कैमरनः धार्मिक आस्था को कर सकते हैं आहत

'दूसरे के धर्म का मज़ाक़ उड़ाना ग़लत नहीं'

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ब्रितानी प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि एक स्वतंत्र समाज में किसी व्यक्ति को दूसरे की धार्मिक आस्था को आहत करने का अधिकार है.

कैमरन ईसाई धर्मगुरु पोप फ़्रांसिस के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें पोप ने कहा था कि अभिव्यक्ति की आज़ादी का मतलब किसी की आस्था का अपमान करना नहीं है.

अमरीका के सीबीएस टेलीविज़न नेटवर्क से बातचीत के दौरान कैमरन ने कहा कि मीडिया को ऐसी ख़बरें प्रकाशित करने का अधिकार होना चाहिए, बशर्ते वो क़ानून के दायरे में हों.

घूंसा भी पड़ सकता है

पेरिस स्थित फ़्रांसीसी व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्डो के दफ़्तर पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा था कि अगर कोई किसी की मां का अपमान करता है तो उसे घूंसा भी पड़ सकता है.

'दूसरे के धर्म का मज़ाक़ उड़ाना ग़लत नहीं'

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पोप फ़्रांसिस ने कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का संरक्षण ज़रूरी है लेकिन इसके नाम पर किसी धर्म का मज़ाक़ उड़ाना ग़लत है.

पिछले हफ़्ते फ्रांस में हुए चरमपंथी हमलों में 17 लोग मारे गए थे. जिनमें से 12 लोग शार्ली एब्डो पत्रिका के दफ़्तर पर हुए हमले में मारे गए थे.

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