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काबुल में सुप्रीम कोर्ट में फ़िदाइन हमला, 20 की मौत
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में सुप्रीम कोर्ट में आत्मघाती हमला हुआ है जिसमें कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है.
एक अधिकारी का कहना है कि इस हमले में 41 लोग घायल हुए हैं, इनमें से दस की हालत गंभीर बताई जा रही है.
घायल हुए सभी लोग आम नागिरक हैं.
रिपोर्टों के मुताबिक हमलावर ने अदालत परिसर में कार पार्किंग वाली जगह तो निशाना बनाया जब अदालत के कर्मचारी घर लौटने लगे थे.
अभी तक किसी गुट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है.
सुप्रीम कोर्ट पर हमले के कुछ घंटों पहले फ़रह प्रांत में एक वरिष्ठ ज़िला अधिकारी की हत्या करने का दावा तालिबान ने किया था.
आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने कहा कि हमलावर पैदल आया था और उने खुद को उड़ा लिया.
एक चश्मदीद ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया, " मेरे पिता और मैं पार्किंग के रास्ते बाहर निकल रहे थे , तभी एक ज़बरदस्त धमाका हुआ. मेरे पिता की मौत हो गई, अब मैं उनके बगैर कैसे रहूंगा?"
अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी ने कहा कि ये हमला मानवता के खिलाफ़ एक अपराध है और इसे माफ़ नहीं किया जा सकता.
इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट सहित अफ़ग़ानिस्तान की न्यायिक संस्थाओं को तालिबान निशाना बना चुका है.
पिछले महीने काबुल में अफ़ग़ानिस्तान की संसद के पास दो बम धमाके हुए थे, जिससे 30 लोगों की मौत हो गई थी और तालिबान ने इनकी ज़िम्मेदारी ली थी.
हाल ही में चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट ने काबुल में भी कई हमले किए हैं लेकिन इनका निशाना ज़्यादातर शिया मुस्लिम समुदाय को बनाया जाता है.
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