कश्मीर: अमरनाथ यात्रियों पर चरमपंथी हमला, 7 की मौत

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- Author, ज़ुबैर अहमद
- पदनाम, अनंतनाग, बीबीसी संवाददाता
भारत प्रशासित कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में अमरनाथ यात्रियों पर हुए एक चरमपंथी हमले में सात लोगों की मौत हो गई है.
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने भी इसकी पुष्टि की है.
प्रशासन के मुताबिक मरने वालों में पांच महिलाएं हैं. हमले में कम से कम 19 अन्य लोग घायल भी हुए हैं. इनमें कुछ पुलिसकर्मी भी हैं.
हमले में चरमपंथियों का निशाना बनी बस में कुल 56 यात्री सवार थे जिनमें से ज्यादातर यात्री गुजरात के थे. कुछ यात्री महाराष्ट्र के भी थे.
श्रीनगर में मौजूद बीबीसी संवाददाता रियाज़ मसरूर ने पुलिस के हवाले से जानकारी दी है कि अब तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हमले की निंदा की है.
स्थानीय पत्रकार माजिद जहांगीर के मुताबिक हमले के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने अनंतनाग के ज़िला अस्पताल में घायलों से मुलाक़ात की.

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गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी हमले की निंदा की है.
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने ट्विटर पर लिखा है, "इस हमले में गुजरात के श्रद्धालुओं की भी मृत्यु हुई है. गुजरात सरकार केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क में है."
कश्मीर के अलगाववादियों ने भी एक साझा बयान में हमले की निंदा करते हुए इसे "चरमपंथ की कार्रवाई" बताया है.
पुलिस के मुताबिक हमला बटेंगू में रात 8 बजकर 20 मिनट पर हुआ.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चरमपंथियों ने पुलिस के एक वाहन पर हमला किया.
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो चरमपंथी भागने लगे और उन्होंने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं.

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उस वक्त यात्रियों को लेकर जा रही एक बस हाईवे से गुजर रही थी.
पुलिस का कहना है कि बस ड्राइवर ने नियमों का उल्लंघन किया. नियम के मुताबिक शाम सात बजे के बाद यात्रा से जुड़ा कोई वाहन हाईवे से नहीं गुजरना चाहिए.
पुलिस के मुताबिक यात्रा की व्यवस्था देखने वाले बोर्ड में ये बस पंजीकृत नहीं थी.
वहीं बस के मालिक हर्ष ने बीबीसी को जानकारी दी कि उनकी बस भी बाकी बसों के काफिले में शामिल थी लेकिन टायर पंक्चर होने की वजह से उनकी बस काफिले से पीछे रह गई.
हमले के करीब एक घंटे बाद से बाद कश्मीर घाटी में इंटरनेट की सभी तरह की सुविधा बंद कर दी गई हैं.
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