और जब आप वापस जाएंगे तो आपसे पूछा जाएगा? ये जो नया दौर शुरू हुआ है, पाकिस्तान के साथ संबंध अच्छे हैं तो क्या अफ़ग़ानिस्तान की टीम को इन संबंधों के अच्छे होने से मज़बूती मिलेगी?"

  11. रूस में फिर कोरोना के क़हर की आहट

    बात अब कोरोना की, जिसका सबसे ज़्यादा कहर रूस में देखने को मिल रहा है.

    रूस में कोरोना से 24 घंटे में 1,100 लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद पूरे देश में 'नॉन-वर्किंग-वीक' का एलान किया है.

    इस दौरान तमाम ग़ैर-ज़रूरी काम-धंधे बंद रहेंगे, लेकिन इस बीच छुट्टियां मनाने जाने वाले और वैक्सीन न लगवाने वाले लोग चिंता बढ़ा रहे हैं.

    देखिए कोर्टनी बेमब्रिज की रिपोर्ट.

  12. विराट कोहली बोले, शमी पर निशाना साधने वाले लोग रीढ़विहीन ट्रोल हैं

    भारतीय टी-20 क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी पर टिप्पणियां करने वाले लोगों की तीखी आलोचना करते हुए उन्हें 'रीढ़विहीन ट्रोल' कहा.

    संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में चल रहे टी-20 क्रिकेट विश्व कप में भारत अपने पहले मुक़ाबले में दस विकेट से हार गया था.

    इस करारी हार के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने भारत के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी की आलोचना की थी और उनकी धार्मिक पहचान पर भी टिप्पणियां की थीं.

    शमी के इंस्टाग्राम पर उन्हें ट्रोल किया गया था और उनके मुसलमान होने को लेकर भद्दी टिप्पणियां की गईं थीं.

    दुबई में पत्रकारों से बात करते हुए विराट कोहली ने कहा, "किसी के धर्म को लेकर उसकी आलोचना करना मुझे लगता है कि एक इंसान के तौर पर सबसे ख़राब चीज़ है."

  13. साल 2024 में कांग्रेस के साथ बनेगी देश में गठबंधन सरकारः संजय राउत

    बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि साल 2024 के चुनावों में केंद्र में गठबंधन की सरकार बनेगी जिसमें कांग्रेस की अहम भूमिका होगी.

    राउत ने कहा कि एक पार्टी की सरकार का दौर जाने वाला है. पुणे प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा कि कांग्रेस देश की बड़ी पार्टी है और इसकी जड़ें ज़मीन से जुड़ी हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार कांग्रेस की भूमिका के बिना नहीं बन सकेगी.

    राउत ने कहा कि कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है और बाकी पार्टियां क्षेत्रीय पार्टी हैं. राउत राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बयान पर टिप्पणी कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी लंबे समय तक सत्ता में बनी रहेगी.

    राउत ने कहा कि बीजेपी राजनीति में तो सक्रिय रहेगी लेकिन वो विपक्ष में होगी.

    जब उनसे भारत के सबसे बड़ा चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी उनकी पार्टी का ध्यान दादरा नागर हवेली और गोवा पर है. उन्होंने कहा कि यूपी में हम छोटे खिलाड़ी हैं लेकिन हम चुनाव लड़ेंगे.

    राउत पुणे प्रेस क्लब की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में संबोधन देने पुणे आए थे. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में मीडिया के सामने भी कई चुनौतियां हैं.

    राउत ने कहा कि बीते दो सालों से महामारी का हवाला देकर पत्रकारों को संसद के केंद्रीय हॉल में नहीं जाने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस पाबंदी की असली वजह महामारी नहीं बल्कि सरकार का डर है कि यदि मंत्री पत्रकारों से बात करेंगे तो कई बातें बाहर आ सकती हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार नहीं चाहती कि मंत्री पत्रकारों से बात करें. उन्होंने कहा कि जिस तरह की रोक मीडिया पर आज है ऐसी आपातकाल के दौरान भी नहीं थी.

    राउत ने कहा कि एक अख़बार ने गंगा में बह रही लाशों पर रिपोर्ट की तो उसके दफ़्तरों पर आयकर विभाग ने छापे मार दिए. उन्होंने आरोप लगाया कि जो उद्योगपति देश में कारोबार करना चाहते थे उन्हें मीडिया में निवेश करने के लिए मजबूर किया गया ताकि उनके ज़रिए मीडिया को नियंत्रित किया जा सके. राउत ने कहा, देश के शीर्ष दस उद्योग घरानों ने मीडिया में निवेश किया है, इसके पीछे सरकार है.

  14. पाकिस्तान: वज़ीराबाद में आगे बढ़े टीएलपी कार्यकर्ताओं पर रेंजरों ने छोड़े आंसू गैस

    पाकिस्तान में 'लॉन्ग मार्च' पर अडिग तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के कार्यकर्ताओं ने वज़ीराबाद से आगे बढ़ने की कोशिश की है.

    बीबीसी संवाददाता शहज़ाद मलिक के मुताबिक पाकिस्तान रेंजर्स ने सभी रास्ते बंद कर दिए हैं. टीएलपी कार्यकर्ताओं ने वैकल्पिक रास्ते से आगे बढ़ने की कोशिश की तो उन्हें रोकने के लिए रेंजरों ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं.

    बीबीसी संवाददाता के मुताबिक टीएलपी कार्यकर्ताओं की संख्या कई हज़ार है और यह लगातार बढ़ रही है. सुबह नौ बजे से ही वज़ीराबाद में हलचल बढ़ गई थी. रिपोर्टों के मुताबिक कई जगहों पर रेंजरों ने गोली भी चलाई है जिसके बाद भीड़ कुछ पीछे हटी थी.

    पाकिस्तान सरकार ने इस मार्च को रोकने के लिए अपने संवैधानिक विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान रेंजर्स को तैनात किया है. रेंजर आगे हैं और पंजाब के पुलिस बल उनके पीछे तैनात हैं. वहीं टीएलपी के कार्यकर्ता और नेता शहर के अलग-अलग इलाक़ों में इकट्ठा हैं. वीडियो फुटेज से पता चलता है कि नेताओं ने भाषण भी दिए हैं.

    वज़ीराबाद से इस्लामाबाद की तरफ़ जाने के लिए दो रास्ते हैं. प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सड़कें खोद दी गई हैं और जगह-जगह कंटेनर खड़े किए गए हैं.

    वहीं, प्रदर्शनकारी अपने साथ क्रेन और लकड़ी के बड़े-बड़े फट्टे लेकर चल रहे हैं जिनकी मदद से कंटेनर हटाए जा रहे हैं और गड्ढ़ों को पार किया जा रहा है.

    प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की थी. बैठक के बाद तय किया गया है कि क़ानून का शासन लागू किया जाएगा और क़ानून तोड़ने वालों को रियायत नहीं दी जाएगी.

    टीएलपी अपने नेता साद हुसैन रिज़वी की रिहाई और फ़्रांस के राजदूत को देश से निकालने की मांग को लेकर लाहौर से इस्लामाबाद का लॉन्ग मार्च कर रही है.

    वहीं टीएलपी का कहना है कि सरकार की तरफ़ से अभी तक किसी ने उनसे वार्ता नहीं की है. टीएलपी की केंद्रीय परिषद के सदस्य सरवर सैफ़ी ने एक बयान में कहा है कि यदि क़ानून व्यवस्था की स्थिति ख़राब होती है और गोली चलती है तो इसके लिए सरकार ज़िम्मेदार होगी.

    टीएलपी ने पिछले शुक्रवार को लाहौर से मार्च किया था जो इस शुक्रवार को गुजरांवाला को पार करके वज़ीराबाद तक पहुंच गया था.

    वज़ीराबाद में केंद्रीय सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हो सकता है. इस मार्च के दौरान हुई हिंसा में अब तक पांच पुलिसकर्मियों समेत आठ लोग मारे जा चुके हैं.

  15. आर्यन ख़ान ड्रग्स केस में सात और अभियुक्तों को एनडीपीएस कोर्ट से मिली ज़मानत

    बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान से जुड़े ड्रग्स केस में एनडीपीएस स्पेशल कोर्ट ने कथित ड्रग पेडलर अचित कुमार समेत छह अन्य अभियुक्तों को शनिवार को ज़मानत दे दी.

    इस हाई प्रोफ़ाइल केस में गिरफ़्तार किए गए 20 अभियुक्तों में से 12 अभियुक्तों को अब तक ज़मानत मिल चुकी है. इससे पहले एनडीपीएस कोर्ट ने आर्यन ख़ान को ज़मानत देने से इनकार कर दिया था. हालांकि गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने आर्यन और सह-अभियुक्त अरबाज़ मर्चेंट और मुनमुन धामेचा को ज़मानत दे दी थी.

    समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एनसीबी का कहना था कि अचित कुमार को आर्यन को ड्रग्स सप्लाई करने के आरोप में आर्यन ख़ान और अरबाज़ मर्चेंट के बयान के आधार पर गिरफ़्तार किया गया था.

    एनडीपीएस की विशेष अदालत ने शनिवार को अन्य अभियुक्त नुपुर सातीजा, गोमती चोपड़ा, गोपालजी आनंद, समीर सहगल, मानव सिंघल और भास्कर अरोड़ा की ज़मानत भी स्वीकार कर ली.

    हालांकि अभी अदालत का विस्तृत फ़ैसला उपलब्ध नहीं हो सका है. इससे पहले विशेष अदालत ने 26 अक्तूबर को दो और अभियुक्तों मनीष राजगरिया और अविन साहू को ज़मानत दे दी थी. सबसे पहले इस मामले में इन दोनों को ही ज़मानत मिली थी.

    एनसीबी ने दो अक्तूबर को मुंबई के पास अरब सागर में एक क्रूज़ पर छापा मारा था और ड्रग्स लेने के आरोप में कई लोगों को गिरफ़्तार किया था. इनमें अभिनेता शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान भी शामिल थे.

    आर्यन ख़ान शनिवार को मुंबई की आर्थर रोड जेल से 22 दिन की क़ैद के बाद रिहा हुए.

  16. छत्तीसगढ़ः क्या कोल माइंस का रास्ता साफ़ करने के लिए कम किया जा रहा है हाथी रिज़र्व का इलाका

    दिवासियों की 300 किलोमीटर तक राजधानी रायपुर की पदयात्रा के बीच, राज्य सरकार ने यहां प्रस्तावित 16 साल साल पुराने लेमरू हाथी रिज़र्व की अधिसूचना जारी कर दी है.

    यह देश का 31वां हाथी अभयारण्य होगा.

    राज्य सरकार ने 3827 वर्ग किलोमीटर में इस हाथी अभयारण्य को बनाने की बात कही थी और केंद्र सरकार को इस संबंध में पत्र भी लिखा था. लेकिन अपने लिखे से 'यू टर्न' लेते हुए राज्य सरकार ने ताज़ा अधिसूचना में हाथी अभयारण्य के दायरे में केवल 1995.48 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र को ही शामिल किया है.

    राज्य सरकार ने 3827 वर्ग किलोमीटर के दायरे में प्रस्तावित हाथी अभयारण्य में इस इलाके के जिन वन क्षेत्रों को शामिल किया था, उसके दायरे में 64 कोल ब्लॉक आ रहे थे.

    अब इनमें से 54 कोल ब्लॉक के वन क्षेत्र, नए हाथी अभयारण्य के दायरे से बाहर हैं. अब इन क्षेत्रों में कोयला खनन का रास्ता साफ़ हो गया है.

  17. एयर इंडिया ने इस्तीफ़ा देने वाले पायलटों के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट से क्या कहा?

    एयर इंडिया ने शुक्रवार को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान 40 से अधिक पायलटों को फिर से नौकरी पर रखने और पिछला वेतन देने का विरोध किया है.

    समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एयर इंडिया का पक्ष रखते हुए महाधिवक्ता तुषार मेहता ने जस्टिस राजीव शाकधर की अदालत से कहा कि कोई ये कहकर अपना इस्तीफ़ा वापस नहीं ले सकता है कि मैं नोटिस पीरियड पर हूं.

    सुनवाई कर रही बैंच में जस्टिस तलवंत सिंह भी शामिल है. एयर इंडिया ने एकल बेंच के फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील दायर की है.

    अदालत ने एयर इंडिया के कई पायलटों को नौकरी से निकालने के फ़ैसले पर रोक लगा दी थी और उन्हें फिर से नौकरी पर रखने का आदेश दिया था. इनमें स्थायी और अस्थायी पायलट शामिल थे.

    महाधिवक्ता तुषार मेहता ने तर्क देते हुए कहा कि ऐसा कोई नोटिस पीरियड नहीं है जिसके दौरान दिया गया इस्तीफ़ा वापस लिया जा सकता है.

    उन्होंने कहा कि इस्तीफ़ा देने के 6 महीने बाद तक पायलट को नागरिक उड्डयन की ज़रूरतों के मद्देनज़र पायलट को काम करना होता है. उन्होंने तर्क दिया कि क़ानून ये कहता है कि इस्तीफ़ा देते ही प्रभावी हो जाता है और जनहित में छह महीनों तक पायलट को काम करना पड़ता है क्योंकि एक पायलट के प्रशिक्षण पर भी भारी खर्च होता है.

    वहीं पायलटों ने तर्क दिया था कि एयर इंडिया के पक्ष को स्वीकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि इस्तीफ़ा परिस्थितियों पर निर्भर है और छह महीने का नोटिस पीरियड पूरा होने पर ही प्रभावी होता है.

    पायलट अपने इस्तीफ़े वापस लेना चाहते थे लेकिन एयर इंडिया ने उनकी मांग को स्वीकार नहीं किया था. इसके बाद पायलट हाई कोर्ट चले गए थे जहां उन्हें फिर से नौकरी पर रखने का आदेश दिया गया था.

  18. चीन ने श्रीलंका के सरकारी बैंक को किया ब्लैकलिस्ट -प्रेस रिव्यू

    चीन ने श्रीलंका में जैविक खाद का एक ऑर्डर रद्द होने के बाद श्रीलंका के एक बैंक को ब्लैकलिस्ट कर दिया है.

    अंग्रेज़ी अख़बार 'द हिंदू' के मुताबिकचीन ने जैविक खाद के एक ऑर्डर के संबंध में "दुर्भावनापूर्ण" लेटर ऑफ क्रेडिट "डिफ़ॉल्ट" का हवाला देते हुए श्रीलंका के एक शीर्ष सरकारी बैंक को ब्लैकलिस्ट कर दिया.

    श्रीलंका ने हाल ही में चीन की एक कंपनी को जैविक खाद का ऑर्डर दिया था लेकिन खाद के दूषित पाए जाने पर श्रीलंकाई अधिकारियों ने चीन से आई खेप को वापस कर दिया. वहीं, लेटर ऑफ़ क्रेडिट देने वाले बैंक ने कंपनी को भुगतान करने से मना कर दिया था.

    चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि इस "डिफॉल्ट" के कारण श्रीलंका के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार में चीन के उद्योगों को ''बड़ा नुक़सान'' हुआ है.

  19. आर्यन ख़ान ड्रग्स केस: आर्थर रोड जेल को सबसे ख़तरनाक जेल क्यों कहा जाता है?

    शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान जिस जेल की चहारदीवारी में तीन हफ़्ते से अधिक बंद रहे वो आर्थर रोड जेल एक बार फिर चर्चा के केंद्र में है.

    ड्रग्स के मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने आर्यन को इसी महीने की शुरुआत में गिरफ़्तार किया था. उसके बाद से वे उन्हें उसी आर्थर रोड जेल में रखा गया, जहाँ कई कुख्यात गुंडे, शार्पशूटर्स, मकोका के तहत गिरफ़्तार अपराधी इत्यादि अपनी सज़ा काट रहे हैं.

    कई फ़िल्मस्टारों, अंडरवर्ल्ड डॉन, राजनेताओं, उद्योगपतियों, आईपीएस अधिकारी जैसे कई मशहूर लोग इस जेल की हवा खा चुके हैं. इन हाइप्रोफ़ाइल क़ैदियों की वजह से ही यह जेल ख़बरों में बनी रहती है.

    इसे देश के सबसे सुरक्षित जेलों में से एक माना जाता है. 26/11 हमले के दोषी अजमल आमिर कसाब का नाम भी इस जेल से जुड़ा है.

    आख़िर क्या है इस जेल की वो ख़ासियत जो इसे सबसे सुरक्षित जेलों में से एक बनाती है?

  20. ब्रेकिंग न्यूज़, पीएम मोदी की वैटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात, क्या हुई बात?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को वैटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात हुई. दोनों नेताओं की पहली मुलाकात में ग़रीबी उन्मूलन और जलवायु परिवर्तन समेत कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई.

    साल 2013 में पोप के बनने के बाद फ्रांसिस से मिलने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. पीएम मोदी ने पोप के साथ अपनी मुलाकात में कैथोलिक चर्च के प्रमुख को भारत आने का न्योता भी दिया.

    समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, साल 1999 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तब आख़िरी बार पोप भारत के दौरे पर आए थे. उस वक़्त पोप जन पॉल द्वितीय थे.

    कहा जा रहा है कि पीएम मोदी और पोप की मुलाकात केवल 20 मिनट के लिए निर्धारित थी लेकिन वो घंटे भर तक चली. वैटिकन सिटी में प्रधानमंत्री मोदी के साथ भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी थे.