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फ़र्ज़ी डिग्री विवाद: डूसू अध्यक्ष अंकिव बसोया का इस्तीफ़ा, एबीवीपी ने भी निलंबित किया
फ़र्ज़ी डिग्री के आरोपों का सामना कर रहे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अंकिव बसोया ने गुरुवार देर शाम इस्तीफ़ा दे दिया.
एबीवीपी ने भी उन्हें डीयू प्रशासन की जांच पूरी होने तक संगठन से निलंबित कर दिया है. अंकिव ने तमिलनाडु के तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय से मिली बीए की डिग्री के आधार पर डीयू के बुद्धिस्ट स्टडीज़ विभाग में दाख़िला लिया था.
अंकिव के चुनाव जीतने के बाद एनएसयूआई, आइसा और सीआईएएसएफ़ ने फ़र्ज़ी डिग्री का आरोप लगाते हुए इस्तीफ़े की मांग की थी.
दंगे के दोषियों पर हमला
भाजपा विधायक और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को 1984 सिख विरोधी दंगे में दोषी ठहराए गए नरेश सहरावत और यशपाल सिंह पर कोर्ट परिसर में हमला कर दिया.
उन्होंने पुलिस हिरासत में कोर्ट परिसर से निकल रहे यशपाल को थप्पड़ मारे. इसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट परिसर में सिख समुदाय के लोगों और दोषियों के परिजनों में मारपीट की नौबत आ गई.
इससे पहले कोर्ट में नरेश सहरावत और यशपाल सिंह की सज़ा पर दो घंटे बहस हुई. कोर्ट ने फ़ैसला 20 नवंबर तक सुरक्षित रख लिया.
रोहिंग्या को वापस भेजने की योजना पर विवाद
बांग्लादेश के रोहिंग्या मुसलमानों को वापस म्यांमार भेजने की योजना पर रोक लगाने के बाद म्यांमार अधिकारियों ने अपने बांग्लादेशी समकक्षों की आलोचना की है.
म्यांमार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बांग्लादेश को ज़रूरी इंतज़ाम न कर पाने के लिए ज़िम्मेदार ठहराया. लेकिन, बांग्लादेश सरकार का कहना है कि उन्हें कोई भी ऐसा रोहिंग्या शरणार्थी नहीं मिला जो म्यांमार लौटने के लिए तैयार हो और वो किसी को भी ज़बरदस्ती वापस नहीं भेजेंगे.
वहीं, म्यांमार वापस भेजे जाने के ख़िलाफ़ रोहिंग्या शरणार्थियों ने कॉक्स बाजार में विरोध प्रदर्शन किया. विरोध कर रहीं एक शरणार्थीं रहेला बेगम ने कहा,"हम नहीं जाएंगे, जब तक कि वो हमें रोहिंग्या समुदाय के तौर पर स्वीकार नहीं कर लेते. उन्हें हमारी ज़मीन और घर लौटाने होंगे, हम शिविरों में नहीं रहेंगे. अगर ज़बरदस्ती भेजा जाता है तो मैं अपने बच्चों समेत जान दे दूंगी."
चक्रवाती तूफ़ान गज के चलते तमिलनाडु के तटीय इलाक़ों में 76 हज़ार लोगों को दूसरी जगहों पर ले जाया गया है. 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाओं वाले इस तूफ़ान ने शुक्रवार को दस्तक दी थी.
यह तूफ़ान नागापट्टिनम और वेदारन्नियम के बीच के किनारे से होता हुआ आगे बढ़ चुका है. नागापट्टिनम प्रदेश की राजधानी चेन्नई से सिर्फ़ 300 किलोमीटर दूर है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, निचले इलाक़ों को ख़ाली कराया गया है और लोगो को छह ज़िलों में चल रहे राहत शिविरों में जगह दी गई है.
मौसम विभाग का कहना है कि ये तूफ़ान अब पश्चिम की ओर बढ़ेगा और आने वाले छह घंटों में कमज़ोर पड जाएगा.
भारत की फ़िच रेटिंग माइनस में बरक़रार
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फ़िच ने एक बार फिर भारत की क्रेडिट रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया है. फ़िच ने लगातार 12वें साल भारत की रेटिंग अपग्रेड करने से इनकार कर दिया.
एजेंसी ने भारत की सॉवरेन रेटिंग स्टेबल आउटलुक के साथ 'बीबीबी माइनस' बरकरार रखी है. यह फ़िच की निवेश श्रेणी की सबसे निचली रेटिंग है.
फ़िच, दुनिया की तीन सबसे नामी रेटिंग एजेंसियों में से है. बाक़ी दो एजेंसीज़ हैं, मूडीज़ और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स.
नवंबर 2017 में मूडीज़ की ओर से निवेश के क्षेत्र में भारत की रेटिंग बढ़ाई गई थी. तब से भारत फ़िच की रेटिंग को भी अपग्रेड करवाने की कोशिश कर रहा था.
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