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घर बैठ गए हैं सल्लू मियाँ | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
सलमान ख़ान आजकल घर बैठे हैं. किसी फ़िल्म की शूटिंग नहीं कर रहे हैं. लेकिन आप इसका ग़लत मतलब नहीं निकालिए. ऐसा नहीं है कि सलमान ख़ान के पास फ़िल्में नहीं हैं. रोज़ दो-तीन निर्माता तो आज भी उनके घर से उन्हें साइन किए बिना निराश होकर लौटते हैं. बस बात इतनी है कि अपनी अगली फ़िल्म के लिए सलमान ख़ान शेप में आ रहे हैं. प्रभु देवा निर्मित फ़िल्म में सलमान बहुत समय बाद पूरे एक्शन में नज़र आएँगे. तो ख़ूब सारे एक्शन सीन करने के लिए सलमान रोज़ाना ज़्यादा कसरत करते हैं. वैसे भी सलमान को कसरत का इतना शौक है कि जो उनके क़रीबी दोस्त हैं, उन्हें भी कसरत के फ़ायदे बताते वे नहीं थकते. प्रभु देवा की फ़िल्म जुलाई से शुरू होने को है. इस फ़िल्म के लिए निर्माता बोनी कपूर ने आयशा टाकिया को साइन करने की सोची है. उन्हें ऐसी नायिका की तलाश थी जिन्होंने सलमान के साथ पहले काम नहीं किया हो. *************************************************************** हिमेश का सुरूर या सिरदर्द हिमेश रेशमिया उलझन में है. उनकी पहली फ़िल्म आपका सुरूर 29 जुलाई को रिलीज़ होगी. उसी दिन उनके संगीत में बनी अनिल शर्मा की फ़िल्म 'अपने' भी रिलीज़ हो रही है.
लंबे समय से हिमेश फ़िल्म अपने की ख़ूब तारीफ़ करते रहे हैं. उन्होंने हमेशा ये कहा है कि फ़िल्म अपने बॉक्स ऑफ़िस पर ज़रूर चलेगी, सिर्फ़ उनके गानों की वजह से नहीं बल्कि फ़िल्म की कहानी के कारण भी. अब क्योंकि दोनों फ़िल्में एक साथ रिलीज़ होगी, हिमेश रेशमिया के मुँह से अब 'अपने' की तारीफ़ कम ही होगी. अब सीधा मुक़ाबला जो हो रहा है. वैसे ये बात भी सच है कि हिमेश अभी भी सोच रहे हैं कि उनकी फ़िल्म का प्रोमोशन देखने के बाद अनिल शर्मा ख़ुद-बख़ुद ही अपनी फ़िल्म अपने को आगे लेकर चले जाएँगे. पर ऐसा होता नज़र नहीं है. *************************************************************** विवेक की ख़ाली डायरी विवेक ओबेरॉय तनाव में हैं. ये तो आप जानते हैं कि कुछ वर्षों से उनकी किसी फ़िल्म को क़ामयाबी नहीं मिली है. ओंकारा बॉक्स ऑफ़िस पर सफल नहीं हुई थी. लेकिन फ़िल्म की प्रशंसा काफ़ी हुई थी.
लेकिन तारीफ़ हुई भी तो सैफ़ अली ख़ान की सबसे ज़्यादा और उसके बाद अजय देवगन की. हालाँकि लोगों ने विवेक को भी पसंद किया था. फिर भी विवेक को उस फ़िल्म से जितना फ़ायदा होना चाहिए था, नहीं हुआ. तो अब शूटआउट ऐट लोखंडवाला और फ़ूल एन फ़ाइनल उनके करियर के लिए बहुत मायने रखती है. विवेक ने इन दो फ़िल्मों के बाद एक भी फ़िल्म साइन नहीं की है. जी हाँ, अब उनकी डेट्स डायरी के पन्ने एकदम ख़ाली हैं. शूटआउट के रिलीज़ के कुछ दिनों बाद ही विवेक अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मनाने चले जाएँगे. कहाँ जाएँगे विवेक? विवेक कहते हैं- वो मैं किसी को नहीं बताऊँगा. ताकि उन्हें वहाँ निर्माता, निर्देशक और लेखक लोग परेशान ना करें. *************************************************************** तीन महीने में तीन बार शाहरुख़ ख़ान की चक दे इंडिया 10 अगस्त को रिलीज़ होगी. दो महीने बाद उनकी दूल्हा मिल गया आएगी.
और उसके एक महीने बाद यानी नवंबर में शाहरुख़ की ख़ुद के निर्माण में बन रही फ़िल्म ओम शांति ओम सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी. शाहरुख़ और निर्देशक फराह ख़ान इस फ़िल्म को दीपावली के मौक़े पर रिलीज़ करने की सोच रहे हैं. इसका मतलब है, तीन महीनों में- दर्शक एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन बार शाहरुख़ ख़ान को बड़े पर्दे पर देख सकते हैं. हालाँकि दूल्हा मिल गया में शाहरुख़ स्पेशल भूमिका में हैं लेकिन रोल इतना लंबा है कि शायद लोग ये समझ ही नहीं पाएँगे कि वो नहीं इस फ़िल्म के असली हीरो फ़रदीन ख़ान हैं. *************************************************************** मीडिया क्वीन? पाँच साल में एकता कपूर को भारत में सबसे बड़ा मीडिया प्लेयर बनना है. अभी तो एकता कपूर टेलीविज़न क्वीन के नाम से जानी जानी हैं लेकिन पाँच साल बाद उन्हें मीडिया क्वीन का ख़िताब चाहिए.
और इसलिए टीवी के साथ-साथ एकता फ़िल्मों के निर्माण और डिस्ट्रीब्यूशन में भी हाथ-पैर मार रही हैं. शूटआउट ऐट लोखंडवाला उन्होंने संजय गुप्ता के बैनर के साथ मिलकर बनाई है. साथ ही टी-सिरीज़ की भूल-भुलैया और डार्लिंग के ऑल इंडिया राइट्स भी एकता की कंपनी ने ख़रीद ली है. और तो और सुनील शेट्टी की पॉपकॉर्न इंटरटेन्मेंट के साथ भी एकता ने तीन फ़िल्मों के निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. भागीदारी में फ़िल्म बनाने का कारण बताते हुए एकता कहती हैं- स्टार्स हैं गिने-चुने हुए और उनके पीछे हैं इतने सारे निर्माता. किसी भी बड़े स्टार को साइन करने के लिए मैं अपने अफ़सर को नहीं भेज सकती. मुझे ही उनके पीछे भागना पड़ेगा. इससे बेहतर है कि जिन्होंने पहले से स्टार्स को साइन किया हुआ है, मैं उनसे हाथ मिला लूँ. इस तरह मेरा टेलीविज़न का काम भी कर सकती हूँ और मेरा पैसा फ़िल्म वाला काम कर सकता है. *************************************************************** संजय का सही इस्तेमाल संजय दत्त का कोर्ट में जो होगा, वो तो होगा ही, लेकिन इंद्र कुमार और अशोक ठाकरिया सबसे होशियार निकले.
जेल की तलवार संजय के सर पर लटक रही थी, फिर भी उन्होंने संजय को अपनी फ़िल्म धमाल के लिए एक साल पहले साइन किया. फ़िल्म को शुरू होते-होते चार महीने लग गए, लेकिन बाक़ी छह महीनों में इंद्र कुमार ने अपनी पूरी फ़िल्म बना डाली. इस बीच कई बार ऐसा लगा कि संजय के मामले में कोर्ट का फ़ैसला आ जाएगा. ऐसा कुछ हुआ नहीं और अब जब फ़िल्म पूरी बन चुकी है, तब भी संजय दत्त पर फ़ैसला आना बाक़ी है. कोर्ट का डर कहो या कुछ और पर ये शायद संजय की सबसे कम समय में बनने वाली फ़िल्म होगी. |
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