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बिहार चुनाव: कन्हैया करेंगे महागठबंधन के लिए प्रचार
विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने साफ किया है कि उनके अंदर कोई संघर्ष नहीं है.
उन्होंने कहा कि जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कन्हैया कुमार भी चुनावी अभियान में शरीक होंगे. ऐसे में अब माना जा रहा है कि इस चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव और कन्हैया कुमार मंच शेयर भी कर सकते हैं.
सियासी दलों ने EC को सौंपी स्टार प्रचारकों की लिस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी संबंधित पार्टी के स्टार प्रचारकों के तौर पर दिए गए हैं.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (एसीईओ) संजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव आयोग ने मान्यता प्राप्त पार्टियों के लिए कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर प्रचारकों की अधिकतम संख्या घटाकर 30 कर दी है.
गैर मान्यता प्राप्त पार्टियों के लिए प्रचारकों की संख्या 20 से अधिक नहीं होगी. पहले सभी पार्टियों के लिए स्टार प्रचारकों की अधिकतम संख्या 40 तय की गई थी.
रघुवंश प्रसाद सिंह के बेटे ने राजद पर साधा निशाना
दिवंगत राजद नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के पुत्र सत्यप्रकाश सिंह ने जदयू में शामिल होने के एक दिन बाद विपक्षी दल राजद पर निशाना साधा.
मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी सिर्फ नाम की समाजवादी है. उसमें सारे काम समाजवादी विचारधारा के उलट हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मेरे पिता कहा करते थे कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को राजनीति में होना चाहिए. मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति की रही है, लेकिन एक परिवार से एक ही व्यक्ति राजनीति में होने की प्रतिबद्धता के कारण राजनीति में नहीं आया.
बीते महीने रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हुआ था. निधन से दो दिन पहले ही रघुवंश प्रसाद सिंह की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें उन्होंने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को संबोधित करते हुए पार्टी से इस्तीफ़ा देने की बात कही थी.
हालांकि इसके जवाब में लालू ने कहा था कि रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी से बाहर कहीं नहीं जाएंगे.
रघुवंश प्रसाद ऐसे नेता रहे जो हर समय लालू प्रसाद यादव और आरजेडी के साथ खड़े रहे यहां तक कि साल 2005 के चुनाव में जब आरजेडी की हार हुई तो कई बड़े पार्टी के नेता जेडीयू में शामिल हो गए लेकिन रधुवंश अपने अंतिम समय तक आरजेडी का ही हिस्सा रहे.
जदयू की ये है रणनीति
विधानसभा चुनाव में युवाओं को लुभाने के लिए जनता दल यूनाइटेड वाट्सएप पर मैसेज भेजेगा. इसके लिए जिला जदयू ने 7200 लोगों का वाट्सएप ग्रुप बनाया है.
इस वाट्सएप ग्रुप में रोज सरकार के कामों को गिनाते हुए 15 मैसेज डाले जाते हैं. इस मैसेज को सभी दूसरे लोगों को भेजते हैं.
जदयू का दावा है कि यह मैसेज एक दिन में करीब एक लाख लोगों को पहुंच जाता है.
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