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मंगलवार, 17 जुलाई, 2007 को 13:17 GMT तक के समाचार

वंदना
बीबीसी संवाददाता, लंदन

लंदन में हुए 'ताज महल' के दीदार

लंदन में टेम्स नदी का किनारा और ताज महल का ख़ूबसूरत नज़ारा...सुनकर कुछ अटपटा ज़रूर लगेगा. लेकिन मंगलवार को सुबह वाकई ब्रिटेन की राजधानी लंदन में लोगों को ताज महल के दीदार हुए.

लंदन में ताज महल

फ़र्क बस इतना था कि यमुना के बजाय टेम्स नदी का किनारा था और सचमुच के ताज महल के बजाय उसका एक मॉडल था जिसे देखने शिल्पा शेट्टी और राहुल द्रविड़ समेत कई जानी-मानी हस्तियाँ पहुँची.

वैसे टेम्स नदी के किनारे, सुबह की धूप में नहाए ताज महल की प्रतिमूर्ति देखकर वाकई आगरा के ताज की यादें ताज़ा हो आईं.

ये बात और है कि जिसने असल में ताज महल की ख़ूबसूरती देखी हो उसके मन को लंदन का मॉडलनुमा ताज महल शायद न भाए.

दरअसल लंदन में आज से 'इंडिया नाओ' (आज का भारत) नाम का ख़ास आयोजन शुरू किया गया है जो तीन महीने तक चलेगा. भारत और ब्रिटेन के घनिष्ठ होते संबंधों को दर्शाने के लिए ये कार्यक्रम लंदन के मेयर ने आयोजित किया है.

इसी मौक़े पर प्रेम के प्रीतक ताज महल का मॉडल लंदन के मशहूर साउथबैंक इलाक़े में रखा गया.

ख़ास मेहमान

लंदन में ताज महल के मॉडल को लोगों के सामने पेश करने का ख़ास मौका था तो इस अवसर पर मेहमान भी खा़स थे. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ और फ़ैशन डिज़ाइनर मनीष अरोड़ा समेत कई जाने-माने भारतीय इस मौके पर मौजूद थे.

राहुल द्रविड़ इस मौके के लिए ख़ास तौर पर तड़के अपने क्रिकेट अभ्यास से पहले टेम्स किनारे आए. भारत इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 19 जुलाई को पहला टेस्ट मैच खेल रहा है.

राहुल द्रविड़ का कहना था, "काफ़ी अच्छी बात है कि लंदन में भारत से जुड़े कई कार्यक्रम होंगे, भारत की संस्कृति, रीति रिवाज़ यहाँ दिखाए जाएँगे. तीन महीने तक चलने वाले इन कार्यक्रमों के ज़रिए लोग भारत के बारे में जान सकते हैं. पिछले कुछ सालों से भारत की छवि विदेशों में उभरती जा रही है. बाहर जाकर अगर कहो कि आप भारत से है तो आपको इज़्ज़त से देखा जाता है."

राहुल द्रविड़ ने तो अभ्यास मैच के लिए कार्यक्रम से जल्दी विदा ली. लेकिन ग्लैमर का रंग लिए गए शिल्पा शेट्टी लोगों के लिए बाद में मौजूद रहीं.

लंदन में इनदिनों भारत से जुड़ा कोई आयोजन हो और शिल्पा शेट्टी न हो ऐसा कम ही होता है. ताज की ख़ूबसूरती से अभिभूत शिल्पा का कहना था, " मैने असल ताज भी देखा है उसके मुकाबले लंदन का ये ताज थोड़ा छोटा है लेकिन फिर भी ख़ूबसूरत है. ताज महल प्रेम का प्रतीक है,विश्व के सात अजूबों में आता है और लंदन में इसे देखकर बहुत अच्छा लग रहा है".

शिल्पा का कहना था कि पिछले कुछ सालों में भारत के प्रति लोगों का नज़रिया काफ़ी बदला है.

वहीं फ़ैशन डिज़ाइनर मनीष अरोड़ा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम मंच देंगे ताकि ब्रितानी लोगों को ये देखने का मौका मिले कि भारतीय लोग कितने काबिल हैं.

बदलता भारत

कार्यक्रम में लंदन के मेयर केन लिविंग्स्टन भी मौजूद थे और उनका कहना था कि हर कोई भारत की आर्थिक प्रगति से प्रभावित है और ये कार्यक्रम भारत की संस्कृति को दर्शाने का एक मौका भी देता है.

उनका कहना था," वर्षों तक भारत में ब्रिटेन का साम्राज्य था जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को फलने फूलने का मौका नहीं मिला. भारतीय अर्थव्यवस्ता नष्ट हो गई लेकिन अब वो ज़माना बीत चुका है और भारत आगे क़दम बढ़ा रहा है.

'इंडिया नाओ' आयोजन के तहत अगले तीन महीनों तक लंदन में भारतीय कला, संस्कृति, फ़िल्मों और खान-पान से जुड़े कई कार्यक्रम होंगे. साथ ही भारत के अतीत में भी झाँकने की कोशिश होगी.

लंदन में ताज महल की प्रतिमूर्ति लगाना इसकी पहली कड़ी है. ताज महल का ये मॉडल दिन भर टेम्स नदी में तैरता रहेगा और बाद में इसे दूसरी जगह रखा जाएगा.

सुबह-सवेरे सूरज की किरणों में चमकते ताज महल को देखना बेहद ख़ूबसूरत एहसास है. यकनीन अब यहाँ लंदन के कई लोगों को इंतज़ार है कि नदी किनारे की ठंडी हवाओं के बीच,रात की चाँदनी में नहाए ताज महल के दीदार की हसरत वो पूरी कर पाएँ....ताज की प्रतिमूर्ति के ज़रिए ही सही.