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कुर्दों की मदद पर तुर्की ने सीरिया को चेताया
तुर्की ने सीरिया की सरकार को चेताया है कि वह उत्तरी सीरिया में तुर्की की सेनाओं के ख़िलाफ़ लड़ रहे कुर्द लड़ाकों की मदद न करे.
उप-प्रधानमंत्री बकर बोज़दाग ने कहा कि तुर्की की योजनाएं सही ढंग से चल रही हैं और अगर सीरियाई बलों ने दख़ल दिया तो यह एक 'अनर्थ' होगा.
इससे पहले सीरिया के मीडिया ने कहा था कि सेना कुर्द लड़ाकों की मदद करेगी ताकि आफ़रिन में तुर्की की गतिविधियों का प्रतिरोध किया जा सके.
मगर अभी तक इसका कोई संकेत नहीं मिला है और कुर्द वाईपीजी लड़ाकों ने इस बात से इनकार किया है कि उनका दमिश्क से कोई समझौता हुआ है.
आफ़रिन से लगती सीमा पर कुर्द लड़ाकों को तुर्की आतंकवादी मानता है. उसने पिछले महीने इनके ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू की थी.
तुर्की का सख़्त रवैया
सोमवार को सीएनएन तुर्क ने जानकारी दी थी कि राष्ट्रपति रेजप तैयप एर्दोआन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से कहा है कि अगर सीरिया ने कुर्दों के साथ किसी तरह की डील की तो उसे 'परिणाम' भुगतने होंगे.
उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने यही बयान दोहराया था.
जॉर्डन में विदेश मंत्री ने कहा, "अब (सीरियाई सैनिक) वाईपीजी को बचाने आते हैं तो फिर तुर्की के सैनिकों को कोई नहीं रोक सकता."
क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि एर्दोआन, पुतिन और ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी अप्रैल में तुर्की में मुलाक़ात करने की योजना बना रहे हैं ताकि सीरिया के हालात पर चर्चा की जा सके.
सीरिया में सरकार समर्थक बल भी विद्रोहियों के नियंत्रण वाले पूर्वी गूटा में ज़मीनी अभियान को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं. यह दमिश्क के पास ही है.
सीरियाई कार्यकर्ताओं का कहना है कि पूर्वी गूटा में सरकारी हमलों में पिछले चौबीस घंटों में दर्जनों नागरिकों की मौत हुई है.
क्या है मामला
सोमवार को सीरिया की सरकारी न्यूज़ एजेंसी सना ने कहा था कि "तुर्की राज के हमले के ख़िलाफ़ अपने लोगों के समर्थन में लोकप्रिय बल आगे आएंगे."
एक वरिष्ठ कुर्द अधिकारी बदरान ज़िया कुर्द ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया था कि सरकारी सैनिक सीमा पर कुछ इलाकों में मोर्चा संभालेंगे.
मगर बाद में वाईपीजी के प्रवक्ता नूरी महमूद ने कहा, "कोई समझौता नहीं हुआ है. हमने बस सीरियाई सेना से आगे आकर सीमा की सुरक्षा की अपील की है."
तुर्की ने क्यों किया आफ़रिन पर हमला
तुर्की पीपल्स प्रॉटेक्शऩ यूनिट्स (वाईपीजी) को हटाना चाहता है जो कि कुर्दिश डेमोक्रैटिक यूनियन पार्टी (वाईपीडी) का हथियारबंद अंग है.
2012 में सीरियाई बलों के पीछे हटने के बाद कुर्दों ने अर्ध-स्वायत्त राज स्थापित कर लिया है जो कि तुर्की की सीमा के पास ही है. इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों को हटाने के बाद बचे इलाकों पर भी वाईपीजी ने नियंत्रण हासिल कर लिया है.
तुर्की वाईपीजी को प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी का अंग मानता है जो तुर्की में पिछले तीन दशकों से कुर्द बहुल प्रांत की स्वायत्तता के लिए लड़ रहा है.
वाईपीजी इस संगठन से संबंध होने के आरोपों से इनकार करता है.