उबर ने ओला को अदालत में घसीटा

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टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी उबर ने अपनी भारतीय प्रतिद्वंदी ओला पर केस किया है.
उबर का आरोप है कि ओला ने उसके 90 हज़ार से अधिक झूठे खाते बनाए. इससे उबर चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी.
इस अमरीकी कंपनी ने दावा किया कि ये झूठे खाते चार लाख झूठी बुकिंग्स के लिए इस्तेमाल किए गए, जो बाद में रद्द हो गईं.
उबर ने इस महीने दिल्ली हाईकोर्ट में मुक़दमा दायर किया. इसमें अनुरोध किया गया है कि ओला के ख़िलाफ़ नुक़सान की भरपाई के लिए 74 लाख डॉलर भरने का आदेश दिया जाए.
हालांकि ओला ने इन आरोपों से इनकार किया और इन्हें झूठा और ग़लत बताया है.
ओला की ओर से बयान में कहा गया है, ''यह हमारे लिए कल्पना से परे नहीं है कि उबर बड़ी नाकामी झेल चुकी है और बाज़ार की मौजूदा वास्तविकताओं से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है.''
उधर, दुनिया की बड़ी अहम स्टार्ट अप के रूप में मशहूर उबर ने अपनी क़ानूनी याचिका से अलग बयान देने से इनकार कर दिया.
उबर की याचिका पर 14 सितंबर को सुनवाई होनी है.
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