बीबीसी ने मांगी विम्बलडन चैंपियन से माफ़ी

बीबीसी ने विम्बलडन फाइनल मैच के दौरान फ्रांस की मारियन बारतोली के बारे में की गई कमेंटेटर जॉन इनवेरडेल की टिप्पणी के लिए मांगी माफी है.
इनवरडेल ने विम्बलडन विजेता <link type="page"><caption> बारतोली</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/sport/2013/07/130706_wimbledon_bartoli_dnp.shtml" platform="highweb"/></link> पर टिप्पणी करते हुए कहा था, “वो कभी अपनी सुंदरता के लिए नहीं जानी जाएँगी.”
यह टिप्पणी उन्होंने रेडियो-5 पर जर्मन खिलाड़ी <link type="page"><caption> सबीना लिसिकी</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/sport/2013/07/130706_wimbledon2013_womenfinal_pkp.shtml" platform="highweb"/></link> और फ्रांसीसी खिलाड़ी बारतोली के बीच होने वाले फाइनल मैच के थोड़ी देर पहले की थी.
बीबीसी प्रवक्ता ने कहा, “हम मानते हैं कि यह टिप्पणी असंवेदनशील है और हम इसके लिए माफी मांगते हैं.”
इनवेरडल ने बाद में कहा कि मैंने तो "थोडे मज़ाकिया ढंग से केवल इतना बताया कि बारतोली कैसी दिखती हैं."
इनवरडेल ने कहा, “वो उन सभी के लिए एक शानदार आदर्श हैं जिनमें खिलाड़ी बनने की जन्मजात योग्यताएँ नहीं होती हैं..”
पहला ग्रैंड स्लेम
अपना पहला ग्रैंड स्लेम मैच जीतने के बाद 28 वर्षीय बारतोली अपने घुटने के बल बैठ गईं. बाद में वह सीधे बॉक्स में गईं और उन्होंने अपने पिता और प्रशिक्षक वाल्टर बारतोली को गले लगा लिया.
इनवरडेल ने यह टिप्पणी खेल शुरू होने के एक घंटे पहले उस वक़्त की जब वो पूर्व <link type="page"><caption> विम्बलडन</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/sport/2013/07/130705_badminton_sports_vr.shtml" platform="highweb"/></link> विजेता लिंडसे डेवेनपोर्ट से बारतोली की खेल तकनीक के बारे में बात कर रहे थे.

इनवरडेल ने कहा था, “मुझे लगता है कि शायद उनके पिता, जो जाहिर तौर पर उनके लिए हीरो रहे हैं, उन्होंने 12, 13 या 14 साल की उम्र में उनसे होगा कि ‘देखो, तुम कभी भी अपनी सुंदरता के लिए नहीं जानी जाओगी. तुम शारापोवा जैसी नहीं हो सकती, तुम कभी भी पाँच फिट ग्यारह इंच लम्बी नहीं हो सकती. तुम कभी भी आकर्षक लम्बी टांगों की मालिक बन पाओगी. इसलिए तुम्हें इसकी भरपाई करनी होगी.’”
“तुम्हें तो सबसे दृढ़निश्चयी फाइटर बनना होगा. ऐसा फ़ाइटर जैसा किसी ने टेनिस कोर्ट पर पहले न देखा हो. तभी तुम कामयाबी हासिल कर पाओगी. और बारतोली बिल्कुल ही ऐसी हैं.”
इनवरडेल की टिप्पणी के बारे में पूछने पर बारतोली ने कहा, “सच कहूँ तो मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता. यह ठीक है कि मेरे बाल सुनहरे नहीं हैं. यह सच है. लेकिन क्या मैंने, कभी मॉडल बनने का सपना भी देखा था ? नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है. लेकिन क्या मैंने विम्बलडन जीतने का सपना देखा था? जी हाँ, बिल्कुल देखा था.”
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