'आफ़ताब मुझे काटकर फेंक देगा...' श्रद्धा वालकर ने महाराष्ट्र पुलिस को चिट्ठी में और क्या लिखा था

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कॉल सेंटर कर्मचारी श्रद्धा वालकर ने दो साल पहले ही महाराष्ट्र पुलिस को ये शिकायत की थी कि उनके लिव-इन पार्टनर आफ़ताब पूनावाला ने उनकी जान लेने की कोशिश की थी.
श्रद्धा ने पुलिस को अपनी शिकायत में ये भी कहा था कि उन्हें डर है कि आफ़ताब उनके टुकड़े-टुकड़े कर फेंक सकते हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने मुंबई पुलिस के अधिकारी के हवाले से बताया है कि 23 नवंबर, 2020 की इस चिट्ठी में श्रद्धा ने कहा था कि आफ़ताब उनके साथ मार-पीट करते हैं और इसके बारे में आफ़ताब के माता-पिता को मालूम है.
28 वर्षीय आफ़ताब पूनावाला ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी.
पुलिस के मुताबिक, इसके बाद आफ़ताब ने शव के 35 टुकड़े किए जिसे उन्होंने दक्षिणी दिल्ली के मेहरौली इलाके में स्थित अपने घर में एक 300 लीटर के फ्रिज में लगभग तीन हफ़्तों तक रखा.
यहां से उन्होंने शव के टुकड़ों को अगले कई दिनों तक आधी रात में शहर के अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया. श्रद्धा की हत्या इस साल मई में हुई थी. वो महाराष्ट्र के पालघर ज़िले के वसई शहर की रहने वाली थीं.
बीबीसी मराठी सेवा की रिपोर्ट के अनुसार, श्रद्धा की शिकायत के बाद पुलिस उनके पास गई थी और उनसे पूछताछ की गई थी, लेकिन बाद में श्रद्धा ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी.
श्रद्धा वालकर की इस चिट्ठी के बारे में पत्रकारों ने राज्य के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी सवाल पूछा.
इसके जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मैंने श्रद्धा का पत्र देखा है. इस बात की जांच की जाएगी कि उस पत्र पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. यदि इस पत्र पर समय रहते कार्रवाई की गई होती तो शायद आज श्रद्धा जीवित होती."
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श्रद्धा की चिट्ठी
पालघर के तुलिंग पुलिस के पास नवंबर, 2020 में दर्ज कराई गई इस शिकायत में श्रद्धा ने आरोप लगाया था, "आफ़ताब मेरे साथ बुरा बर्ताव करता है. वो मुझे मारता-पीटता है."
"आज उसने मेरा गला दबाकर मुझे मारने की कोशिश की. वो मुझे डराता है, ब्लैकमेल करता है कि वो मुझे टुकड़े-टुकड़े में काट कर मुझे मार डालेगा और फेंक देगा."
"वो छह महीने से मेरे साथ मार-पीट कर रहा है, लेकिन पुलिस के पास जाने की मेरी हिम्मत नहीं है क्योंकि उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी है."
"उसके माता-पिता को मालूम है कि वो मुझे पीटता है और उसने मेरी जान लेने की कोशिश की है."
श्रद्धा ने इस चिट्ठी में ये भी लिखा था कि आफ़ताब पूनावाला के पेरेंट्स को ये पता था कि वे साथ रह रहे हैं और वे वीकेंड पर उनसे मिलने जाते थे.
"उस वक़्त तक मैं उसके साथ रह रही थी क्योंकि मुझे लगता था कि हमारी शादी जल्द ही होने वाली है और आफ़ताब के परिवार का आशीर्वाद हमारे साथ है."
चिट्ठी में आगे लिखा गया है, "इसके बाद से मैं उसके साथ रहने के लिए तैयार नहीं हूं. मुझे कोई चोट पहुंचती है तो ये समझा जाना चाहिए कि ऐसा उसने किया है क्योंकि वो मुझे ब्लैकमेल कर रहा है. वो जब कभी भी मुझे देखता है, मुझे चोट पहुंचाना चाहता है, मेरी जान लेना चाहता है."
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पॉलीग्राफ़ टेस्ट
दिल्ली पुलिस को कोर्ट की मंज़ूरी के बाद मंगलवार को आफ़ताब पूनावाला का पॉलीग्राफ़ टेस्ट किया गया.
इस बीच पुलिस को आफ़ताब के ख़िलाफ़ और भी सबूत मिले हैं. जिस फ़्लैट में दोनों रहते थे, वहां ख़ून के धब्बे मिलने की बात भी कही जा रही है.
पूनावाला का बचाव कर रहे उनके वकील एडवोकेट अबिनाश कुमार के अनुसार, आफ़ताब ने मंगलवार को कोर्ट को बताया कि "उन्होंने आवेश में आकर क़दम उठाया था और श्रद्धा की हत्या होश-ओ-हवास में नहीं की गई थी."
हालांकि अपने मुवक्किल से बात करने के बाद एडवोकेट अबिनाश कुमार ने कहा कि "उनके क्लाइंट ने कभी भी कोर्ट में ये कबूल नहीं किया है कि उन्होंने श्रद्धा की हत्या की है."
दिल्ली पुलिस की जांच से वाकिफ़ लोगों का कहना है कि पॉलीग्राफ़ टेस्ट के दौरान आफ़ताब से पूछताछ के लिए सवालों की एक लंबी लिस्ट तैयार की गई थी ताकि घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से समझा जा सके.
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