मेरठ: महिला ने गैंगरेप की शिकायत पर धार्मिक टिप्पणी करने का लगाया आरोप

    • Author, शहबाज़ अनवर
    • पदनाम, मेरठ से बीबीसी हिंदी के लिए

"मैंने रेप की शिकायत की तो उन्होंने कहा सौ गायों का दान हो गया."

यह शिकायत बरेली की एक मुसलमान महिला ने की है जिन्होंने आरोप लगाया है कि मेरठ में उनके साथ गैंगरेप हुआ है.

महिला की शिकायत पर मेरठ के पल्लवरपुरम थाने में मामला दर्ज किया गया है.

पल्लवपुरम थाने के प्रभारी देवेश शर्मा ने बताया, "इस मामले में युवती की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. 28 जुलाई को ये रिपोर्ट दर्ज की गई है. जाँच जारी है. विवेचनात्मक कार्रवाई चल रही है. लड़की का मेडिकल और बयान दोनों हो गए हैं."

मेडिकल रिपोर्ट में क्या पाया गया है, इस सवाल के जवाब में मेरठ के एएसपी विनीत भटनागर ने बीबीसी से कहा, "बरेली की युवती से गैंगरेप प्रकरण में मेडिकल करा लिया गया है, पर मेडिकल रिपोर्ट को बताया नहीं जा सकता है. ये विवेचना का हिस्सा है. रिपोर्ट तहरीर के आधार पर दर्ज की गई है."

इस कथित गैंगरेप का आरोप मेरठ के पल्लवपुरम में रहने वाली एक कथित हिंदूवादी संगठन की नेता मीनाक्षी चौहान, उनके पुत्र अनिकेत और मीनाक्षी के देवर अजय चौहान पर लगा है.

महिला के वकील सुमित चौधरी ने बीबीसी से बातचीत में कहा, "अभियुक्तों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 323 (मारपीट) 328 (नशीले पदार्थ का इस्तेमाल 376डी (गैंगरेप) 420 (धोखाधड़ी) 506 (जान से मारने की धमकी देना) में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है."

साथ ही उन्होंने बताया, "युवती का मेडिकल और बयान दर्ज हो गए हैं. मेरा मानना है कि मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने के बाद ही गिरफ़्तारी जैसी कोई कार्रवाई होगी. एविडेंस कलेक्ट हो चुके हैं. महिला अभियुक्त ने धोखाधड़ी से पीड़िता से बीस हज़ार रुपए भी लिए."

कैसे मीनाक्षी के संपर्क में आई महिला

इस पूरे प्रकरण में एक सवाल यह उठ रहा है कि बरेली की रहने वाली महिला, मेरठ निवासी अभियुक्त महिला के संपर्क में कैसे आई. इस सवाल के जवाब में 25 साल की महिला ने बीबीसी हिंदी से कहा, "मेरे 13 वर्षीय भाई की 18 जून 2019 को हत्या हो गई थी जिसका शव 20 जून को बरेली में ही एक नदी से बरामद हुआ था. हत्यारों का पता नहीं चल रहा था, ऐसे में मुझे इंसाफ़ चाहिए था."

भाई की हत्या के बाद मदद के लिए मीनाक्षी चौहान से संपर्क करने की वजह पूछे जाने पर उन्होंने बताया, "भाई की हत्या के बाद ही मीनाक्षी चौहान फ़ेसबुक के माध्यम से मिली थीं. उन्होंने मुझे बताया था कि वह एक हिंदूवादी संगठन से जुड़ी हैं, मेरी मदद करेंगी. मैंने उन पर भरोसा किया और हमारा मेलजोल हो गया. मुझे नौकरी दिलाने का वादा भी किया था, इसके लिए 20 हज़ार रुपये भी लिए थे."

आरोप लगानेवाली महिला और मीनाक्षी चौहान क़रीब डेढ़ वर्ष से एक दूसरे के संपर्क में थीं. महिला कहती हैं, "मैं अप्रैल के महीने में भी मेरठ आई थी. यहां मैं क़रीब दस दिन रुकी थी, लेकिन नौकरी वाली बात नहीं बनी तो मैं वापस लौट गई."

उन्होंने यह भी दावा किया कि, "उस वक़्त मीनाक्षी चौहान के पुत्र अनिकेत से मेरी बात होती रहती थी. मीनाक्षी ने अपने भाई से भी मेरी दोस्ती कराई थी."

कथित घटना वाले दिन क्या हुआ, क्या हैं पीड़िता के आरोप

आरोप लगाने वाली महिला के मुताबिक़ उनके साथ 15 जुलाई 2021 को गैंगरेप की घटना हुई. वह बताती हैं, "मेरे साथ 15 जुलाई को गैंगरेप की घटना हुई. मुझे कोल्ड ड्रिंक में नशा मिलाकर दिया गया था. मैं बेहोश हुई तो मीनाक्षी के पुत्र अनिकेत और उनके रिश्तेदार अजय चौहान ने मेरा बारी-बारी से रेप किया."

उन्होंने बताया, "मैं जब होश में आई तो एक अभियुक्त मेरे साथ ज़बरदस्ती कर रहा था. मैंने विरोध किया तो उसने मुझे तमंचा दिखाकर डराया. मेरी वीडियो भी बनाई गई और मुंह खोलने पर उसे वायरल करने की धमकी भी दी गई. जब मैंने बाद में मीनाक्षी चौहान से इसकी शिकायत की तो उन्होंने कहा कि सौ गाय का दान हो गया और मुंह बंद रखने की धमकी दी और इसके अगले दिन 16 जुलाई को मुझे अपने घर से निकाल दिया."

गैंगरेप की पुलिस शिकायत में 12 दिनों की देरी की वजह के बारे में महिला ने कहा कि वह अभियुक्तों की धमकियों से काफ़ी डर गई थीं.

मीनाक्षी चौहान पर क्या किसी तरह के पहले भी आरोप रहे हैं, इस बारे में पल्लवपुरम के थाना प्रभारी देवेश शर्मा ने बताया कि अभी तक तो ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं है फिर भी इस बात की पूरी जाँच पड़ताल की जा रही है कि क्या उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है.

महिला ने बताया कि महिला अभियुक्त ने अपने भाई से भी उनकी दोस्ती कराई थी. ये पूछे जाने पर अभियुक्त के भाई दीपक चौहान ने बताया, "यह सच है कि महिला मेरी दोस्त हैं, लेकिन उनके साथ गैंगरेप हुआ है ये मुझे अभी मालूम पड़ा. मैं किसे ग़लत कहूं, ये तो क़ानून ही तय करेगा कि कौन सही और कौन ग़लत है, वैसे मेरा उन पर भी विश्वास है और अपनी बहन पर भी विश्वास है." मीनाक्षी के भाई के मुताबिक़ वह दिल्ली में रहते हैं और वहीं छोटा-मोटा काम करते हैं.

वहीं शिकायत करनेवाली महिला ने बताया है कि वह बरेली में रहती हैं और स्नातक तक पढ़ी-लिखी हैं. उनके मुताबिक उनके पिता ट्रकों की बॉडी बनाने का काम करते हैं और छोटे भाई की मौत के बाद उसके परिवार में छह भाई बहन हैं.

मीनाक्षी चौहान से संपर्क नहीं हो पाया

इस पूरे प्रकरण में महिला अभियुक्त मीनाक्षी चौहान पर गंभीर आरोप हैं. मुक़दमा दर्ज होने के बाद से ही वह फ़रार हैं और कई बार कोशिशों के बाद भी उनसे संपर्क नहीं हो सका है.

हालांकि आरोप लगने के बाद स्थानीय मीडिया की ख़बरों में मीनाक्षी चौहान का एक बयान छपा है जिसमें उन्होंने कहा है कि आरोप लगाने वाली लड़की के सभी आरोप झूठे हैं. इन बयानों में उनका यह भी दावा है कि वह राजनीतिक साज़िश का शिकार हुई हैं और मामले की निष्पक्ष जांच हो तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.

मीनाक्षा चौहान पर यह भी आरोप है कि वह ख़ुद को राष्ट्रीय हिंदू युवा वाहिनी की महिला मोर्चा की संगठन मंत्री के तौर पर पेश करती रही हैं. वैसे इस संगठन का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हिंदू युवा वाहिनी से कोई लेना-देना नहीं है.

मीनाक्षी चौहान के हिंदू युवा वाहिनी से किसी तरह के जुड़ाव की बात पर मेरठ में हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश मंत्री नागेंद्र तोमर ने कहा, "अभियुक्त महिला का प्रदेश के हिन्दू युवा वाहिनी से कोई संबंध नहीं है. हमारा संगठन सिर्फ़ प्रदेश स्तर पर कार्य कर रहा है जबकि अभियुक्त महिला राष्ट्रीय स्तर के किसी संगठन से जुड़ी हैं, इस संगठन को संचालित करने वालों से हमारा कोई संबंध नहीं है."

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