इस्लामी धर्मगुरुओं ने महिला की हत्या की निंदा की

अफ़ग़ानिस्तान में इस्लामी धर्मगुरुओं की एक प्रभावशाली संस्था ने पिछले हफ्ते काबुल में एक महिला की हत्या की कड़ी निंदा की है.
दोषियों को सज़ा दिलाने की मांग को लेकर दो हज़ार से अधिक लोगों ने मार्च किया, जिसमें अफ़ग़ानिस्तान विमेन्स काउंसिल प्रमुख फ़ातिमा ग़िलानी भी थीं.
पिछले हफ़्ते काबुल में भीड़ ने फर्ख़ुन्दा नाम की इस महिला को बुरी तरह पीटा और फिर उसे जला दिया था.
यह महिला संतानहीन महिलाओं को तावीज़ बेचने के लिए एक मुल्ला का विरोध कर रही थी.
मुल्ला ने महिला पर क़ुरान जलाने का आरोप लगा दिया, इसके बाद गुस्साई भीड़ ने इस महिला की हत्या कर दी.
हालांकि एक सरकारी जांचकर्ता ने कहा है कि क़ुरान को जलाने के कोई साक्ष्य नहीं हैं.
महिला के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसे बचाने की पर्याप्त कोशिशें नहीं की थीं.
सच्ची मुसलमान

इमेज स्रोत, Reuters
इस्लामी मौलवीयों के प्रतिनिधि समूह ने कहा है कि ये महिला एक सच्ची मुसलमान थी और तावीज़ बेचने का उसका विरोध बिल्कुल सही था.
अफ़ग़ानिस्तान में हज़ारों लोगों ने प्रदर्शन कर महिला की हत्या करने वालों पर कार्रवाई की माँग की है.
इससे पहले काबुल पुलिस के एक प्रवक्ता हशमत स्तानिकज़ई को भीड़ की कारगुजारी का फ़ेसबुक पर बचाव करने के लिए तुरंत बर्खास्त कर दिया गया.
इस मामले में 13 पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया जा चुका है और उनसे पूछताछ भी की जा रही है.
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