कोरोना वायरस: 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन लागू रहेगा या हटेगा? - प्रेस रिव्यू

14 अप्रैल के बाद देश भर में लॉकडाउन लागू रहेगा या हटेगा, इस पर केंद्र सरकार की ओर से कोई फ़ैसला नहीं किया गया है.

लेकिन कई राज्य इसे जारी रखने के पक्ष में हैं. अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कम से कम सात राज्यों ने सोमवार को संकेत दिए हैं कि वे लॉकडाउन हटाए जाने की सूरत में भी अपने यहां पाबंदियों को जारी रख सकते हैं.

वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने लॉकडाउन को बढ़ाने जाने की अनुशंसा की है.

इन सात राज्यों में कोरोना वायरस के कुल एक तिहाई मामले हैं. भारत में अब तक 4281 मामले सामने आए हैं जिनमें 1367 मामले इन राज्यों मे हैं. ये सात राज्य हैं- महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़ और झारखंड.

इकॉनामिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस से उपजे संकट पर विचार विमर्श करने वाले बनी 11 कमेटियों ने धीरे धीरे चरणबद्ध प्रक्रिया में लॉकडाउन हटाने की सिफ़ारिश की है.

अख़बार के मुताबिक़ इन कमेटियों ने तीन तरह के प्रस्ताव दिए हैं, जिन पर केंद्र सरकार को विचार करना है. हालांकि रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि सरकार कोई भी फ़ैसला लेने से पहले इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के आने वाले दिनों में संक्रमण के आँकड़े को देखेगी.

हिंदी डेली दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक लॉकडाउन ख़त्म करने का ड्राफ्ट तैयार किया गया है लेकिन इसे अभी केंद्र सरकार की मंजूरी नहीं मिली है.

इस रिपोर्ट के मुताबिक़ प्रस्ताव में ट्रेनों को चलाने की मंजूरी दी जा सकती है, लेकिन जिस ज़िले में एक भी संक्रमित मरीज़ होगा, वहां ट्रेन रुकेंगी नहीं. प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि ट्रेन क्षमता से एक तिहाई कम टिकट बुक करेंगे और मिडिल बर्थ बुक नहीं होगी.

हालांकि अख़बार के मुताबिक़ यह केवल प्रस्ताव भर है, अभी सरकार ने इस पर कोई फ़ैसला नहीं लिया है.

कम्युनिटी ट्रांसमिशन की शुरुआत

अंग्रेजी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक ख़बर में एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के हवाले से कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के कुछ मामले कम्युनिटी ट्रांसमिशन के लग रहे हैं.

अख़बार से एम्स के निदेशक ने कहा है कि कुछ मामलों से कम्युनिटी ट्रांसमिशन के संकेत मिल रहे हैं, इसलिए हॉटस्पॉट बने इन इलाकों में कड़ी निगरानी किए जाने की ज़रूरत है तभी उसे बड़े पैमाने पर फैलने से रोकना संभव होगा.

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