यूपी चुनाव: चंद्रशेखर आज़ाद बोले- ज़रूरत पड़ी तो गोरखपुर से चुनाव लड़ूंगा

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 33 सीटों पर आज़ाद समाज पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा की. चंद्रशेखर आज़ाद ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी.

चंद्रशेखर ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता करके आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव ने 'दलितों को सम्मान' नहीं दिया और आज़ाद समाज पार्टी का उनसे गठबंधन नहीं हुआ.

इसके जवाब में अखिलेश ने एक प्रेस वार्ता में कहा था कि, ''चंद्रशेखर से बात पक्की हो गई थी. हम उन्हें गठबंधन में दो सीटें देने के लिए तैयार थे. लेकिन फिर उनके पास किसी का फ़ोन आया और उन्होंने कहा कि वो चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं और उठकर चले गए.''

इसके बाद फिर बीबीसी के साथ बातचीत में आज़ाद ने कहा था कि "अखिलेश को मैंने बड़ा भाई मान लिया है, यदि वो मुझे छोटा भाई नहीं मानेंगे तो मैं अपना निर्णय लूंगा. अभी मैं उनके संदेश का इंतज़ार कर रहा हूं."

प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने पिछली बार भावुक होने का ज़िक्र करते हुए कहा कि 'जब कोई कुछ खोता है तो उसे उसका एहसास होता है और उन्होंने पांच साल के दौरान बहुत कुछ खोया है. चाहे वो हाथरस, प्रयागराज या आगरा का मामला हो.'

उन्होंने कहा कि उन पर एनएसए लगा और वो 15 महीने जेल में रहे, अगर बीजेपी वापस सत्ता में लौटती है तो उन जैसे कई युवाओं को ये झेलना पड़ेगा.

चंद्रशेखर आज़ाद ने इस बार क्या कहा

प्रेस वार्ता में आज़ाद ने कहा है कि वो स्थापित नेताओं के आगे घुटने नहीं टेकेंगे, अगर वो आज घुटने टेक देंगे तो फिर कोई ग़रीब युवा परिवर्तन के लिए नहीं लड़ पाएगा.

आज़ाद समाज पार्टी ने 33 सीटों पर अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है. चंद्रशेखर आज़ाद ने बताया कि ये वो सीटें हैं जिन पर उन्होंने गठबंधन के तहत लड़ने की तैयारी की थी लेकिन उनके साथ 'छल हो गया.'

"भीम आर्मी आज़ाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता हर विधानसभा सीट पर हैं और इसे हमने साबित किया था. जब बुलंदशहर उप-चुनाव हुआ तो बड़े बड़े दल जो आज अहंकार में हैं वो चौथे-पांचवें नंबर पर थे और हम तीसरे नंबर पर थे. हमने जो कुछ प्राप्त किया है वो अपनी मेहनत से प्राप्त किया है, न कि ख़ैरात में प्राप्त किया है."

समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर भी चंद्रशेखर आज़ाद ने अपनी बात रखी. उन्होंने दावा किया कि उनकी गठबंधन को लेकर 25 सीटों पर बातचीत हुई थी.

"उत्तर प्रदेश में मेरी बात 25 सीटों पर हुई थी और मुझे विश्वास दिलाया गया था कि मेरे साथ धोखा नहीं होगा. मैंने बंद कमरे की बात को बाहर न लाने का वादा किया था. हम सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे."

अखिलेश यादव का नहीं लिया नाम

चंद्रशेखर आज़ाद ने प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव का नाम नहीं लिया लेकिन हाल फ़िलहाल में जिस तरह से चुनावी परिदृश्य बदला है, उसके हिसाब से अंदाज़ा लगा जा रहा था कि आज़ाद अखिलेश की ही बात कर रहे थे.

आज़ाद ने कहा कि वो जिन 'नेताजी' के पास गठबंधन के लिए गए थे अगर उन्हें अब वो 100 सीटें भी दे देते हैं तो वो वापस उनके पास नहीं जाएंगे क्योंकि यह अब स्वाभिमान की लड़ाई बन चुकी है.

उन्होंने कहा कि अभी बाक़ी दलों के साथ गठबंधन का रास्ता खुला हुआ है. आज़ाद ने कहा कि 50 की संख्या में छोटे-छोटे दल उनके संपर्क में हैं.

पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वो बसपा के साथ गठबंधन क्यों नहीं करते हैं? इस सवाल पर आज़ाद ने कहा कि वो दो साल से बातचीत का प्रयास कर रहे हैं, 'मैं ज़ुबान वाला हूं और बहनों से किए वादे नहीं तोड़ता हूं.'

चुनाव लड़ने के सवाल पर चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि जो पार्टी फ़ैसला लेगी वो काम वो करेंगे और अगर ज़रूरत पड़ी तो वो गोरखपुर से चुनाव लड़ेंगे, चुनाव में हार-जीत से डरना नहीं चाहिए, क्या पता 2027 आपका हो.

ग़ौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

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