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सुषमा स्वराज का निधन: वो मौक़े, जब पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की लोगों की मदद
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार रात आख़िरी सांस ली. सुषमा 67 साल की थीं.
सुषमा स्वराज के निधन की ख़बर से हर तरफ़ शोक की लहर है. सुषमा स्वराज को मंगलवार रात ही दिल्ली के एम्स अस्पताल लाया गया था.
पीएम मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
निधन से कुछ घंटे पहले सुषमा स्वराज ने कई ट्वीट किए थे. अपने आख़िरी ट्वीट में सुषमा ने लिखा था, ''प्रधानमंत्री जी, आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.''
अब इस ट्वीट में हज़ारों लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
सोशल मीडिया पर आम लोगों से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सुषमा स्वराज के विदेश मंत्री रहने के दौरान किए गए कामों को याद कर रहे हैं.
आपको शायद याद ही होगा कि कैसे ट्विटर पर सुषमा स्वराज आम लोगों की मदद के लिए एक्टिव रहती थीं.
जब सुषमा स्वराज के जूनियर रहे एस जयशंकर ने मोदी सरकार-2 में विदेश मंत्री का पद संभाला तो उन्होंने सुषमा स्वराज की परंपरा को क़ायम रखने की बात कही थी.
सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्री रहते हुए विदेश में फंसे लोगों की काफ़ी बार मदद की. इसमें भारत आने या भारत से जाने के लिए वीज़ा न मिलने जैसी दिक़्क़तों का ट्विटर पर समाधान देना भी शामिल था.
आइए आपको कुछ वैसे मौक़े याद दिलाते हैं, जब सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्री रहते हुए आम लोगों की मदद की थी.
हनीमून जोड़े को मिलवाने वालीं सुषमा
अगस्त 2016. दिल्ली के रहने वाले फ़ैज़ान पटेल फ्लाइट में अपने बग़ल की सीट पर पत्नी की तस्वीर के साथ अपनी तस्वीर खींचते हैं.
इस तस्वीर को फ़ैज़ान ने ट्विटर पर सुषमा स्वराज को टैग करते हुए ट्वीट किया, ''ये देखिए. इस तरह से मैं अपनी पत्नी के साथ यात्रा कर रहा हूं."
जवाब में सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, "अपनी पत्नी से कहिए कि मुझसे संपर्क करें. मैं सुनिश्चित करूंगी कि वो आपके साथ आपकी बग़ल वाली सीट पर बैठें."
दरअसल फ़ैज़ान और उनकी पत्नी सना ने साथ में यूरोप घूमने की योजना बनाई थी. लेकिन टिकट और वीज़ा जारी होने के बाद पता चला कि सना का पासपोर्ट गुम हो चुका है.
फ़ैज़ान की गुहार के बाद सुषमा के दफ़्तर ने क़दम उठाए और सना का पासपोर्ट बन गया.
मदद मिलने के बाद फ़ैज़ान ने ट्वीट किया था, "सुषमा जी, आप एक बेहतरीन मंत्री हैं. हमें ख़ुशी है कि आप हमें मंत्री के रूप में मिलीं. आप सबके लिए उम्मीद की किरण के समान हैं."
सुषमा स्वराज के निधन की ख़बर आने के बाद फ़ैज़ान ने ट्वीट किया- सुषमा जी के निधन की ख़बर से बेहद दुखी हूं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने भारत में एक नई तरह की राजनीति की.
जब अभिनव बिंद्रा की शर्त के साथ सुषमा ने की मदद
अप्रैल 2016
भारत के निशानेबाज़ अभिनव बिंद्रा जर्मनी के कोलोन शहर गए हुए थे. बिंद्रा को ब्राज़ील के रियो में प्री ओलंपिक में हिस्सा लेना था.
लेकिन तभी अभिनव बिंद्रा के कोच का पासपोर्ट चोरी हो गया.
बिंद्रा ने ट्विटर पर सुषमा स्वराज से मदद के लिए गुहार की.
सुषमा स्वराज मदद के लिए तैयार हुईं लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी.
सुषमा ने ट्विटर पर लिखा, ''अभिनव हम आपकी हरसंभव मदद की कोशिश करेंगे, लेकिन आपको एक वादा करना होगा कि आप भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतेंगे.''
अभिनव बिंद्रा ने जवाब दिया, ''आपकी शुभकामनाओं के साथ मैं अपनी ओर से हरसंभव कोशिश करूँगा और अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ूँगा.''
लड़का जोधपुर का, लड़की कराची की और वीज़ा सुषमा का
नवंबर 2016.
जोधपुर के सिंधी हिंदू नरेश टीवानी 2001 में पाकिस्तान गए थे.
नरेश जब गए तो वहां सिंधी समुदाय की संस्कृति, तहज़ीब और रस्म-ओ-रिवाज देखकर ये क़सम खाई कि बहू तो पाकिस्तान से ही लाऊंगा.
लिहाज़ा जब बड़े हुए और शादी तय की गई तो कराची की प्रिया बचानी से. लेकिन एक अड़चन थी, वीज़ा न मिलना.
नरेश ने ट्वीटर पर गुहार लगाई, ''मैम मेरी शादी 7 नवंबर को है. मेरी मंगेतर कराची, पाकिस्तान से हैं. उनके परिवार को वीज़ा नहीं मिल रहा है. अब सिर्फ़ आप ही मेरी उम्मीद हैं. कृपया मदद करें.''
सुषमा स्वराज ने जवाब दिया- आप चिंता न करें. हम वीज़ा दिलवा देंगे.
ये ट्वीट 5 अक्तूबर का था. 7 अक्तूबर को जोधपुर के फॉर्म हाउस में धूमधाम से एक शादी हुई.
ये शादी कराची से आई प्रिया और जोधपुर के नरेश की थी.
जब जम्मू-कश्मीर को लेकर सुषमा ने मदद से पहले डांटा
मई 2018.
फिलीपींस में फँसे एक भारतीय ने सुषमा स्वराज से ट्विटर पर मदद मांगी.
शेख़ अतीक़ नाम के कश्मीरी शख़्स ने ट्विटर पर लिखा, "सुषमा स्वराज जी, मुझे आपकी मदद की ज़रूरत है. मेरा पासपोर्ट डैमेज हो गया है. मुझे अपने घर भारत लौटना है."
सुषमा स्वराज ने अतीक़ के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, "अगर आप जम्मू और कश्मीर राज्य से हैं तो हम आपकी ज़रूर मदद करेंगे. लेकिन आपके प्रोफ़ाइल बायो में लिखा है कि आप 'भारत अधिकृत कश्मीर' से हैं. ऐसी कोई भी जगह नहीं है."
दरअसल शेख़ अतीक़ के ट्विटर बायो में 'भारत अधिकृत कश्मीर' लिखा हुआ था.
सुषमा के इस ट्वीट के बाद अतीक़ ने अपना ट्विटर बायो बदलकर जम्मू और कश्मीर किया और अपना पुराना ट्वीट डिलीट किया.
इस बदलाव पर सुषमा स्वराज की भी नज़र गई.
सुषमा स्वराज के नए ट्वीट में लिखा, "अतीक़ मुझे ख़ुशी है कि आपने अपना ट्विटर प्रोफाइल ठीक किया."
तब सुषमा स्वराज ने फिलीपींस में भारतीय दूतावास को भी ये आदेश दिया था कि अतीक़ जम्मू और कश्मीर के भारतीय हैं. प्लीज़ इनकी मदद करें.
पाकिस्तान की जेल में छह साल गुज़ारने वाले हामिद
दिसंबर 2018.
पाकिस्तान की जेल में छह साल गुज़ारने के बाद हामिद अंसारी भारत लौटते हैं.
हामिद 2012 में फे़सुबक पर हुई दोस्ती के चलते पाकिस्तान चले गए थे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हामिद के अगले छह साल पाकिस्तान की जेल में ही बीते.
कई सालों की कोशिशों और इस मामले में सुषमा स्वराज के सक्रिय रहने के बाद बीते साल हामिद की वापसी हुई.
वापसी करने के बाद जब हामिद सुषमा से मिले तो वो और उनकी अम्मी भावुक हो गईं.
सुषमा ने कंधा थपथपाकर हामिद को दिलासा दिया था.
हामिद की मां फ़ौज़िया अंसारी ने रुंधे हुए गले से कहा, "मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान, सब मैडम ने ही किया है."
इसके बाद सुषमा स्वराज ने उन्हें गले लगा लिया.
गीता की शादी कराए बग़ैर चली गईं सुषमा स्वराज
आपको पाकिस्तान से आई गीता याद हैं?
वही गीता जो 10-11 साल की उम्र में पाकिस्तानी रेंजर्स को मिली थीं. दस साल पाकिस्तान में गुज़ारने वाली गीता के बारे में ये साफ़ तौर पर नहीं पता चल पाया कि वो पाकिस्तान कैसे पहुंची थीं.
गीता बोल और सुन नहीं सकती हैं. पाकिस्तान में गीता की देखभाल कराची स्थित ईधी फाउंडेशन ने की थी.
सुषमा स्वराज की कोशिशों के बाद 2016 में गीता को भारत लाया जा सका था.
गीता के भारत लौटने के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस में सुषमा स्वराज ने उन्हें 'हिंदुस्तान की बेटी' कहा था और साथ ही ये ऐलान भी किया था कि उनके परिजनों को खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी.
इसके बाद उन्हें शिक्षा और कौशल हासिल करने के लिए मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में गूंगे-बहरे बच्चों के एक संस्थान में भेज दिया गया.
गीता के परिजनों का तो अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन सुषमा स्वराज गीता के हाथ पीले करना चाहती थीं.
इस काम के लिए इंदौर में मूक बधिर बच्चों के लिए काम करने वाले ग़ैर सरकारी संगठन 'आनंद सर्विस सोसायटी' की मदद भी लेने की ख़बरें आईं थीं.
संस्थान के प्रमुख ज्ञानेंद्र पुरोहित ने एक इंटरव्यू में बताया था कि 2017 में सुषमा स्वराज ने उनसे कहा था कि गीता के लिए कोई लड़का तलाश करें.
ज्ञानेंद्र ने तब कहा था, "मैं एक लड़के को मैडम से मिलाने दिल्ली ले गया था और वो उन्हें बहुत पसंद भी आया था लेकिन गीता ने इनकार कर दिया. इसके बाद मैडम ने मुझसे कहा कि तलाश का दायरा बढ़ाना चाहिए."
जब सुषमा हुईं ट्रोल
अपनी मदद की आदत को लेकर सुषमा स्वराज एक बार ट्रोल भी हुईं थीं.
ये मदद एक मुसलमान युवक अनस सिद्दीक़ी से शादी करने वाली हिंदू महिला तन्वी सेठ से जुड़ा था.
तब सुषमा स्वराज ने जानकारी दी थी कि जिस समय पासपोर्ट को लेकर यह विवाद हुआ, उस दौरान वह देश से बाहर थीं.
तब सुषमा ने ट्वीट किया था, "मैं 17 से 23 जून के बीच भारत से बाहर थी. मेरी ग़ैर-मौजूदगी में क्या हुआ मुझे नहीं मालूम. ख़ैर, मैं कुछ ट्वीट्स से बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं. मैं उन ट्वीट्स को आप सभी के साथ साझा कर रही हूं, इसलिए मैंने उन्हें लाइक किया है."
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