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म्यांमार में फिर हिंसा, सुरक्षा बलों के साथ झड़प में 20 लोगों की मौत का दावा
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ एयेयारवाडी नदी से लगे इलाकों में सुरक्षा बल हथियारों की तलाश कर रहे थे, तभी ये झ़ड़प हुई. गांव वालों के पास गुलेल और तीर-कमान जैसे हथियार थे.
लाइव कवरेज
म्यांमार में फिर हिंसा, सुरक्षा बलों के साथ झड़प में 20 लोगों की मौत का दावा

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म्यामांर में सुरक्षा बलों और गांव वालों के बीच झड़प में 20 लोगों के मारे जाने की ख़बर है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने स्थानीय मीडिया के हवाले से लिखा है कि एयेयारवाडी नदी से लगे इलाकों में सुरक्षा बल हथियारों की तलाश कर रहे थे, तभी ये झ़ड़प हुई.
गांव वालों के पास गुलेल और तीर-कमान जैसे हथियार थे. म्यांमार की सरकारी मीडिया ने बताया कि राजद्रोह के एक अभियुक्त को पकड़ने के लिए सुरक्षा बल ह्लेस्वे गांव में गई थी.
जहां झड़प में तीन 'आतंकवादियों' की मौत हो गई जबकि दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया.
सैनिक सरकार के प्रवक्ता ने एयेयारवाडी क्षेत्र में हुई इस घटना से जुड़े सवालों को जवाब नहीं दिया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि मरने वालों की संख्या की स्वतंत्र सूत्रों से पुष्टि नहीं की जा सकती है.
लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई नेता आंग सान सूची को सत्ता से बेदखल करने के बाद से ही म्यांमार की सेना देश पर नियंत्रण स्थापित करने में संघर्ष कर रही है.
बुरकिना फासो में हमला, 100 लोगों की मौत

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इमेज कैप्शन, सांकेतिक तस्वीर बुरकिना फासो के सोलहान शहर के एक गांव में सशस्त्र हमलवार ने 100 लोगों की जान ले ली. राष्ट्रपति रोके काबोरे ने इसकी जानकारी दी.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सरकारी बयान के हवाले से बताया कि हमला रात के वक्त हुआ. हमलावरों ने घर और बाज़ार जला दिए.
अभी तक किसी भी गुट ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन इस्लामिक गुटों के हमले इस देश में अब सामान्य बात होती जा रही है. खासकर नाइजर और माली से लगे सीमावर्ती इलाकों में.
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राष्ट्रपति काबोरे ने तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. उन्होंने ट्विटर पर दिए एक संदेश में कहा, "हमें बुरी ताक़तों के खिलाफ़ एकजुट होना होगा." राष्ट्रपति काबोरे ने कहा कि सुरक्षा बल हमलवारों की तलाश कर रहे हैं.
सोलहान शहर से 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तदरयात गांव में शुक्रवार को एक और हमला हुआ था जिसमें 14 लोग मारे गए थे. बुरकिना फासो के पूर्वी इलाके में पिछले महीने हुए एक अन्य हमले में 30 लोग मारे गए थे.
सभी लोगों को दिसंबर तक वैक्सीन लगाने का सरकारी वादा कितना हक़ीक़त है?

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केंद्र सरकार का दावा है कि इस साल के अंत तक देश के सभी 100 करोड़ लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन मिल जाएगी.
सभी 100 करोड़ लोगों का पूरी तरह टीकाकरण करने के लिए 200 करोड़ वैक्सीन डोज़ की ज़रूरत होगी.
4 जून तक देश में 22 करोड़ वैक्सीन डोज़ का इस्तेमाल किया जा चुका है और देश की कुल आबादी के लगभग 4.2 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
16 जनवरी से जब देश में वैक्सीन लगने की शुरुआत हुई तो टीकाकरण की रफ्तार अप्रैल महीने में सबसे ज़्यादा रही. औसतन 40 लाख टीके हर दिन लगाये गए.
इसके बाद मई में 18 साल से अधिक उम्र वालों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया, लेकिन बढ़ने की जगह ये दर घटती गई और गिरकर 23 लाख डोज़ प्रतिदिन तक पहुँच गई.
वैक्सीन की दो अरब डोज़ बनीं लेकिन कहां गईं?
वीडियो कैप्शन, वैक्सीन की दो अरब डोज़ बनी लेकिन कहां गईं? कोरोना वायरस महामारी पूरी दुनिया को तबाह करने वाली साबित हुई है. लेकिन इतने कम समय में हम कोरोना वैक्सीन की दो अरब डोज़ बना रहे हैं और यह संक्रमण को रोकने की लड़ाई में मील का पत्थर है.
अच्छी ख़बर है कि इस साल के अंत तक एक अुनमान के मुताबिक़ दुनिया भर के 5.8 अरब वयस्कों के टीकाकरण के लिए वैक्सीन की डोज़ उपलब्ध हो जाएगी.
बुरी ख़बर है कि वैक्सीन का उत्पादन भौगोलिक रूप से केंद्रीकृत है. साथ ही कुछ देश इसका संग्रह कर रहे हैं. ऐसे में सभी को वैक्सीन पहुँचाने के विचार को झटका लगा है.
चलिए दुनिया में वैक्सीन की उपलब्धता को प्रभावित करने वाले कुछ कारकों पर एक इस स्टोरी में नज़र डालते हैं.
भारत-चीन के बीच एलएसी पर क्या चल रहा है?
वीडियो कैप्शन, भारत-चीन के बीच एलएसी पर क्या चल रहा है? भारत ने कहा है कि चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है.
इसका मतलब ये है कि एलएसी पर संघर्ष वाले इलाक़ों में अभी भी चीन की सेना पीछे नहीं हटी है.
गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से एलएसी पर चीन के सेना तैनात करने और नए ढाँचों के बनाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने ये टिप्पणी की.
बीबीसी इंडिया बोल: 12वीं की परीक्षा रद्द होने का छात्रों के भविष्य पर क्या असर?
छोड़िए YouTube पोस्टGoogle YouTube सामग्री की इजाज़त?चेतावनी: बीबीसी दूसरी वेबसाइट्स की सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. YouTube सामग्री में विज्ञापन हो सकते हैं.इस लेख में Google YouTube से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले Google YouTube cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
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बीबीसी इंडिया बोल, 5 जून 2021.कोरोना से बच्चों की सुरक्षा के लिए बारहवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं.
हालांकि, विद्यार्थियों को अंक किस प्रकार दिए जाएंगे इस पर अभी कोई फ़ैसला नहीं हुआ है लेकिन विचार हो रहा है.
इसी तरह उच्च शिक्षा में प्रवेश को लेकर भी कश्मकश बनी हुई है. ऐसे में 12वीं की परीक्षाएं रद्द होने से विद्यार्थियों का भविष्य कैसे प्रभावित हो सकता है?
इसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं मोहनलाल शर्मा
बीबीसी इंडिया बोल: 12वीं की परीक्षा रद्द होने का छात्रों के भविष्य पर क्या असर?
बीबीसी इंडिया बोल, 5 जून 2021.कोरोना से बच्चों की सुरक्षा के लिए बारहवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं.
हालांकि, विद्यार्थियों को अंक किस प्रकार दिए जाएंगे इस पर अभी कोई फ़ैसला नहीं हुआ है लेकिन विचार हो रहा है.
इसी तरह उच्च शिक्षा में प्रवेश को लेकर भी कश्मकश बनी हुई है. ऐसे में 12वीं की परीक्षाएं रद्द होने से विद्यार्थियों का भविष्य कैसे प्रभावित हो सकता है? इसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं मोहनलाल शर्मा
बाइडन से मिलने से पहले पुतिन बोले, अमेरिका दोहरे मापदंड अपना रहा है

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वॉशिंगटन में कैपिटल हिल हिंसा में भाग लेने वाले प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका एक तरफ़ दूसरे देशों में सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर की गई कार्रवाई की आलोचना करता है लेकिन दूसरी तरफ़ अपनी राजनीतिक मांग को लेकर आवाज़ उठाने वाले अमेरिकियों पर मुकदमा चलाता है. ये गलत है.
सेंट पीटर्सबर्ग में एक बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने ये संकेत दे दिए कि जिनेवा में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ होने वाली उनकी मुलाकात से ज़्यादा उम्मीदें न रखी जाएं.
स्विटज़रलैंड में दोनों राष्ट्रपतियों की ये मुलाकात 16 जून को है. राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि जब वे दोनों मिलेंगे तो कोई बड़ा बदलाव होने की उन्हें उम्मीद नहीं है.
अमेरिकी कंपनियों पर हालिया हुए साइबर हमले में रूस का हाथ होने के आरोपों से भी पुतिन ने इनकार किया है. उन्होंने अमेरिकी चुनावों में कथित रूप से रूस की दखलांदाज़ी से जुड़े दावों को भी खारिज किया.
बंगाल: टीएमसी में अब एक व्यक्ति, एक पद, सांसद अभिषेक बनर्जी बने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, प्रभाकर मणि तिवारी, कोलकाता से

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इमेज कैप्शन, सांसद अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद शनिवार को कोलकाता में आयोजित तृणमूल कांग्रेस की कार्यकारी समिति की बैठक में संगठन में बड़े पैमाने पर फेरबदल करते हुए ममता बनर्जी ने अपने भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया है.
इसके साथ ही पार्टी में अब एक व्यक्ति एक पद की नीति पर भी मुहर लग गई है. बैठक के बाद महासचिव पार्थ चटर्जी ने पत्रकारों को इसकी जानकारी दी.
टीएमसी नेता सौगत राय ने बताया कि चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं की वापसी के मुद्दे पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई. इस मुद्दे पर ममता बनर्जी फैसला करेंगी. फिलहाल नौ जिलों के पार्टी प्रमुखों को बदलने का फैसला किया गया है. एक महीने के भीतर जिला स्तर पर और बदलाव किए जाएंगे.

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इमेज कैप्शन, युवा टीएमसी अध्यक्ष सायोनी घोष पार्थ चटर्जी ने बताया, "सांसद काकोली घोष दस्तीदार को महिला टीएमसी अध्यक्ष बनाया गया है जबकि अभिनय से राजनीति में उतरी सायोनी घोष को युवा तृणमूल कांग्रेस की कमान सौंपी गई है. इसके अलावा कुणाल घोष को पार्टी का प्रदेश महासचिव बनाया गया है."
टीएमसी के एक नेता ने बताया, "बैठक में ममता ने पार्टी के नेताओं को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि उनको ध्यान रखना होगा कि पार्टी की छवि को ठोस नहीं पहुंचे. कोई भी मंत्री अपनी मर्जी से लाल बत्ती की इस्तेमाल नहीं कर सकेगा. उन्होंने नेताओं को कोयला और पशु तस्करी के मामलों से दूर रहने और सोशल मीडिया पर सोच-समझ कर पोस्ट डालने की चेतावनी दी."
ममता बनर्जी ने कार्यकारी समिति की बैठक के बाद तमाम जिलों के नेताओं और पार्टी के तमाम विधायकों और सासंदो के साथ वर्चुअल बैठक भी की.
पुतिन ने मोदी-जिनपिंग को बताया 'ज़िम्मेदार शख़्स', कहा- दोनों के बीच कोई दख़ल न दे

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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का मानना है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ज़िम्मेदार नेता हैं और वो दोनों भारत और चीन के विवादों को सुलझाने में सक्षम हैं.
ये जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने रूसी राष्ट्रपति के साथ इंटरव्यू के आधार पर दी है. पीटीआई ने अनुवादक की मदद से इंटरव्यू लेते हुए पुतिन के हवाले से और भी कई बातें बताई हैं.
ऑनलाइन हुए इस इंटरव्यू में पीटीआई ने पुतिन से भारत-चीन रिश्तों को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा, "हां, मैं जानता हूं कि भारत और चीन के रिश्तों में कुछ मसले हैं, लेकिन पड़ोसी देशों के बीच हमेशा ही कुछ न कुछ मुद्दे होते ही हैं. लेकिन, मैं भारत के प्रधानमंत्री और चीन के राष्ट्रपति, दोनों का मिज़ाज जानता हूं."
"दोनों ही बेहद ज़िम्मेदार शख़्स हैं और वो दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. मुझे लगता है कि अपने बीच आने वाली किसी भी समस्या का समाधान खोज लेंगे. लेकिन, ये ज़रूरी है कि किसी और स्थानीय ताक़त को इनके बीच दख़ल नहीं देना चाहिए."
अफ़्रीका में इस्लामी चरमपंथियों से जंग अब तक कहां पहुंची है

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अफ़्रीका का सहेल इलाक़ा इस्लामिक अतिवादियों की गंभीर चुनौती से जूझ रहा है.
इन इलाक़ों के देशों में अतिवादी सत्ता हथियाने की कोशिश कर रहे हैं. इसे रोकने के लिए भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रयास चल रहे हैं.
माली में 400 ब्रिटिश सैनिकों को भेजा गया है. यहाँ पिछले नौ महीनों में दूसरी बार तख़्तापलट की कोशिश हुई है. तख़्तापलट की इन कोशिशों की क्षेत्रीय नेताओं ने मुखर होकर निंदा की है.
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने धमकी दी है कि जिन इस्लामिक अतिवादियों से सेना लड़ रही है उनसे अगर तख़्तापलट करने वाले नेताओं का कोई समझौता होता है तो वे 5100 फ़्रांसीसी सैनिकों को वापस बुला लेंगे.
उधर उत्तरी अफ़्रीका में अमेरिका के नेतृत्व वाले बहुराष्ट्रीय वॉर गेम, जिसका नाम अफ़्रीकन लायन दिया गया है, उससे स्पेन ने मोरक्को से एक विवाद के कारण ख़ुद को अलग कर लिया है.
भारत में यूरेनियम की अवैध बिक्री का मुद्दा पाकिस्तान ने एक बार फिर उठाया

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पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत में गलत लोगों के हाथों तक यूरेनियम के पहुंचने और उसकी अवैध बिक्री पर गहरी चिंता व्यक्त की है.
पाकिस्तान ने कहा है कि इसकी जांच हो, परमाणु सामग्री कौन लोग इस्तेमाल कर रहे हैं, उनकी पहचान की जाए, इसके प्रसार की रोकथाम और सख्त सुरक्षा उपाय किए जाएं.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड पुलिस ने यूरेनियम अवैध रूप से रखने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से छह किलोग्राम यूरेनियम जब्त किया गया है.

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भारत में यूरेनियम की अवैध बिक्री की खबरों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने कहा, "हमने भारत में अवैध रूप से छह किलोग्राम यूरेनियम बेचने के एक और प्रयास की रिपोर्ट देखी है."
उन्होंने कहा, "एक मुकम्मल जांच की मांग पाकिस्तान दोहराता है. परमाणु सामाग्री गलत हाथों में न पड़े और उसकी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए कदम उठाए जाए."
कोरोना की दूसरी लहर में 646 डॉक्टरों की मौतः आईएमए
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भारत में डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर में 646 डॉक्टरों की मौत हो गई है.
कोरोना: बंगाल में वैक्सीन सर्टिफिकेट पर ममता बनर्जी की फोटो

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पश्चिम बंगाल सरकार 18 से 44 साल की उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीनेशन के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फोटो लगा सर्टिफिकेट जारी कर रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा है कि चूंकि राज्य सरकार ये वैक्सीन अपने संसाधनों से कंपनी से सीधे खरीद रही है, इसलिए वैक्सीन सर्टिफिकेट पर ममता बनर्जी की फोटो लगाई जा रही है.
देश के अन्य हिस्सों की तरह ही बंगाल में भी वैक्सीन पाने वाले 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को जो सर्टिफिकेट दिया जा रहा है, उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी रहती है लेकिन 18 से 44 साल के उम्र की लोगों को दिए जा रहे सर्टिफिकेट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर लगाई गई है.
राज्य सरकार के आवास मंत्री फिरहाद हाकिम ने इस कदम को सही ठहराते हुए कहा कि 18 साल से 44 साल की उम्र के लोगों को केंद्र सरकार की तरफ़ से वैक्सीन नहीं दिया जा रहा है और इस पर होने वाला खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है. इसलिए वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मुख्यमंत्री की तस्वीर लगाई जाएगी.
उन्होंने कहा, "वैक्सीन के बैच नंबर से लेकर कोविन रजिस्ट्रेशन नंबर तक, टीकाकरण से जुड़ी सभी सूचनाएं वैक्सीन सर्टिफिकेट पर होंगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री का एक विशेष संदेश भी होगा."
आवास मंत्री ने कहा कि इसमें कोई असामान्य बात नहीं है क्योंकि पंजाब, छत्तीसगढ़ और झारखंड में पहले से ही 18 से 44 साल की उम्र के लोगों को वैक्सीन के बाद ऐसे ही सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं जिनमें उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों की तस्वीर लगी है.
विश्व पर्यावरण दिवस: पीएम मोदी बोले, इथेनॉल 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं में से एक
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विश्व पर्यावरण दिवस के मौक़े पर एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत 2025 तक पेट्रोल के साथ इथेनॉल के मिश्रण को लेकर प्रतिबद्ध है.
पीएम मोदी ने कहा कि इससे प्रदूषण को कम करने और आयात निर्भरता में कमी लाने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा, "आज से 7-8 साल पहले देश में इथेनॉल की कभी उतनी चर्चा नहीं होती थी. लेकिन अब इथेनॉल 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं से जुड़ गया है. इथेनॉल पर फोकस से पर्यावरण के साथ ही इसका बेहतर प्रभाव किसानों के जीवन पर भी पड़ रहा है."
"जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के लिए जो वैश्विक प्रयास चल रहे हैं, उनमें भारत एक नई रोशनी बनकर उभरा है. जिस भारत को दुनिया कभी चुनौती के रूप में देखती थी, आज वही भारत 'क्लाइमेट जस्टिस' का अगुआ बनकर उभर रहा है, एक विकराल संकट के विरुद्ध बड़ी ताकत बन रहा है."
"विकास और पर्यावरण में संतुलन हमारी पुरातन परंपरा का एक अहम हिस्सा है, जिसे हम आत्मनिर्भर भारत की भी ताकत बना रहे हैं."
Duniya Jahan: अमेरिका का शिकागो इतना ख़तरनाक शहर क्यों है?
वीडियो कैप्शन, Duniya Jahan: इसे अमेरिका की सबसे ख़तरनाक जगह क्यों कहते हैं? अमेरिका का शिकागो शहर जितना मशहूर अपनी खूबसूरती और आर्थिक सफलता के लिए है, अपने यहां होने वाली हत्याओं के लिए वो उतना ही बदनाम भी है.
आए दिन होने वाली हिंसा और हत्याओं को रोकने के लिए पिछले कई सालों से अनगिनत कोशिशें हुईं मगर सब नाकाम रहीं.
आज दुनिया जहान में पड़ताल इसी बात की कि शिकागो में इतने ज़्यादा मर्डर क्यों होते हैं और कैसे इन्हें रोका जा सकता है?
Cover Story: कोरोना में ज़रूरतमंदों को खाना खिलाती मां-बेटी की जोड़ी
वीडियो कैप्शन, Cover Story: कोरोना में ज़रूरतमंदों को खाना खिलाती मां-बेटी की जोड़ी कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन ने दुनियाभर में कइयों की ज़िंदगी पर बहुत बुरा असर डाला.
लेकिन ऐसे मुश्किल वक़्त में भी हिना और हर्ष मांडविया जैसे लोग कई ज़रूरतमंदों के लिए उम्मीद की किरण हैं.
मां-बेटे की ये जोड़ी बीते एक साल से हर दिन मुंबई में सैकड़ों मजबूर लोगों को खाना खिलाने का काम कर रही है और इस अभियान के लिए पैसा इकट्ठा करने के लिए इन्होंने सोशल मीडिया की भी मदद ली.
देखिए बीबीसी संवाददाता जाह्नवी मूले की रिपोर्ट.
कोरोना की दूसरी लहर से बेहाल नेपाल
वीडियो कैप्शन, कोरोना की दूसरी लहर से बेहाल नेपाल नेपाल में भी कोरोना कहर बरपा रहा है. वहां महामारी की दूसरी लहर लोगों की ज़िंदगी पर भारी पड़ रही है और स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा रही है.
देश के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने दुनिया के नेताओं से अपील की है कि वो नेपाल को जल्द से जल्द वैक्सीन मुहैया करवाएं.
नेपाल और ब्रिटेन के एतिहासिक रिश्तों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा है कि ब्रिटेन की ये ख़ास ज़िम्मेदारी है.
नेपाल में सिर्फ मई के महीने में पांच लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं और चार हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
जानकारों का कहना है कि नेपाल में वायरस भारत से फैला है क्योंकि दोनों देशों के बीच सीमा खुली हुई है. देखिए काठमांडू से बीबीसी संवाददाता शालू यादव की ये ख़ास रिपोर्ट.
मिल्खा सिंह की सेहत में सुधार
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उड़न सिख कहे जाने वाले मिल्खा सिंह की सेहत में सुधार हो रहा है.
चंडीगढ़ स्थित पीजीआईएमईआर के निदेशक डॉक्टर जगत राम ने कहा है कि "मिल्खा सिंह की सेहत में सुधार हुआ है. हमारी टीम उन पर नज़र रखे हुए है."
तीन जून को उन्हें ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
20 मई को मिल्खा सिंह कोरोना से संक्रमित हो गए थे.





