घंटी बजाकर छोड़ दीजिए अपना अनचाहा बच्चा

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चीनी अधिकारियों ने देश भर में 25 'पालना घरों' की स्थापना की है ताकि माता-पिता अपने अनचाहे बच्चों को सुरक्षित ढ़ंग से वहां छोड़ सकें.
हालांकि, इस बात के लिए सरकार की आलोचना की जा रही है कि वो लोगों को अपने बच्चों को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
इसके बावजूद चीन सरकार आने वाले महीनों में ऐसे ही और पालना घर शुरू करने की योजना बना रही है.
ज़्यादातर मामलों में माता-पिता अपने नवजात बच्चों को पालना घरों में छोड़ते हैं.
इसलिए इन पालना घरों में इनक्यूबेटर और एक डिलेड अलार्म का भी इंतज़ाम है जो बटन दबाने के 10 मिनट बाद बजता है.
ऐसे पालना घरों में छोड़े जाने पर <link type="page"><caption> नवजात बच्चों</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/international/2013/12/131231_china_doctor_trafficking_sm.shtml" platform="highweb"/></link> के जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है.
गंभीर बीमारी
ज़्यादातर मामलों में छोड़े जाने वाले बच्चे या तो शारीरिक रूप से अक्षम होते हैं या उन्हें कोई गंभीर बीमारी होती है.
चाइना सेंटर ऑफ़ चिल्ड्रेंस वेल्फ़ेयर एंड एडॉप्शन ने सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि पहले पालना घर की स्थापना 2011 में ख़बे प्रांत के शीज़ीयाज़ूआंग में की गई थी और उसके बाद से अब तक दो दर्जन से अधिक पालना घर बनाए जा चुके हैं.

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गुआंगज़ो में खोले गए एक पालना घर में शुरुआत के पहले 15 दिनों में ही 79 बच्चे मिले.
इन पालना घरों में बच्चे छोड़ने का तरीक़ा बेहद आसान है. माता-पिता पालना घर पहुंच कर अपने बच्चों को छोड़ते हैं, अलार्म बजाते हैं और वापस आ जाते हैं.
उनकी पहचान पूरी तरह से छिपी रहती है. इसके क़रीब पांच या दस मिनट बाद पालना घर से आकर कोई व्यक्ति छोड़े गए बच्चे को अंदर ले जाता है.
सुरक्षित माहौल
चीन में बच्चों को छोड़ना ग़ैर-क़ानूनी है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि पालना घरों से अनचाहे बच्चों को एक सुरक्षित माहौल मिलता है.
ऐसे <link type="page"><caption> नवजात शिशुओं</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/science/2013/09/130906_baby_warmer_banglore_rns.shtml" platform="highweb"/></link> के ज़िंदा बचे रहने की संभावना बढ़ जाती है. इससे पहले गुमनाम ढंग से छोड़े गए तीन में से केवल एक बच्चा ही जीवित बच पाता था.
वेल्फ़ेयर एंड एडॉप्शन सेंटर के प्रमुख ली वो ने शिन्हुआ को बताया, "क़ानून संरक्षण पर ज़ोर देता है. ऐसे में पालना घर क़ानून तोड़ने के बाद बचाव पर फ़ोकस करता है."
चीन में <link type="page"><caption> परिवार नियोजन की सख़्त नीति</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/international/2014/01/140109_china_film_director_fine_dil.shtml" platform="highweb"/></link> के चलते बड़ी संख्या में लोग अपनी बच्चियों को छोड़ देते हैं.
लड़के की चाहत
चीनी परिवार परंपरागत रूप से लड़का चाहते हैं और इसलिए अगर वो सिर्फ़ एक बच्चा ही पैदा कर सकते हैं तो कुछ माता-पिता नवजात बच्चियों को छोड़ देते हैं और फिर से लड़का पाने की कोशिश करते हैं.
लेकिन नए पालना घरों में जिन बच्चों को छोड़ा जा रहा है उनमें लड़के और लड़कियां दोनों ही हैं.
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि ज़्यादातर मामलों में यहां जिन बच्चों को छोड़ा जाता है उन्हें कोई गंभीर बीमारी होती है और माता-पिता को डर रहता है कि बच्चों के इलाज पर ख़र्च करने के लिए उनके पास ज़रूरी धन नहीं है.
यहां छोड़े जाने वाले कई बच्चों के साथ कुछ नोट, पैसा या मेडिकल रिकॉर्ड भी मिले हैं. एक अनुमान के मुताबिक़ चीन में हर साल क़रीब दस हज़ार बच्चों को छोड़ दिया जाता है.
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