|
औरंगज़ेब के काल का क़ुरान बरामद | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
बंगलौर में लगभग चार सौ साल पुराने क़ुरान की एक प्रति बरामद हुई है. पुलिस के मुताबिक इसका संबंध मुग़ल शासक औरंगज़ेब से हो सकता है. बंगलौर के अपराध मामलों के संयुक्त पुलिस आयुक्त गोपाल होसुर ने बीबीसी को बताया कि उस व्यक्ति को गिरफ़्तार कर लिया गया है जो इस बेशकीमती क़ुरान को बेचने की कोशिश कर रहा था. माना जा रहा है कि इस क़ुरान की कीमत क़रीब पाँच करोड़ रुपए है. फ़ारसी भाषा में लिखा गया यह क़ुरान 39 सेमी लंबी और 20 सेमी चौड़ी हैं और इसमें से खुशबू भी आती है. क़रीब 13 किलोग्राम वजनी इस क़ुरान पर एक दस्तख़त हैं जिसके बारे मे कहा जा रहा है कि ये मुगल शासक औरंगज़ेब के हैं. औरंगज़ेब औरंगज़ेब ने वर्ष 1658 से लेकर 1707 तक शासन किया था और वो कला प्रेमी भी थे. उनके बारे में प्रचलित था कि वो अपने खाली समय में क़ुरान लिखा करते थे. पुलिस के अनुसार एमजी सुकुमारन नामक एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया है जो केरल का है. सुकुमारन ने पुलिस को बताया कि यह क़ुरान आग में जलती नहीं है क्योंकि इसमें कुछ ख़ास किस्म के रसायन का इस्तेमाल किया गया है. सुकुमारन इस क़ुरान को बेचने के लिए बंगलौर आया था. पुलिस ने इस क़ुरान के बारे और अधिक जानकारी के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ( एएसआई )से संपर्क किया है ताकि इसकी प्रमाणिकता के बारे में जानकारी मिल सके. गोपाल होसुर का कहना था कि एएसआई ही यह बता पाएगा कि यह क़ुरान औरंगज़ेब से संबंधित है या नहीं. पुलिस ने सुकुमारन से एक पेंटिंग भी बरामद की है जो तंजौर की बनी है. इसमें एक राजा और मंत्री हैं. यह पेंटिंग 140 किलो की है. होसुर का कहना था कि मामले की आगे छानबीन चल रही है. | इससे जुड़ी ख़बरें 'भड़काऊ' बयान के विरोध में हड़ताल 26 जुलाई, 2002 | पहला पन्ना पैग़म्बर मोहम्मद के जूते चोरी01 अगस्त, 2002 | पहला पन्ना ऑनलाइन हुआ सुनहरा क़ुरान08 सितंबर, 2002 | पहला पन्ना 'क़ुरान के अपमान' की ख़बरों से दंगा11 मई, 2005 | पहला पन्ना क्या मीडिया सही भूमिका निभा रहा है?16 मई, 2005 | आपकी राय क़ुरान के अपमान पर रिपोर्ट26 मई, 2005 | पहला पन्ना 'क़ुरान के अपमान' पर विरोध प्रदर्शन27 मई, 2005 | भारत और पड़ोस | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||