स्टैन स्वामी की मौत पर भीमा-कोरेगांव हिंसा के अभियुक्तों की भूख हड़ताल - प्रेस रिव्यू

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मानवाधिकार कार्यकर्ता फ़ादर स्टैन स्वामी की मौत के बाद भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में महाराष्ट्र की तलोजा जेल में बंद बाक़ी 10 अभियुक्त 7 जुलाई को एक दिन की भूख हड़ताल करेंगे.
अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदू लिखता है कि अभियुक्तों ने स्टैन स्वामी की मौत को कथित 'संस्थागत हत्या' बताते हुए इसके विरोध में यह फ़ैसला लिया है.
84 वर्षीय स्टैन स्वामी की सोमवार को मुंबई के एक अस्पताल में मौत हो गई थी. वो भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में अभियुक्त थे और ख़राब स्वास्थ्य के बाद भी उन्हें ज़मानत नहीं दी गई थी.
जेल में बंद बाक़ी अभियुक्तों के परिजनों ने पुष्टि की है कि भूख हड़ताल का फ़ैसला रोना विल्सन, सुरेंद्र गाडलिंग, सुधीर धवले, महेश राउत, अरुण फ़रेरा, वर्नन गोंज़ाल्विस, गौतम नवलखा, आनंद तेलतुंबड़े, रमेश गाइचोड़ और सागर गोरखे ने लिया है.
ये सभी अभियुक्त जेल की अलग-अलग बैरकों में बंद हैं लेकिन मंगलवार को इन्होंने मुलाक़ात की थी और फ़ादर स्टैन स्वामी की यादों को साझा किया. उन्होंने उनकी मौत पर दो मिनट का मौन भी रखा.
अख़बार उनके परिजनों के हवाले से लिखता है कि तलोजा जेल के नए सुप्रिटेंडेंट भी इसमें शामिल हुए थे.

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अभियुक्तों ने एक बयान जारी कर कहा है कि फ़ादर स्टैन स्वामी की मौत को सोची-समझी साज़िश है. बयान में इसके लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और तलोजा जेल के पूर्व सुप्रिटेंडेंट कौस्तुभ कुर्लेकर को ज़िम्मेदार ठहराया है.
बयान में कहा गया है, "फ़ादर स्टैन स्वामी पर NIA और श्री कुर्लेकर ने अत्याचार किया और उत्पीड़न का कोई भी मौक़ा नहीं छोड़ा था. चाहे वो अमानवीय व्यवहार हो या फिर उनको जबरन जेजे अस्पताल से तलोजा जेल भेज देना हो या उन्हें पानी पीने के लिए सिपर देने से इनकार करना हो."
अभियुक्तों का कहना है कि यह सभी संस्थागत हत्या के उदाहरण हैं और NIA अधिकारियों और कुर्लेकर पर मामला दर्ज करके सज़ा दी जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने फ़ादर स्टैन स्वामी की मौत की न्यायिक जांच की भी मांग की है.
ये अभियुक्त अपनी मांगों को बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी भेजेंगे.
इस मामले की बाक़ी तीन महिला अभियुक्त सुधा भारद्वाज, शोमा सेन और ज्योति जगताप बाइकुला जेल में बंद हैं.
जासूसी के लिए भारतीय सेना के दो जवान गिरफ़्तार

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पंजाब पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि उसने 'सीमा पार जासूसी नेटवर्क' का भंडाफोड़ किया है और सेना के दो जवानों को गिरफ़्तार किया है.
द इंडियन एक्सप्रेस अख़बार के अनुसार, एक जवान 19 राष्ट्रीय राइफ़ल्स के 23 वर्षीय सिपाही हरप्रीत सिंह और दूसरा जवान 18 सिख लाइट इन्फ़्रेंट्री का 23 वर्षीय सिपाही गुरभेज सिंह है.
अमृतसर के छीछा गांव का हरप्रीत सिंह अनंतनाग में तैनात था जबकि तरनतारन के पुनियन गांव का गुरभेज सिंह कारगिल में तैनात था. दोनों पर पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने का आरोप है और उन पर भारतीय दंड संहिता और ऑफ़िशियल सीक्रेट एक्ट की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पंजाब पुलिस के प्रमुख दिनकर गुप्ता ने एक प्रेस रिलीज़ में बताया कि एसएसपी नवीन सिंगला के नेतृत्व में जालंधर ग्रामीण पुलिस ने भारतीय सेना की तैनाती को लेकर ख़ुफ़िया दस्तावेज़ बरामद किए हैं. यह दस्तावेज़ सीमा पार ड्रग्स की तस्करी करने वाले रणवीर सिंह से बरामद हुए जिसे 24 मई को गिरफ़्तार किया गया था.
पूछताछ के दौरान रणवीर ने बताया कि उसे यह दस्तावेज़ हरप्रीत से मिले थे. हरप्रीत और रणवीर एक ही गांव के रहने वाले हैं.
डीजीपी ने बयान में बताया कि 'रणवीर ने हरप्रीत को लालच देकर रक्षा संबंधी गोपनीय दस्तावेज़ अपने साथ साझा किए बाद में उसने अपने दोस्त सिपाही गुरभेज को भी राष्ट्र विरोधी जासूसी गतिविधि में शामिल कर लिया.'
आधा दर्जन मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी

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अरसे से लंबित केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार बुधवार शाम छह बजे हो सकता है.
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक़, नरेंद्र मोदी कैबिनेट विस्तार में नए चेहरों को जगह दिए जाने की अटकलों के बीच पार्टी आलाकमान के बुलावे पर मध्य प्रदेश से बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से नारायण राणे और असम से सर्बानंद सोनोवाल दिल्ली पहुंच चुके हैं.
बताया जा रहा है कि आधा दर्जन कैबिनेट मंत्रियों को हटाया जा सकता है जबकि एक दर्जन मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया जा सकता है. इसके अलावा आठ से 10 राज्य मंत्रियों को भी टीम मोदी से बाहर होना पड़ सकता है.
विस्तार से पहले पीएम मोदी बुधवार को दिन में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक कर विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप देंगे. विस्तार में 20-25 नए मंत्रियों को जगह देने की बात कही जा रही है.
इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जेडीयू के मंत्रिमंडल में शामिल होने की पुष्टि करते हुए कहा है कि 'केंद्रीय कैबिनेट में कौन शामिल होगा कौन नहीं, यह प्रधानमंत्री तय करेंगे. मोदी जो चाहेंगे, वह होगा.'
वहीं, चिराग पासवान ने कहा है कि अगर चाचा पशुपति पारस को एलजेपी पार्टी के कोटे से मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया तो वो कोर्ट जाएंगे.
इससे पहले मंगलवार को दिन में केंद्र सरकार ने केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का नया राज्यपाल बना दिया. वहीं, सात अन्य राज्यों के राज्यपाल भी बदल दिए. थावरचंद को कर्नाटक भेजे जाने से मंत्रिमंडल में एक और सीट खाली हो गई है.
'लकी ड्रॉ, इनाम व लोन के नाम पर ठगी करने वालों पर हो कड़ी कार्रवाई'

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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी को लकी ड्रॉ, टीवी शो में पुरस्कार जीतने और लोन एक्सटेंशन आदि के नाम पर धोखा देकर जनता को लूटने वाले ठगों का पता लगाकर उनके ख़िलाफ़ तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया है.
हिंदुस्तान अख़बार लिखता है कि, कोर्ट ने कहा कि ऐसे ठग अपने ग़लत कामों से लोगों की गाढ़ी कमाई को चूना लगा रहे हैं.
कोर्ट ने डीजीपी को निर्देश दिया कि तत्काल सर्कुलर जारी कर ज़िलों के एसपी को निर्देश दें कि ऐसी ठगी के ख़िलाफ़ कड़ाई से पेश आएं.
यह आदेश जस्टिस जेजे मुनीर ने एक अभियुक्त कुलदीप की ज़मानत अर्ज़ी को ख़ारिज करते हुए दिया है. कुलदीप के ख़िलाफ़ सहारनपुर के कुतुबशेर थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने और ठगी के आरोप में मुकदमा दर्ज है.
मामले के अनुसार एक अन्य आरोपी सुनील कुमार ने ख़ुद को प्राइवेट वित्तीय कंपनी का कर्मचारी बताते हुए शिकायतकर्ता के बेटे शुभम कुमार को 10 लाख बिज़नेस के लिए लोन दिलाने का लालच दिया था. इसके एवज़ में उससे एक लाख रुपये ठग लिए. इससे आहत होकर शिकायतकर्ता का बेटा डिप्रेशन में चला गया और बाद में उसने आत्महत्या कर ली.
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